गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 26 सितम्बर। पीएससी भर्ती में हुई कथित गड़बडिय़ों को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रही है। इन गड़बडिय़ों को लेकर भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पीएससी में अपने लोगों को रेवड़ी बांटकर युवाओं के सपनों पर कुठाराघात कर रही है। पीएससी अध्यक्ष के परिवार के 5 लोगों का चयन होना इस संदेह को पूरी पुष्टि कर रही है।
कांग्रेस नेता के ओएसडी के परिजनों, कांग्रेस नेता के बेटे बेटियों, दामाद, आईएएस-आईपीएस अफसरों के बेटे बेटियों का थोक में चयन होना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शह पर अपने लोगों को उपकृत करने के लिए रेवड़ी की तरह पीएससी भर्ती में पदों को बांटे गए हैं। गलत उत्तर लिखने पर भी नंबर देना ज्यादा अंक लाने पर भी साक्षात्कार के लिए कम नंबर वालों को बुलाना अत्यंत भर्राशाही और परिश्रमी युवाओं के सपनों को कुचलने वाली है।
उन्होंने कहा कि पीएससी जैसी संवैधानिक संस्था में कई तरह की विसंगतियों और धांधली सामने आई है। आंसर शीट का मूल्यांकन एग्जामिनर, डिप्टी हेड एग्जामिनर और हेड एग्जामिनर इन तीन स्तर पर होता है, लेकिन इसमें तीनों मूल्यांकन के अंक सामने दिए गए हैं. यह कैसे संभव हो सकता है कि तीनों स्तर पर मूल्यांकन में एक जैसे समान अंक दिए जाएं इसमें लापरवाही बरती गई है इससे साफ जाहिर होता है।
इस परीक्षा में धांधली हुई है इसकी सीबीआई जांच करानी चाहिए कांग्रेस के शासनकाल में युवा भाई बहन को जिस तरह की परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है वह अत्यंत दुखद है प्रदेश के लाखों युवा अपने माता-पिता के सपनों को साकार करने के लिए गांव से शहर आते हैं,तैयारी करते हैं लेकिन कांग्रेस और उनके प्रदेश सरकार ने उन्हें भी कहीं का नहीं छोड़ रहे हैं। अब तो प्रदेश का हर युवा इस अराजक सरकार को बदलने का संकल्प ले चुकी है।