नारायणपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 12 अक्टूबर। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत वसंत ने जिले के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक ली। कार्यालय में आयोजित बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। निर्वाचन अवधि के दौरान वाहनों व रैलियों की अनुमति की प्रक्रिया तथा इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से भी उन्हें अवगत कराया गया।
बैठक में विधानसभा आम निर्वाचन के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों द्वारा निर्वाचन के दौरान व्यय के संबंध में आयोग के निर्देशों से भी उन्हें अवगत कराया गया। साथ ही राजनीतिक दलों को मतदान के दोनों चरणों में निर्वाचक नामावली में नाम जोड़े जाने की अंतिम तिथि की भी जानकारी दी गई।
बैठक में राजनीतिक दलों को अनुपस्थित श्रेणी के मतदाता (80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाता) के लिए डाक मतपत्र के माध्यम से घर-घर जाकर अपनाई जाने वाली मतदान की प्रक्रिया के बारे में बताया गया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस बार आयोग द्वारा कानून में किए गए संशोधन के अनुसार निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों को केवल सुविधा केंद्र पर ही मतदान करना अनिवार्य होगा। बैठक में राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों द्वारा निर्वाचन के दौरान व्यय किए जाने की सीमा तथा इनके लेखों के संधारण के संबंध में आयोग के निर्देशों की भी जानकारी राजनीतिक दलों को दी गई।
बैठक में भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि नरेंद्र मेश्राम, इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रतिनिधि रजनू नेताम, जनता जोगी कांग्रेस के प्रतिनिधि रोशन ठाकुर, सुक्कू सलाम, रघु मानिकपुरी, सीपीआई के अर्जुन दुग्गा, प्रमोद नैलवल, सहित, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव,उप जिला निर्वाचन अधिकारी डीडी मण्डावी,एसडीएम जितेंद्र कुमार कुर्रे, प्रदीप वैद्य, रामसिंह सोरी सहित सभी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि मौजूद थे।