कवर्धा
![परिवार संग कलेक्टर से मांगी इच्छा मृत्यु परिवार संग कलेक्टर से मांगी इच्छा मृत्यु](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719495599884.jpg)
तहसीलदार-पटवारी पर प्रताडऩा का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 27 जून। दुल्लापुर सोनपुरी (रानी) में यादव परिवार ने तहसीलदार और पटवारी पर मानसिक रूप से प्रताडऩा का आरोप लगाया है। आरोप है कि सराफा व्यापारी के पैसे के दम पर दोनों अफसर प्रताडि़त कर रहे हैं। पीडि़त ने परिवार संग कलेक्टर से इच्छा मृत्यु मांगी है। इसी मांग को लेकर मिलन यादव परिवार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री व कवर्धा विधायक विजय शर्मा को भी आवेदन सौंपे हैं।
जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर पर दुल्लापुर सोनपुरी (रानीसागर) में एक यादव परिवार कई पीढिय़ों से निवासरत है। मिलन यादव अपने गांव दुल्लापुर में आपसी प्रेम से रहता है।
दुल्लापुर सोनपुरी (रानीसागर) नेशनल हाइवे से नहर नाली निकला है, जिससे ग्रामीणों को निस्तारी करने में सुविधा होती है। दुल्लापुर निवासी मिलन यादव की जमीन भी नेशनल हाइवे से लगी हुई है और उसके पीछे भाग में कवर्धा के सराफा व्यापारी विनय बोथरा की भी जमीन लगी हुई है।
मिलन यादव ने आरोप लगाया कि सराफा व्यापारी विनय बोथरा के इशारे पर मिलन यादव को तहसीलदार हुलेश्वर पटेल व पटवारी निर्मल साहू हमेशा प्रताडि़त करते हैं। कवर्धा तहसील कार्यालय में जो भी तहसीलदार पदस्थ होता है, हमेशा उसे कार्यालय बुलाकर प्रताडि़त करता है। पटवारी को भेजकर हमेशा उसके जमीन को नाप किया जाता है, ऐसा करते ये तीसरा तहसीलदार हो गया।
जमीन पर 50 बरस से काबिज
राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार मिलन यादव के पिता और स्वयं मिलन यादव इस जमीन पर रजिस्ट्री कराकर लगभग 50 वर्षों से जमीन पर काबिज हैं। इनके ठीक जमीन के पीछे सर्राफा व्यापारी विनय बोथरा की जमीन है। बताया जाता है कि विनय ने पीछे की जमीन ऊंचे दाम में खरीदा और दलालों ने यह बताया कि सामने पूरी सरकारी जमीन है और यह सब आपका है, ऐसे में बिना आसपास के गांव के लोगों से पूछताछ किए बिना विनय बोथरा ने जमीन को खरीद लिया और खरीदने के बाद अब जब पता चला कि सामने की जमीन में कोई यादव परिवार का कब्जा है तो अपने रसूखदारी राजनीति और नेतागिरी के चलते बड़े से बड़े लोगों को यादव के जमीन पर कब्जा करने या उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करना चालू कर दिया। अतिक्रमण बताकर हटाने का प्रयास किया गया, जिससे गांव वालों में नाराजगी है।
ज्ञात हो कि रायपुर नेशनल हाईवे पर ग्राम दुल्लापुर चौक से नहर नाली निकाला गया है, उसमें 35 से 40 किसान की जमीन सामने आता है, जिनका जमीन सिंचाई विभाग में भू-अर्जन में मर्ज दिखाया जाता है लेकिन केवल एक ही मिलन यादव के खसरा को ही अतिक्रमण बताया जा रहा है।
आरोप है कि आवेदक केवल पटवारी के आवेदन और जांच से पैसे का मोटा रकम लेनदेन कर तहसीलदार मिलन यादव व उनके परिवार को मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहे हैं ।
न्याय की मांग के लिए मिलन यादव और उसके परिवार कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की मांग करने जा रहे हैं क्योंकि लगभग तीन तहसीलदार और कई पटवारी के प्रताडऩा से वह मानसिक रूप से प्रताडि़त हो गया है। वह कलेक्टर के पास इच्छा मृत्यु की मांग को लेकर आवेदन भी दिया गया।
इसी मांग को लेकर मिलन यादव परिवार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय औरउपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को भी आवेदन ज्ञापन सौंपे हैं।