नारायणपुर
विश्व आदिवासी दिवस पर हितग्राहियों को प्रशस्ति पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 9 अगस्त। विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप की उपस्थिति में आज जिला प्रशासन द्वारा आदिवासी समाज के हितग्राहियों को उपहार एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को आगे बढ़ाने के लिए हमें संगठित होकर संस्कृति परंपरा रहन-सहन, बोली भाषा के साथ संगठित रहकर समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आदिवासियों की उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। जल जंगल जमीन को बचाने की आवश्यकता है। आदिवासियों की संस्कृति परंपरा को बचाने के लिए सरकार द्वारा बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। गांव-गांव में देवगुड़ी, घोटुल मातागुड़ी का संरक्षण किया जा रहा है। जमीन और जंगल को बचाने के लिए आदिवासी समाज को सदैव आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल जंगल जमीन आदिवासियों की संपत्ति होती है। जमीन और जंगल लगातार समाप्त हो रहा है, उसे संरक्षण करने की आवश्यकता है। हमें वातावरण को बचाने के लिए वृक्ष लगाकर संरक्षित करना है।
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री कश्यप ने कहा कि राज्य सरकार ने सरपंच, जनपद पंचायत, जिला पंचायत के अधक्ष्य एवं सदस्यों का मानदेय वृद्धि की गई है। इसी प्रकार सरकार ने 12वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात दो वर्ष तक रोजगार कार्यालय में पंजीयन होने पर उन्हे 25 सौ रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। गांव-गांव में सिरहा, गुनिया, पुजारी गायता, बाजा मोहरियों का मानदेय में वृद्धि किया गया है।
उन्होंने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस पूरे विश्व में मनाया जा रहा है, यह आदिवासियों का सबसे बड़ी त्यौहार है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों में देवी-देवताओं की आस्था है, जिसके लिए देवगुड़ी की संरक्षण और संवर्धन भी किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा 12वीं कक्षा तक निशुल्क शिक्षा दिया जा रहा है, जिससे छात्रों की अपेक्षा छात्राओं की संख्या में वृद्धि हुई है।
श्री कश्यप ने कहा कि अच्छे अंक लाकर नौकरी प्राप्त करना ही नहीं लोगों को नौकरी देने के लिए भी कार्य करने की आवश्यकता है। मालिक बनने का सोच रखना चाहिए, तभी हमारी समाज आगे बढ़ेगी और समृद्ध होगी। उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पहले की अपेक्षा वर्तमान की पढ़ाई में केवल उत्तीर्ण होना ही नहीं कम से कम 90 प्रतिशत अंक लाने की आवश्यकता हैैैै। समाज को आगे बढ़ाने के लिए एक दूसरे का सहयोग करते हुए भाईचारा के साथ संगठित रहकर परिवार का भरण पोषण करने के लिए उपस्थित लोगों को प्रोत्साहित किया।
आदिवासी दिवस कार्यक्रम को कलेक्टर ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आदिवासी वर्ग के उत्थान के लिए कई योजनाएं संचालित किये जा रहे हैं। आदिवासी समाज के वीर सपूतों ने स्वतंत्रता प्राप्त करने से लेकर जल जंगल जंगल जमीन को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहूति दिए हैं, उनके बलिदानों को नमन करता हूं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा अंत्यावसायी विभाग के दो हितग्राहियों को ऋण वितरण, मछली पालन विभाग के दो हितग्राहियों को मछली जाल, क्रेडा विभाग के तीन हितग्राहियों को सौर सुजला योजना से लाभान्वित, उद्यान विभाग के हितग्राहियों को सब्जी बीज मिनी किट, वन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले श्रमिकों को प्रोत्साहन पारिश्रमिक राशि तथा मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजनांतर्गत हितग्रहियों को राशि का चेक देकर सम्मानित किया गया। विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में जिला प्रशासन द्वारा आदिवासी समाज के बच्चों को कक्षा 10वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूल बैग देकर सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय ओरछा के बच्चों को भी स्कूली बैग देखकर सम्मानित किया गया तथा जनपद पंचायत नारायणपुर के द्वारा हितग्राहियों को व्यक्तिगत, सामुदायिक, वन संसाधन वनाधिकार पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष सुनिता मांझी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, नगरपालिका उपाध्यक्ष प्रमोद नैलवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष पण्डीराम वडडे, जिला पंचायत सदस्य गंगादई शोरी, पार्षदगण ममता राठौर, वागेश्वरी पटेल, अमित भद्र, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास बद्रीश सुखदेव, जनपद सीईओ ओरछा सुमित बघेल, उप संचालक कृषि बीएस बघेल, शिक्षा विभाग के जिला परियोजना अधिकारी महेंद्र देहारी सहित आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।