मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 मार्च। अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के तहत ग्लूकोमा सप्ताह के दौरान मरीजों का परीक्षण कर बीमारी के बारे में जानकारी एवं बचाव के बारे में बताया गया।
सहायक नोडल अधिकारी अंधत्व मनेंद्रगढ़ आरडी दीवान ने जानकारी देते हुए बताया कि 40 वर्ष से अधिक आयु वाले को नियमित परीक्षण कराना चाहिए। ग्लूकोमा को काला मोतिया भी कहा जाता है। यह गंभीर नेत्र बीमारी है। इससे आंख में दर्द, आंख की रोशनी कम होना, बार-बार चश्मा का नंबर बदलना, दृष्टि का दायरा सिकुडऩा, आंख का प्रेशर बढऩा, आंख में चोट लगने से या 40 वर्ष से अधिक आयु वालों को ग्लूकोमा की संभावना होती है। आंख का प्रेशर बढऩे से ऑप्टिक नर्स सूख जाता है, जिसका उपचार संभव नहीं है। सही समय पर आंख की जांच कराकर परेशानी से बचा जा सकता है। उन्होंने जानकारी दी कि मनेंद्रगढ़, चिरमिरी, खडग़वां, जनकपुर, नागपुर एवं डोमनहिल में नेत्र परीक्षण की व्यवस्था है, जहां उचित जांच व परामर्श ले सकते हैं।