गरियाबंद
छुरा, 27 दिसंबर। आईएसबीएम विश्वविद्यालय में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2020 का आयोजन किया गया।
अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत विश्वविद्यालय की वर्चुअल भ्रमण से हुई। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद महलवार ने कहा कि भगवत गीता का पाठ अमेरिका जैसे देशों में अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाता है। गीता के श्लोक मानव मन की दुविधाओं को समाप्त करने का कार्य करता है और मानव विकास के लिए आवश्यक है। तत्पश्चात विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ बीपी भोल ने तीन योग (कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्ति योग) की चर्चा करते हुए हम सभी को प्रतिदिन गीता के श्लोकों का पाठन करने की सलाह दी और बताया कि गीता ज्ञान का भंडार है और इसे हमें अपने जीवन में ग्रहण करना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ राजकुमार पांडे, हिंदी विभाग, गुरु घासीदास शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुरूद जिला धमतरी थे।