नारायणपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 13 जुलाई। नारायणपुर के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी तथा हिंदी माध्यम के स्कूलों में आज कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी द्वारा दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में खुद का जन्मदिन मनाया गया।
जिले के शैक्षणिक संस्थाओं में इस तरह के आयोजनों के माध्यम से शिक्षा के इन मंदिरों को राजनीति का मंच न बनाए जाने के संदर्भ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नारायणपुर द्वारा नारायणपुर कलेक्टर को आज ज्ञापन सौंपा गया।
नारायणपुर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी को अपना जन्मदिन सरकारी स्कूल में मनाना भारी पड़ गया। जैसे ही आज सुबह स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई की शुरुआत हुई वैसे ही नारायणपुर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी द्वारा कई कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी तथा हिंदी माध्यम स्कूलों में पहुंचकर स्कूली छात्रों तथा शिक्षकों के बीच केक काटकर अपना जन्मदिवस मनाया गया, इसके विरोध में तथा राजनैतिक गतिविधियों का शैक्षणिक संस्थाओं में प्रतिबंध लगाने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नारायणपुर द्वारा नारायणपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नारायणपुर द्वारा प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार हमेशा से ही स्कूलों को शिक्षा केंद्रों के रूप में मान्यता मिलती रही है, जहां छात्रों को न केवल विद्यालयी शिक्षा प्राप्त होती है, बल्कि उन्हें नैतिक मूल्यों, सामाजिक दायित्वों, और नागरिकता के महत्व को भी सीखाया जाता है लेकिन स्कूलों के इस महत्वपूर्ण आदर्श को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध होने का दावा करने वाली कांग्रेसनीत छत्तीसगढ़ सरकार के इस दौर में नारायणपुर जिला मुख्यालय में स्थिति स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी तथा हिन्दी माध्यम विद्यालय में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नारायणपुर जिलाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी द्वारा दर्जनों कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ स्वयं का जन्मदिवस मनाया जाना इनकी कथनी और करनी के फासले को स्पष्ट करता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, नारायणपुर द्वारा शिक्षा के मन्दिर को इस तरह राजनीति का मंच बनाये जाने की कड़ी निन्दा की जाती है।
शैक्षणिक संस्थाओं में राजनैतिक गतिविधियों के प्रचार, प्रचार से छात्रों का शिक्षात्मक और नैतिक विकास प्रभावित हो सकता हैं और उनका ध्यान शिक्षा की अपेक्षा राजनीतिक मुद्दों पर जा सकता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, नारायणपुर मांग करता है कि शैक्षणिक संस्थाओं में इस तरह की राजनैतिक गतिविधियों को तत्काल प्रतिबंधित किया जाये। प्रशासन का मुख्य लक्ष्य छात्रों की शिक्षा, स्वास्थ्य, और संघर्षों के समय को सुनिश्चित करना होना चाहिये।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नारायणपुर के नगर मंत्री ईशान्त जैन ने बताया कि विद्यालयीन समय मे सरकारी स्कूल में कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने नेता का जन्मदिन मनाने का मामला आज सामने आया है लेकिन कांग्रेस तथा एनएसयूआई द्वारा लगातार जिले की शैक्षणिक संस्थाओं को अपनी राजनीति का मंच बनाया जाता रहा है।