बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा,17 मार्च। एलॅन्स में किंडरगार्टन छात्रों का स्नातक दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता एवं अभिभावकों द्वारा मां सरस्वती देवी के चित्र के समक्ष दीप जलाकर एवं माल्यार्पण कर किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस देवी पांडे द्वारा प्रस्तुत गीत एवं भजन से हुई। रैम्प वॉकिंग का प्रदर्शन विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों द्वारा किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों के अभिभावकों ने नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।
प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता ने अभिभावकों से कहा कि उनके बच्चों के अंदर प्रतिभा छिपी हुई है उन्हे निखारने हेतु उनकी मदद नितांत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि छात्रों मे संक्षिप्त रूप PREME के गुण विकसित करने चाहिए। ‘पी ’ का मतलब मनभावन व्यक्तित्व विकास है। ‘आर ’ का अर्थ है स्वयं और दूसरों के लिए सम्मान। ‘ई ’ का अर्थ रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न होना है। ‘एम ’ का मतलब सार्थक जीवन जीना है। ‘आई ’ का अर्थ जातियों, पंथों और धर्मों के मतभेदों को नजरअंदाज करते हुए एकीकरण के मूल्य के साथ भारतीय होना है।
उन्होंने कहा कि स्कूल मिलजुलकर रहने की गुणवत्ता विकसित करने की शिक्षा देता है। स्नातक दिवस को सफल बनाने का श्रेय माता-पिता, शैक्षणिक समन्वयक खुशबू नायडू और उनकी टीम के सदस्यों शीतल वैद्य, समीक्षा साहू, इंदु पटेल और श्रुति सिंह को जाता है। समारोह का मुख्य आकर्षण दीक्षांत समारोह के लिए छात्रों का अपनी माताओं के साथ रैंप वॉक करना था। बालवाड़ी या किंडरगार्टन के नवनिहालों के माता-पिता के लिए यह गर्व का क्षण था जब उनके बच्चे ग्रेजुएशन गाउन और स्कॉलर कैप पहने हुए मुस्कुराते चेहरों के साथ प्राचार्य द्वारा ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट के स्क्रॉल प्राप्त करने के लिए मंच पर उपस्थित हुए। इस आयोजन में शामिल होने से सभी माताओं को अपने बचपन की पुरानी यादें सजीव हो गई।इस अवसर पर विद्यार्थी, अभिभावक एवं शिक्षक भी उपस्थित थे।