नारायणपुर
अग्निशामक यंत्र से बुझाई लेबर वार्ड में लगी आग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 26 जुलाई। जिले के स्व. बद्रीनाथ बघेल जिला अस्पताल में 25 जुलाई की अलसुबह 3 बजे लेबर वार्ड में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लग गई। घटना के वक्त इस वार्ड में 23 गर्भवती महिलाएं और 08 नवजात शिशु मौजूद थे। इन 23 महिलाओं में से 4 महिलाओं का ऑपरेशन हो चुका है, जिसके कारण वो महिलाएं चलने की स्थिति में नहीं हैं,ऐसे में अगर वार्ड में भगदड़ मच जाती या अफरा-तफरी का माहौल बनता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
स्टाफ नर्स की बहादुरी से
बची कई जान
नाइट ड्यूटी कर रही संविदा स्टाफ नर्स वनीता जैकब की बहादुरी ने 23 गर्भवती महिलाओं और 8 नवजात शिशु की जान बचाई। वनीता जैकब ने बताया कि सुबह 3 बजे के करीब लेबर वार्ड में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लग गई और ये आग काफी तेजी से फैलने लगी, जिसके बाद वार्ड में मौजूद डरी सहमी गर्भवती महिलाएं कमरे के दूसरे कोने में जाकर बैठ गई। फिर मैंने वार्ड में रखे अग्निशामक यंत्र से आग को बुझाया और शोर होने पर वार्ड बॉय और गार्ड भी वहां आ गए,जिसके बाद किसी तरह स्थिति पर काबू पाया गया।
लापरवाही छुपाने लीपापोती शुरू
लापरवाही कहीं उजागर ना हो जाए इस डर से जिला अस्पताल प्रबंधन ने सुबह होते जले दीवारों पर लीपापोती का काम शुरू कर दिया। इस दौरान लेबर वार्ड जाने वाले रास्ते पर अस्पताल के कर्मचारी खड़े रहे और सबको उस ओर जाने से मना करते रहे। अगर मीडिया की टीम वहां पहुंचने में 2 घंटे की देरी और कर देती तो इस लापरवाही पर पूरी तरह से लीपापोती हो गई होती और किसी को इस घटना की कानो कान खबर ही नहीं लगती।
सवाल जवाब से बचते रहे सिविल सर्जन
जिला अस्पताल प्रबंधन की ये पहली लापरवाही नहीं है। आये दिन जिला अस्पताल प्रबंधन किसी न किसी कारण से सुर्खियों में बना रहता है। उक्त मामले की जानकारी लेने के लिए जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. विनोद भोयर से जब संपर्क साधा गया तो उन्होंने न्यूज का नाम सुनते ही फोन काट दिया। उसके बाद उनसे दोबारा संपर्क का प्रयास किया गया,परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया।