रायपुर
![विधायक, या सांसद अभी तय नहीं किया, मंत्री तो छह महीने भी रह सकता हूं विधायक, या सांसद अभी तय नहीं किया, मंत्री तो छह महीने भी रह सकता हूं](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718291454irjmohan-1.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 जून। सांसद बृजमोहन अग्रवाल को 18 जून तक दो में से एक पद से इस्तीफा देना है। वे रायपुर दक्षिण विधायक और मंत्री भी है। अपने बहुप्रतीक्षित इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा कि सांसद या विधायक किस पद से इस्तीफा देना है सोच रहा हूं।
एक इंटरव्यू के दौरान यह कहा है कि वह विधायक या सांसद पद से कब इस्तीफा देंगे उसे पर वह विचार कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होने छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री पद को लेकर भी इस्तीफा पर तर्क दिया है।
केंद्रीय मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर बोले रायपुर से सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने समर्थको के आधार पर न टिकट मिलती है और ना ही कोई पद मिलता है यह तो आपकी योग्यता, आपके काम, आपके अनुभव के आधार पर शीर्ष नेतृत्व जब जो जिम्मेदारी देता है उसे निभाना पड़ता है। अग्रवाल ने कहा कि मुझे पार्टी ने इतना कुछ दिया है कि मैं 8 बार विधायक बन गया, 5 बार मंत्री बन गया और 9वीं बार सांसद बन गया। बृजमोहन ने कहा कि अभी मेरी राजनीति समाए नहीं हुई है। भविष्य बहुत लंबा है इसलिए इसकी चिंता करने की बहुत ज्यादा जरूरत नहीं है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मैं पद प्रतिष्ठा पर ज्यादा विश्वास नहीं करता हूं।
इस्तीफा मुझे विधायक पद से देना है, मंत्री तो मैं 6 महीनेरह सकता हूं। इसलिए कानून के अनुसार 14 दिन मेंमुझे विधायक पद से इस्तीफा देना है या सांसद पद से इस्तीफा देना है। मैं जल्द ही इस पर निर्णय करूंगा औरमंत्री पद के मामले में कहना चाहूंगा कि मुझे मुख्यमंत्री ने मंत्री बनाया है, वह जिस दिन कहेंगे मैं इस्तीफा दे दूंगा। अग्रवाल ने कहा कि मैं पहले भी रायपुर दक्षिण से विधायक था, काम पूरे छत्तीसगढ़ के लिए करता था। अब मैं नौ विधानसभा से सांसद हूं। अब मैं पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश के लिए काम बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अब मुझे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश की जिम्मेदारी मिली है इसी तरह जनता के लिए सवाल पूछना जारी रहेगा।
जामवाल की सांसदों से चर्चा, नहीं आईं सरोज
लोकसभा चुनावों में एकतरफा जीत के बाद भाजपा की समीक्षाओं का दौर जारी है। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने गुरूवार को सभी नव निर्वाचित सांसदों के साथ वन टू वन चर्चा की। बताया गया है कि इस दौरान जामवाल ने मतदान का फीड बैक लिया और अब जनता से किए चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में काम करने कहा। बता दे कि पार्टी को 11 लोकसभा के 29 विधानसभा सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं एक लोकसभा कोरबा सीट गवानीं पड़ी। जामवाल के बुलावे पर संतोष पांडे, रूप कुमारी चौधरी, कमलेश जांगड़े,राधेश्याम राठिया,भोजराज नाग, विजय बघेल और बृजमोहन अग्रवाल पहुंचे। उनसे एक के बाद एक चर्चा की। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और सरोज पांडे, चिंतामणी महाराज नहीं पहुंची। सरोज,पिछले दिनों सीएम की बुलाई बैठक में भी नहीं आईं थीं।