मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 27 फरवरी। मनेंद्रगढ़ की बहू सलोनी सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय के 100वें दीक्षांत समारोह में कानून विषय में डॉक्टरेट ऑफ फिलॉस्फी से सम्मानित किया गया है। भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि रहे।
छत्तीसगढ़ की पहली महिला हैं सलोनी सिंह जिन्होंने देश की राजधानी दिल्ली में उक्त सम्मान प्राप्त कर पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। इनके पति अभिषेक के. सिंह अधिवक्ता के रूप में उच्च न्यायालय बिलासपुर में कार्य करते हैं। डॉ. सलोनी सिंह ने अपने थीसिस के विषय के रूप में बाल कानून और आपराधिक कानून को चुना है।
सलोनी सिंह से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे इसका श्रेय अपने ससुर स्व. डॉ. डीके सिंह कोल इंडिया हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक सर्जन को देती हैं, जिन्होंने उन्हें कानून में दर्शनशास्त्र में पोस्ट डॉक्टरेट तक की शिक्षा पूरी करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने आगे कहा कि समाज में अपराध के प्रति संवेदनशील बच्चों के संबंध में और अधिक काम करने की जरूरत है। कानून कहता है कि भारत में हर स्कूल को पॉक्सो एक्ट का अनुपालन करने वाला स्कूल होना चाहिए। यह पूछने पर कि आपकी भविष्य की कार्यशैली क्या है? वह कहती हैं कि वह फ्रांस से कानून दर्शनशास्त्र में पोस्ट डॉक्टरेट करना चाहती हैं। अकादमिक और कानूनी पेशे के बीच उसकी पसंद के बारे में पूछने पर वे कहती हैं कि पढ़ाना उनका जुनून है, लेकिन वे सोचती हैं कि वे अदालत में प्रैक्टिस कर सकती हैं और समाज में योगदान दे सकती हैं।