गरियाबंद
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 1 जनवरी। नेशनल हाईवे के किनारे चीतल का शिकार करने वाले 8 आरोपियों को वन विभाग ने गिरफ्तार किया। आरोपियों से 3 तीर-कमान एवं 4 कुल्हाड़ी जब्त की गई है।
वन परिक्षेत्र मैनपुर अधिकारी अनिल कुमार साहू ने बताया कि 27 दिसंबर शनिवार की दोपहर को परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर (सामान्य) को ग्राम बेहराडीह के ग्रामीणों द्वारा सूचना दी गई कि बाजाघाटी के पास एक नर चीतल मृत अवस्था में पड़ा हुआ है। परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा वन अमले के साथ जाने पर बेहराडीह परिसर के कक्ष क्रमांक 1076 में एक नग नर चीतल मृत अवस्था में पाया गया। उक्त स्थान के पास से 1 नग तीर कमान प्राप्त हुआ जिससे अनुमान लगाया गया कि संभवत: जिसका शिकार किया जाना प्रतीत हो रहा था। आस-पास की जांच में कोई भी संघर्ष के निशान नहीं दिखे।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अनिल कुमार साहू एवं परिक्षेत्र अधिकारी इंदगांव धु्रवागुडी योगेश रात्रे के निर्देशन पर मैनपुर वन स्टॉफ के कैलाश चंद्र भोई देवदत्त तिवारी जुगलाल नायक तथा उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व के एंटी पोचिंग स्कावड के लोचन निर्मलकर, राकेश मार्कण्डेय हरिश राजपुत वन अमला के द्वारा उस क्षेत्र में लगातार नजर रखी जा रही थी।
30 दिसंबर को एन्टी पोचिंग स्कावड के सदस्यों को खबर मिली कि इस प्रकरण में मुख्य संदिग्ध व्यक्ति रामसिंग बेहराडीह है। सूचना के आधार पर एंटी पोचिंग टीम एवं मैनपुर वन अमले ने संदिग्ध आरोपी से 3 नग तीर-कमान एवं 4 नग कुल्हाड़ी एवं खून से सना हुआ तीर जब्त किया गया और उसे पूछताछ के लिए मैनपुर लाये। पूछताछ करने पर आरोपी ने आरोप स्वीकार करते हुए अन्य 7 आरोपियों के सहित गैंग बनाकर उक्त नर चीतल का 27 दिसंबर को शिकार करना स्वीकार किया। आरोपी के बयान के आधार पर शेष 7 आरोपियों को भी पकड़ लिया गया।