रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 जून। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने वन विभाग में तृतीय श्रेणी के पदों पर होने वाली सीधी भर्ती पर रोक लगा दी। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि जब तक दैवेभो का नियमितीकरण नहीं हो जाता कोई सीधी भर्ती नहीं की जाए। इस पत्र के हवाले से अन्य विभागों पर भी रोक लगाई जा सकती है ।
मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग ने पीसीसीएफ की सिफारिश पर तृतीय श्रेणी के करीब 1700 पदों पर सीधी भर्ती की तैयारी शुरू की थी। इसकी जानकारी मिलते ही विभाग में वर्षों से कार्यरत दैवेभो कर्मियों ने विरोध शुरू किया। वे अपने नियमितीकरण तक हुए इस भर्ती पर रोक लगाने कि मांग कर रहे हैं। इन कर्मियों ने 10जून को सीएम साय, 12 जून को वित्त मंत्री ओपी चौधरी ,वन मंत्री केदार कश्यप और पीसीसीएफ श्रीनिवास राव से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया ।
वन मंत्री ने इन दैवेभो कर्मियों को इन नए पदों पर समायोजन का भरोसा दिलाया । लेकिन दैवेभो समायोजन नहीं निसमितीकरण करने पर अड़े रहे। तो राव ने कहा कि शासन आदेश कर दे तो वे सीधा भर्ती पर रोक लगा देंगे। इस तरह से वित्त मंत्री चौधरी की ओर से ओएसडी ने वित्त सचिव को पत्र लिखकर भर्ती पर रोक लगाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने कहा है ।
विभाग में करीब 6500 दैवेभो कर्मचारी 20-25 वर्ष से कार्य कर रहे हैं। इनमें ड्राइवर, कार्यालय सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर ,वन और वन्य प्राणी सुरक्षा गार्ड जैसे सभी अहम कार्य कर रहे हैं। इन्हें कलेक्टर दर का वेतन दिया जाता है । नियमितीकरण की उम्मीद में ये लोग दिन में 15-16 घंटे काम कर रहे हैं। इसके विपरीत रायपुर महासमुंद के इन दैवेभो कर्मियों को 4 महीने से वेतन भी नहीं दिया जा रहा। सीसीएफ रायपुर बजट न मिलने की बात कहते हैं। वहीं4000 रूपए की श्रम सम्मान निधि भी नहीं दी जा रही है । जबकि इस मद से करीब 20 करोड़ रूपए अफसरों ने विथड्रा कर लिया है। उसे कहां खर्च किया गया,इसे लेकर तरह तरह की चर्चा है।
और दो भाजपा को वोट
17 सौ नए पदों की भर्ती की सुगबुगाहट इन दैवेभो कर्मियों के परिवारों तक पहुंच गई है। । इनकी पत्नियां, उलाहना देते हुए कहती हैं कि बहुत मोदी की गारंटी कहकर भाजपा को वोट दिए थे। अब ये लोग भी वही कर रहे । बता दें कि कांग्रेस शासन काल में जब इन कर्मियों ने आंदोलन किया था। तब विष्णु देव साय, ओपी चौधरी, केदार कश्यप ने इनके मंच पर आकर भाजपा को समर्थन देने के बदले नियमितीकरण का वादा किया था।