गरियाबंद
![पौधरोपण कर वन नेशन, वन पेंशन की मांग पौधरोपण कर वन नेशन, वन पेंशन की मांग](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16261764422.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 13 जुलाई। पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर बाजार आधारित एनपीएस योजना की जगह पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्र व्यापी पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ थीम के साथ पुरानी पेंशन बहाली का अभियान चलाया गया। जिसके तहत 12 जुलाई को सभी एनपीएस कर्मचारी व शिक्षक अपने घर के गमलों, स्कूल, कार्यालय, कृषि भूमि, चारागाह, मैदान, सडक़, नदी, नाला, रेलवे लाइन के किनारे पौधे लगाकर भविष्य के पर्यावरण का संरक्षण करते हुए अपने सेवाकाल के पश्चात सेवानिवृति होने पर बुढ़ापे के लिए पुरानी पेंशन बहाली की मांग की।
पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा व सह संयोजक पूरन लाल साहू ने बताया कि पुरानी पेंशन व्यवस्था का शेयर बाजार से कोई संबंध नहीं था। इसके अंतर्गत सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन देना सरकार का दायित्व होता था। पुरानी पेंशन में हर छह माह में डीए जोड़ा जाता था, जबकि नई पेंशन प्रणाली एक म्यूच्यूअल फंड की तरह है, जो शेयर मार्केट पर आधारित व्यवस्था है। एनपीएस कर्मचारी जिस दिन सेवानिवृत्त होते हैं, उस दिन जैसा शेयर मार्केट होगा, उन्ही के अनुरूप उन्हें 60 प्रतिशत राशि मिलेगी, बाकी के 40 प्रतिशत के लिए उन्हें पेंशन प्लान लेना होगा जिसके आधार पर उसकी पेंशन निर्धारित होगी।
कार्यक्रम के तहत गरियाबंद जिले शिक्षकों व एनपीएस कर्मचारी द्वारा आम, नीम, जामुन, कटहल, पपीता, मुनगा, सीताफल, अमरूद, आंवला आदि के पौधारोपण कर प्रधानमंत्री एवं राज्य के मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि नवीन पेंशन के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करें।