नारायणपुर
स्वच्छ जल के लिए दर दर भटकने को मजबूर ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 20 जून। जहां पूरा देश आजादी का अमृतकाल मना रहा है वहीं नारायणपुर जिले का एक गांव अमृतकाल में साफ पानी की बूंद-बूंद को तरस रहा है।
ज्ञात हो कि जिले के पल्ली ग्राम पंचायत का आश्रित गांव दुडमी जहां निवास करने वाले ग्रामीण आज भी झरिया कुएं का पानी पीने को मजबूर है, क्योंकि आजादी के 7 दशक बाद भी इस गांव के लोगों के लिए पीने के पानी की सुविधा नहीं की गईं है। आज भी बूंद बूंद पानी के लिए लोग जद्दोजहद कर रहे हैं। सियासतदान बड़े-बड़े आयोजन कर अपनी उपलब्धियां गिनाते हैं, लेकिन धरातल पर उनकी जनता पानी और सडक़ जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए त्राहिमाम कर रही है।
विकास के दावों की असली सच्चाई
नारायणपुर जिले के पल्ली पंचायत के दुडमी गांव के लोग आज भी नदी और झरिया कुएं गड्ढों के भरोसे जीवन बिता रहे हैं। इन गड्ढों और तालाबों का गंदा पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं। इन ग्रामीणों को तो पल पल ये चिंता सताती है कि अगली सुबह दो बूंद पानी नसीब होगी भी या नहीं। पानी की मारा-मारी खत्म हो तब ना दूसरी बुनियादी सुविधाओं के लिए मांग करें।
केन्द्र सरकार की योजनाओं को अधिकारी लगा रहे हैं पलीता
ग्राम पंचायत पल्ली के आश्रित गांव दुडमा में बीते डेढ़ साल से जलजीवन मिशन का कार्य चल रहा है, जिसके तहत हर घर तक जल पहुंचाने इस योजना का निर्माण हुआ था, लेकिन जिले के अधिकारी केन्द्र की योजनाओं को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
दुडमा गांव में बीते डेढ़ साल से पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूर्ण हो गया है, लेकिन विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत के चलते पाईप लाईन में जल की सप्लाई शुरू नही हो पा रही है। आधिकारी अपने वातानुकूलित कमरों से बाहर निकलेंगे तब धरातल की सच्चाई की सामने आयेगी।
गांव के जानवर जहां पीते हैं पानी ग्रामीण भी बुझा रहे हैं अपनी प्यास
दुडमा के ग्रामीण बताते हैं कि जिस झरिया कुएं में ग्रामीण पीने का पानी निकालते हैं, वहीं इस कुंआ से गांव के पालतू जानवर भी अपनी प्यास बुझाते है। आज पीने के पानी का और कोई विकल्प नहीं है तो जानवर भी अपनी प्यास बुझाने इसी स्रोत के भरोसे जिंदा है।
बीमारी से ग्रस्त गांवों के ग्रामीण
पल्ली ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि झरिया कुंआ का पानी पीने से यहां के ग्रामीणों को कई प्रकार की बीमारियों से भी जूझना पड़ता है। आए दिन यहां के ग्रामीण एवं छोटे-छोटे बच्चों को पेट में दर्द, उल्टी दस्त,जैसी बीमारियों से दो चार होना पड़ता है।
स्वच्छ जल मांगने दर दर भटक रहे हैं दुडमा के ग्रामीण
दुडमा के ग्रामीण आज हाथों में झरिया कुंआ का पानी बोतल में भरकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां जनदर्शन कार्यक्रम में कलेक्टर से मिलकर गांव में हैंडपंप स्वीकृति की मांग संबंधी आवेदन दिया जिस पर कलेक्टर ने ग्रामीणों को जनपद सीईओ के पास जाने को कह दिया। भारी धूप में ग्रामीण जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचे तो सीईओ अपने कार्यालय में उपलब्ध नहीं थे।
हैंडपंप की समस्या जनपद सीईओ का है मामला- कलेक्टर
जब इस मामले की जानकारी मीडिया को लगी तो मीडिया के लोग कलेक्टर से मिलकर जनदर्शन में दुडमी गांव के ग्रामीणों के मामले की जानकारी चाही तो कलेक्टर ने कहा कि हैंडपंप की समस्या की जानकारी कलेक्टर नहीं देते जनपद जिला पंचायत के सीईओ ये सब मामले को देखते है। जल जीवन मिशन का कार्य प्रगति पर है जल्द ही पानी की सुविधा मिलेगी ग्रामीणों को।