धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 4 फरवरी। हाई स्कूल सरस्वती शिशु मंदिर बेलरगाँव में वार्षिक उत्सव स्नेह सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्था के सचिव सुभाष चंद साहू विद्यालय का प्रतिवेदन रखा। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि अंबिका मरकाम विधायक विधानसभा क्षेत्र सिहावा रही।अध्यक्षता हरिरामसाहूअध्यक्ष भामाशाह शिक्षण संस्थान बेलगांव ने की।
विशेष अतिथि के रूप में दऊवालाल देवांगन पूर्व जनपद सदस्य बेलरगाँव उमेद मरकाम सरपंच ग्राम पंचायत बेलरगाँव कैलाश नाथ प्रजापति ब्लॉक अध्यक्ष बेलरगाँव नरोत्तम लाल साहू संरक्षक भामाशाह शिक्षण समिति बेलगांव असकरण पटेल संरक्षक सुभाष चंद्र साहू सचिव भामाशाह शिक्षण समिति जगेंद्र प्रजापति कोषाध्यक्ष नारद साहू सहसचिव भामाशाह शिक्षण समिति बेलरगाँव टीकेशवर साहू, गेदलाल साहू, सचिन भंसाली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी नगरी प्रमोद कुंजाम अध्यक्ष युवा कांग्रेस नगरी उपस्थित थे। मुख्य अतिथि अंबिका मरकाम ने कहा कि शिक्षा के साथ ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर का एक अलग ही पहचान है जो भारतीय संस्कृति और धार्मिक से जुड़ा हुआ संस्था है। बच्चों को अच्छी पढ़ाई करना चाहिए और साथ में पालकों को भी बच्चों के ऊपर ध्यान देना चाहिए पढ़ाई के साथ-साथ खेल कूद और संस्कृत से जुड़े रहना भी जरूरी है। आयोजित स्नेह सम्मेलन में सम्मान करते हुए बच्चों की उज्जवल भविष्य की कामना की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया, छात्र-छात्राओं द्वाराविभिन्न प्रकार के देशभक्ति गीत, धार्मिक गीत ,छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं विभिन्न राज्यों की संस्कृति को अपनेसांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यमसे प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में माहिमा साहू ने संस्कृत में दिन तिथि व पंचांग प्रस्तुत कीएवं मधु सोनी एवं साथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित मंत्र उच्चारण सरस्वती वंदना किया एवं सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य व प्रधान आचार्य और दीदीयों के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संस्कृति कार्यक्रम मे बच्चों ने उत्साह के साथ बढ़-चढक़र हिस्सा लिए। मंच को संचालन कर रहे थे मथनसिंह मरकाम आचार्य सरस्वती शिशु मंदिर बेलरगाँव एवं कार्यक्रम में प्राचार्य अशोक कुमार पटेल, प्रधानाचार्य हेमंत प्रसाद ठाकुर, नोमलाल देवागन, रामेश यादव , मनोज गंजीर, उपेंद्र साहू, भूषण पटेल, हीरा लाल नेताम, शिखा यादव खेमिन महिलागे, दुर्गा साहू, एवं सरस्वती शिशु मंदिर के समस्त स्टाफ उपस्थित थे।