धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 21 फरवरी। शुक्रवार को आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज तहसील नगरी की कार्यकारिणी बैठक समाज के सभा भवन चुरियारा पारा वार्ड क्रमांक 12,नगर पंचायत नगरी में आयोजित की गई, जिसमें श्री बुढ़ादेव मंदिर कर्णेश्वर धाम देऊरपारा में 13 एवं 14 मार्च को आयोजित दो दिवसीय महासभा 2021 के मुख्य अतिथि के लिए डॉक्टर लक्ष्मी धु्रव विधायक सिहावा,उपाध्यक्ष मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण का नाम सर्वसम्मति से चयन किया गया। विधायक महोदया 14 मार्च को महासभा में सिरकत करेंगी। यह आयोजन तहसील अध्यक्ष श्री छेद प्रसाद कौशिल की अध्यक्षता में संपन्न होगी। इसके अलावा प्रथम दिवस समाज के जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा।
महासचिव नरेश छेदैहा ने बताया कि महासभा में प्रतिभा सम्मान, आदिवासी संस्कृति,इतिहास व परम्परा के संरक्षण एवं संवर्धन पर विचार, आदिवासी संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम,जटील समाजिक प्रकरणों का निराकरण, समाजिक नियम चलागान पर गहन चर्चा, आय व्यय की जानकारी तथाउपक्षेत्रीय प्रस्ताव पंजी का अंकेक्षण प्रमुख विषय होंगे।महासभा के भोजन व्यवस्था की जिम्मेदारी उपक्षेत्र गोरेगांव, साफ सफाई लिपाई पोताई की जिम्मेदारी उप क्षेत्र सिरसिदा, तथा खाद्य सामग्री, टेण्ट, लाईट,माईक तथा अन्य व्यवस्था के लिए युवा प्रकोष्ठ को अधिकृत किया गया।इसके अलावा बुढ़ा देव मंदिर परिसर पर पानी की समस्या को ध्यान में रखते हुए बोर खनन की के लिए युवा प्रभाग दायित्व दिया गया। इसके तहत महानदी में बोर खनन करके पाइप लाइन बिछाकर बुढ़ा देव मंदिर परिसर पर पानी पहुंचाया जाएगा ।इसके लिए 60000 =00 रुपये का बजट पास किया गया।
बैठक में गत दिवस संपन्न हुए युवक-युवती परिचय सम्मेलन की समीक्षा की गई जिसमें आगामी वर्ष युवक युवती परिचय सम्मेलन को और अधिक आकर्षक ढंग से आयोजित करने पर जोर दिया गया। बैठक में सामाजिक जन युवती परिचय सम्मेलन की अपार सफलता पर संतुष्ट नजर आए तथा भावी आयोजन के प्रति उत्सुक नजर आये। यह जानकारी मिडिया प्रभारी व प्रवक्ता सुरेंद्रराज धु्रव ने दी है।
बैठक में तहसील अध्यक्ष छेद प्रसाद कौशिल, महासचिव नरेश छेदैहा, कोषाध्यक्ष भावत राम धु्रव, संरक्षक धन सिंह नेताम, संचालक हुलास सूर्याकर, वित्त सचिव माखन धु्रव, सचिव सुरेश धु्रव, अंकेक्षक टीकम गंगेश, महेन्द्र कुमार नेताम, अमोल धु्रव, कृष्ण कुमार मंडावी, चमरू राम धु्रव, पाल सिंह मरकाम, चिंताराम धु्रव, नारद धु्रव, सुरेंद्र सोरी, रामस्वरूप सामरथ, टेश्वर धु्रव, पुरन नेताम,भगवानी राम धु्रव आदि उपस्थित थे।