राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 जनवरी। स्कूल शिक्षा विभाग, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के निर्देशन और कलेक्टर टीके वर्मा के मार्गदर्शन में पढऩा-लिखना अभियान के अंतर्गत 3 दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया।
राजनांदगांव, छुईखदान एवं खैरागढ़ के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा संचालित करने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जिला स्तर के स्त्रोत व्यक्ति, कुशल प्रशिक्षकों को 28 से 30 दिसंबर तक ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा स्थित ङ्कष्ट हृद्गह्ल2शह्म्द्म स्ङ्ख्रहृ के माध्यम से जिला जनपद कार्यालय राजनांदगांव में ङ्कष्ट हृद्गह्ल2शह्म्द्म स्ङ्ख्रहृ द्वारा स्त्रोत व्यक्ति, कुशल प्रशिक्षकों को राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के विषय विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षण में जिला परियोजना अधिकारी रश्मि सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी विनोद रावना, डाइट खैरागढ़ स्रोत व्यक्ति तारिणी सिंह, व्याख्याता कृष्ण कुमार वर्मा, व्याख्याता एवं तीनों विकासखंड के प्रशिक्षकों की उपस्थिति रही।
जिले के प्रशिक्षक राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने विकासखंड के स्वयं सेवकों एवं ग्राम प्रभारियों को पढऩा-लिखना अभियान के पठन-पाठन के लिए प्रेरित कर प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण उपरांत चयनित स्थलों पर साक्षरता की कक्षाएं संचालित की जाएगी। पढऩा लिखना अभियान के तहत कक्षा संचालित करने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों को नि:शुल्क स्वयंसेवी भावना से साक्षरता की कक्षाएं लेनी है, इसके लिए स्वयं सेवकों को जिले व राज्य स्तर से सम्मानित किए जाएंगे।
पढऩा-लिखना अभियान के अंतर्गत विकासखंड राजनांदगांव, छुईखदान एवं खैरागढ़ के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में असाक्षरों का चिन्हांकन एवं उन्हें पढ़ाने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों (ङ्कञ्जह्य) का चिन्हांकन के लिए ग्राम एवं नगरीय वार्डों में सर्वे स्थानीय प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षकों द्वारा किया गया। असाक्षरों के चिन्हांकन के दौरान प्रति केन्द्र पढ़ाने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन इनके द्वारा किया गया। डाटा एन्ट्री का कार्य जिला विकासखंड स्तर पर किया जा रहा है।