रायपुर
कांग्रेस राजनीति कर रही-साव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 जून। बलौदाबाजार हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस की सीबीआई जांच की मांग पर पूर्व मंत्री विधायक राजेश मूणत ने पलटवार किया है।
कांग्रेस नेताओं के बलौदाबाजार दौरे पर पूर्व मंत्री व विधायक राजेश मूणत तंज कसते हुए कहा कि अच्छी बात है, जाएं और देखें।उनके पास भी तथ्य हैं तो सकारात्मक सुझाव दे, लेकिन झीरम घाटी जैसी भूमिका नहीं चाहिए।
मूणत ने झीरम घाटी मामले में कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जेब में सबूत था, लेकिन 5 साल तक के सबूत नहीं निकाल पाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सीबीआई को प्रतिबंधित किया था।छत्तीसगढ़ की एसआईटी से जांच कराते थे। अब जब सरकार न्यायिक जांच करवा रही है, तो कह रहे हैं कि सीबीआई से जांच करवाओ। यह तो वही बात है कि च्च्तुम करो तो रासलीला! कलेक्टर और एसपी के निलंबन पर विधायक मूणत ने कहा, कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू है. सरकार का कर्तव्य बनता है, जो कानून हाथ में लेगा उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक, सामाजिक या अन्य कोई भी व्यक्ति हो, कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री साय के विभागों की समीक्षा पर मूणत ने कहा कि अच्छी प्लानिंग योजना के साथ आने वाले भविष्य में क्या कर सकते हैं, इस पर विचार कर रहे हैं।
वहीं अग्रवाल के बाद राजेश मूणत ने मंत्री बनने के संभावनाओं पर कहा कि मैं कहीं नहीं खड़ा हूं, मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं। मेरी पार्टी है, मेरी सरकार है।
डिप्टी सीएम अरूण साव ने कहा कि, सत्ता जाने के बाद कांग्रेस नेताओं में भारी बौखलाहट है। ये लोग अपनी राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं, इसे जनता जान चुकी है। वहीं सरकार पूरी तरह से सजग है, छत्तीसगढ़ में किसी भी कीमत पर अराजकता और हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। असामाजिक तत्वों पर कठोरता से कार्रवाई की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि, सरकार ने बलौदाबाजार घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित की है। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्री सीबी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम घटना की जांच करेगी और 3 महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। सरकार छत्तीसगढ़ की शांति और कानून व्यवस्था के लिए पूरी तरह से सजग है।