गरियाबंद
![श्रमदान से प्लास्टिक एकत्र किया गया श्रमदान से प्लास्टिक एकत्र किया गया](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1625836690lastic_Bag_mukti_divas-1.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 9 जुलाई । अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस के अवसर पर गरियाबंद जिले के समस्त विकासखण्डों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के स्वच्छाग्रहियों ने श्रमदान करते हुए गांव में जगह-जगह बिखरे पड़े हुए प्लास्टिक को एकत्रित करते हुए गांव के परिवेश के प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए तथा ग्रामीणों को प्लास्टिक की जगह थैली का उपयोग करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस को दिन कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप कुमार अग्रवाल के निर्देश एवं मार्गदर्शन में किया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक एक जटिल समस्या बन चुकी है। लोग इस के आदी हो चुके हैं किन्तु यह समस्या धीर-धीरे विकराल होती जा रही है।
प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग के कारण जहां एक ओर भूमि बंजर हो रही है वहीं भू-जल स्तर में लगातार गिरावट का कारण भी यही बन रहा है, सिंगल यूज प्लास्टिक जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण का भी कारण बनती जा रही है। यही कारण है कि आज कल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी आम होती जा रही है। वहीं दूसरी ओर जानवरों पशु, पक्षियों को भी इसका खमियाजा भुगतना पड़ता है।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के जिला सलाहकार परवेज हनफी ने बताया कि प्लास्टिक मुक्त गांव बनाने की पहल कर दी है, अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्ति दिवस के दिन ही केवल फिंगेश्वर एवं देवभोग ब्लाक से कुल 227.5 किलो ग्राम प्लास्टिक कचरा का संग्रहण एक दिवसीय श्रमदान के माध्यम से एकत्र किया गया है तथा लोगों को प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में बताकर प्लास्टिक की जगह कपड़े की थैली का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया है।
यह अभियान जिले में सतत चलता रहेगा। इस प्रकार हम स्वच्छ वातावरण एवं स्वस्थ जीवन की कल्पना को भी साकार रूप दे सकेंगे।