बेमेतरा

856 फर्जी किसान का लगाएंगे पता, जांच टीम गठित
15-Mar-2024 2:07 PM
856 फर्जी किसान का लगाएंगे पता, जांच टीम गठित

किसान सम्मान निधि मिलने का मामला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 15 मार्च। बेरला ब्लॉक के ग्राम पंचायत बारगांव में किसान सम्मान निधि में 856 फर्जी किसानों द्वारा शासन को फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए की चपत लगाने की खबर लगातार सोशल मीडिया व अन्य संचार माध्यमों से चल रही है। इन किसानों के खाते में प्रतिवर्ष 6000 रुपए के हिसाब से लगभग 2.56 करोड़ के फर्जीवाड़े की बात सामने आ रही है। बाहरहाल इस मामले में कलेक्टर रणवीर शर्मा ने बेरला तहसीलदार सहित तीन लोगों की जांच टीम गठित कर दी है। इस मामले में 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।

क्या कहते है जिम्मेदार

बेरला विकासखंड कृषि विस्तार अधिकारी देवानंद देवांगन ने बताया कि बारगांव में कुल 1446 आवेदन किसान सम्मन निधि के लिए ऑनलाइन प्राप्त हुए थे, जिसके बाद ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की जांच के बाद 364 पात्र किसानों को ही योजना का लाभ मिल रहा है। वही 1082 किसानों के खाते में पैसे नहीं दिए जा रहे।

1082 खातों में पैसे नहीं गए

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पूरे भारत में कहीं से भी किसान पोर्टल में जाकर स्वयं आवेदन कर सकते हैं। चूंकि किसानों की जमीन अलग-अलग राज्यों में हो सकती है। इसके लिए आवेदन तो कोई भी कर सकता है। मगर लाभ केवल पात्र किसानों को जांच के बाद ही मिलता है। बेरला ब्लॉक के ग्राम बारगांव में कुल 1446 किसानों ने किसान सम्मन निधि के लिए आवेदन किया था। इनमें से सिर्फ 364 पत्र किसानों को ही पूरी जांच के बाद तैयार सूची में के मुताबिक किसान सम्मन निधि दी जा रही है। शेष किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। 1082 किसानों के खाते में पैसे नहीं गए हैं। जांच के बाद ही रकम दी जाती है।

क्या है मामला

भाजपा के जिला महामंत्री व किसान नरेंद्र वर्मा ने बताया कि मामले का खुलासा तब हुआ, जब यह योजना के लाभार्थियों से संपर्क अभियान चलाने चॉइस सेंटर पहुंचे। वहां जब 1456 पात्र किसानों की सूची निकली तो वे देख कर दंग रह गए। सूची में 854 ऐसे किसानों के नाम दर्ज हैं, जिन्हें उन्होंने कभी देखा ही नहीं। खुद गांव के लोगों ने सूची में दर्ज 656 मुस्लिम हितग्राहियों के नाम की पुष्टि नहीं कि। उन्होंने बताया कि किसानों के खातों का आईएफएससी कोड मिलान करने पर पता चला कि इसके खाते पश्चिम बंगाल, हरियाणा और भोपाल के हैं। इसे उन्होंने बहुत बड़ा घोटाला करार दिया। इन खातों में 2019 से अब तक 2.56 करोड़ के अंतरण की आशंका भी जताई।

नहीं हुआ है फर्जीवाड़ा

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेरला पिंकी मनहर ने बताया कि मामले की जांच में 364 किसानों को ही योजना का लाभ मिल रहा है। फर्जीवाड़ा नहीं हुआ हैं।

भाजपाई सेक रहे हैं राजनीतिक रोटी

पूर्व विधायक बेमेतरा आशीष छाबड़ा ने कहा कि किसानों के खाते में राशि ही नहीं गई तो फर्जीवाड़ा कहा से हुआ ? बिना सोचे समझे भजपा नेता अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news