गरियाबंद
![मोदी सरकार देश संभालने के बजाए, मंत्रीमंडल विस्तार करने में लगी हुई है - राकेश मोदी सरकार देश संभालने के बजाए, मंत्रीमंडल विस्तार करने में लगी हुई है - राकेश](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1625920198akesh_Tiwari.jpg)
पेट्रोल-डीजल और बढ़ती महंगाई से जनता त्रस्त
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 10 जुलाई। केन्द्र की मोदी सरकार के हर मोर्चे पर बुरी तरह असफल होने के बाद अब भाजपा की प्राथमिकता मात्र बचे हुए राज्यों और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव ही रह गई है। उक्त बातें गरियाबंद जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राकेश तिवारी ने केन्द्र सरकार में मंत्रिमंडल के भारी फेरबदल और विस्तार पर कही।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति मेें कहा कि बहुप्रतिक्षित विस्तार कर केन्द्र सरकार विफ लताओं के लिए बलि का बकरा तलाश कर राज्यों में होने वाले चुनावों में जीत के सपने देखे रही है। क्योंकि मोदी सरकार की प्राथमिकता मात्र चुनाव जीतना ही है। देश की हालत किसी से नहीं छिपी है। आर्थिक बदहाली ने मंहगाई को चरम पर पहुंचा दिया है, लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को नहीं हटाया गया, क्योंकि वह मोदी सत्ता के लिए सुविधाजनक है। जबकि करोना महामारी में असफलता के लिए डॉ. हर्षवर्धन को बलि का बकरा बना दिया गया है, लेकिन हकीकत में तो महामारी प्रबंधन नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन तो प्रधानमंत्री मोदी है। मतलब तो यही है कि धूल चेहरे पर है और आईना साफ करने का प्रयास किया गया है।
श्री तिवारी ने कहा कि रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर और बाबूल सुप्रियो जैसे कई नाम हैं, जिन्हें मंत्रिमंडल से हटा कर मोदी सत्ता ने न सिर्फ अपनी ताकत दिखाई है बल्कि ये संदेश भी दिया है कि केंद्रीय सत्ता का चेहरा सिर्फ मोदी ही है।
राकेश ने आगे कहा कि संतोष गंगवार को शायद इसलिए हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र बरेली में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के लिए योगी सरकार की आलोचना की थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया और नारायण राणे को पुरस्कृत कर अन्य दूसरे दलों के नेताओं को आमंत्रित करने का एक प्रयास मात्र है।
आगे कहा कि देश में आज पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस के साथ-साथ आम रोजमर्रा उपयोग की चीजों की कीमतें आसमान छू रही है। करोना महामारी के कहर से देश जूझ रहा है और मोदी सरकार केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार कर आने वाले समय में ग्यारह राज्यों सहित 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में जीत के सपने संजो रही है।