गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 28 दिसंबर। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में सोमवार दोपहर को सैकड़ों किसानों की स्थिति बेकाबू हो गई, जब किसानों को उनके द्वारा बेचे गए धान की राशि सुबह से कतार में लगने के बाद नहीं मिली। किसानों ने सिटी कोतवाली के सामने हाइवे जाम कर दिया। घंटेभर के जाम के बाद एडिशनल एसपी और एसडीएम, तहसीलदार के किसानों को समझाने के बाद मामला शांत हुआ।
किसानों के बताए अनुसार वे सवेरे 8 बजे कड़ाके के ठंड में लाइन में लगे हैं और उन्हें अपने खाते का पैसा नहीं मिल रहा है। उनके पास बुक को फेंक दिया गया है। बैंक कर्मी उनको गोलमोल जवाब दे कर बैठाकर रखे हैं।
एक महिला किसान ने यह भी बताया कि यहां ठीक से काउंटर की व्यवस्था नही होने से बहुत दिक्कत होती है और यह बदहाल व्यवस्था रोज का है। उन्होंने कहा कि वे किसान है। रोज अपने काम बर्बाद करके बैंक का चक्कर नहीं काट सकते। जिला मुख्यालय में स्थित बैंक में दूरस्थ गांवों से आना पड़ता है। जहां उन्हें आने जाने के लिए बस की सुविधा मिलती है न ही बैंक में बैठने की, बुजुर्गों को इस बैंक में बहुत ज्यादा परेशानी होती है। क्योंकि अधिक्तर किसानों के बैंक खाते बुजुर्ग व्यक्ति के नाम पर होता है जो घर से आने जाने की स्थिति में नहीं है और उनके पैसे निकालने के लिए वे निकासी फॉर्म पर उनका दस्तखत और आधार कार्ड लेकर आते हैं किंतु बैंक वाले उन्हें पैसा आहरण करने नही देते है। उनका प्रश्न था कि अगर वे बुजुर्ग व्यक्ति को लेकर आएंगे तो उनको कुछ हो गया तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी? और उनकी यह मांग भी थी कि महिलाओं के लिए अलग से काउंटर की व्यवस्था करे ताकि महिलाओं को सुविधा हो।
किसानों के सिटी कोतवाली के सामने हाइवे पर धरने पर निकल जाने पर स्थानीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों में हडक़म्प मच गया और आनन फानन में त्वरित एसडीओपी संजय धु्रव एवं कोतवाली एसएचओ वेदवती दरियो ने बैंक में शाखा प्रबंधक से बात करके किसानों को संभाला और सूचना मिलते ही एसडीएम भूपेंद्र साहू एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर तहसीलदार राकेश साहू मौके पर पहुंच कर किसानों को समझाया एवं सडक़ जाम करके खड़े किसानों को उनके खाते के पैसे जल्द जल्द मिलने का आश्वासन दिया एवं बैंक के नोडल अधिकारी को बैंक की उचित व्यवस्था करने के लिए कहा गया।
बैंक के प्रबंधक केपी साहू ने बताया कि रोजाना 300 किसानों को भुगतान करने का की व्यवस्था की गई है और बैंक कर्मी 3 काउंटर लगा कर 400 से 450 किसानों का भुगतान किया जा रहा है किन्तु अभी 3 दिनों से छुट्टियां होने के कारण बैंक में पैसे नहीं थे। इस कारण से किसानों को परेशानी हुई। बैंक प्रबंधक साहू से बैंक में कितने गाँवों का भुगतान होता है, पूछने पर बताया कि बैंक के अंतर्गत लगभग 450 से अधिक गाँव आते जिसका भुगतान यहां किया जाता है।
भूपेंद्र साहू एसडीएम गरियाबंद ने बताया कि तीन दिनों की छुट्टी होने के कारण ये अव्यवस्था हुई। आगे से नहीं होगी, यह सुनिश्चित करने के लिए बैंक के नोडल अधिकारी से बात हुई है, और उन्होंने कहा कि वे आज शाम तक बैंक में ही रहेंगे और सभी किसानों का भुगतान कराने की व्यवस्था करेंगे।