मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
टेसू के फूलों ने किया वनों का श्रृंगार
17-Mar-2024 2:40 PM
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 मार्च। इन दिनों टेसू के फूलों ने मनेंद्रगढ़ जिले में जंगलों का ऐसा श्रृंगार किया है कि वनों की सुंदरता देखते ही बनती है। टेसू को पलास, परसा, ढाक और केसू आदि नाम से जाना जाता है। तोता की चोंच के समान फूल का आकार होने के कारण इसे किंशुक नाम भी दिया गया है।
लाल और केसरिया रंग के टेसू के फूल फाल्गुन पूर्णिमा आते-आते दूर से ही अपने ओर आकर्षित करने लगते हैं। सामाजिक सरोकारों से लेकर साहित्य रंजन में भी पलाश के फूल का अपना महत्व रहा है। प्राचीन ग्रंथों में भी इसका उल्लेख मिलता है। होली पर इसके फूलों के रंगों का बड़ा महत्व रहा है। आज भी कुछ लोग त्वचा का नुकसान की जगह लाभ पहुंचाने वाले टेसू के फूलों से रंग निकालकर होली खेलते हैं।