छत्तीसगढ़ » बीजापुर
साल भर से अटका रहा करोड़ों का भुगतान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 नवंबर। करीब एक साल से लंबित बांस कटाई के मजदूरी भुगतान की आधी राशि वन मुख्यालय ने बीते दिनों आनन-फानन में जारी कर दी है। अब इसी आधी राशि से पूरे मजदूरों को भुगतान करने की तैयारी विभाग कर रहा है।
इस संबंध में वनमंडलाधिकारी अशोक पटेल ने बताया कि तकनीकी खामी की वजह से मजदूरी भुगतान में देर हुई है। उन्होंने बताया कि बुधवार को 95 लाख रुपये भुगतान के लिए आ गया है। जिसका वितरण शुक्रवार से प्रारंभ होगा। बची राशि भी जल्द आ जाएगी और आगामी 15 नवंबर तक पूरी राशि का वितरण मजदूरों को कर दिया जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर वन मंडल के अंतर्गत आने वाले उत्पादन क्षेत्र के छह बांस कूपों से 798356 बांस की कटाई की गई थी। इसमें करीब 12 सौ मजदूर लगे रहे। बांस कटाई के साल भर बीतने को है, लेकिन उन्हें मजदूरी भुगतान बजट के अभाव में नहीं किया गया था। मजदूरों ने कई बार इसकी शिकायत स्थानीय विधायक, कलेक्टर व डीएफओ से मिलकर की थी। साथ ही जल्द भुगतान न होने की स्थिति में पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने भी आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसके बाद बुधवार को वन मुख्यालय ने आनन-फानन में 1करोड़ 68 लाख रुपये में 95 लाख रुपये जारी कर भुगतान करने का निर्देश जारी कर दिया। अब वन अमला शुक्रवार से आधी राशि को पूरे मजदूरों में वितरण करने की तैयारी कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि यहां उत्पादन क्षेत्र के छह कूपों से व्यापारिक व औद्योगिक बांसों की कटाई की गई है। मट्टीमरका, बंदेपारा, सोमनपल्ली, उल्लूर, दमपाया व इन्द्रावती कूपों से कुल 798356 बांसों को सुरक्षित तरीके से काटकर इसका परिवहन भी कर दिया गया है, लेकिन इस काम में लगे करीब 12 सौ मजदूरों को 1 करोड़ 68 लाख रुपये का मजदूरी भुगतान अब तक नहीं किया गया था। मजदूरी भुगतान नहीं होने से परेशान मजदूर अधिकारियों के चक्कर लगाते भटक रहे थे। भुगतान नहीं होने के पीछे विभाग तकनीकी खामी को वजह बता रहा था। अब इस माह से फिर से बांस कटाई का काम शुरू होना है। ऐसे में पूरा भुगतान नहीं होने से मजदुर बांस कटाई से दुरी बना सकते है। जिससे एक बार फिर बांस कटाई पर ब्रेक लग सकता है।
विभागीय आंकड़े के मुताबिक इस साल व्यापारिक कूप उल्लूर से 114195, इन्द्रावती कूप से 140300, मट्टीमरका कूप से 150455, सोमनपल्ली कूप से 105975, दमपाया कूप से 106140 व बंदेपारा कूप से 91950 बांसों की कटाई की गई थी। वही औधोगिक कूप उल्लूर से 12404, इन्द्रावती कूप से 18353, मट्टीमरका कूप से 16448, सोमनपल्ली कूप से 15050, दमपाया कूप से 15034, व बंदेपारा कूप से 1205 बांस कटाई की गई थी। इस काम में लगे करीब 12 सौ मजदूरों का 1 करोड़ 68 लाख रुपये का भुगतान लंबित रहा है। हालाँकि मजदूरी का कुछ हिस्सा पहले भुगतान कर दिया गया था।
ये हैं बांस के दर और साइज
राज्य सरकार ने बांस कटाई के लिए जो नई दर तय की है। वो बांस के साइज के आधार पर हैं। पांच प्रकार के बांस पर क्रमश: 14,16,20,35 और 50 रुपये निर्धारित की गई है। इनमें 2 सेमी के बांस पर 50 रुपये, 1 सेमी के बांस पर 35 रुपये, 7.18 सेमी के बांस पर 20 रुपये, 6.50 सेमी के बांस पर 16 रुपये व 5.50 सेमी के बांस पर 14 रुपये की दर तय की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 नवंबर। आज नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा होते ही जिले के दो नगर पंचायत क्षेत्रों भोपालपटनम व भैरमगढ़ में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गई है।
बुधवार को यहां कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला निर्वाचन अधिकरी व कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने पत्रवार्ता लेकर इसकी जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि आज से भोपालपटनम व भैरमगढ़ नगरीय क्षेत्र में आचार संहिता लागू हो गई है। इन क्षेत्रों में शासन की कोई भी नई योजनाएं यहां संचालित नहीं की जा सकेगी।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 15-15 वार्डों के लिए होने वाला चुनाव दलीय आधार पर होगा। चुनाव मतपेटी के माध्यम से होगी और कोरोना गाइड लाइन इसमें प्रभावी रहेगा। इस नियम में अगर कोई छूट होगी तो उससे अवगत करा दिया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि वोटर्स 18 तरह के पहचान पत्र दिखाकर मतदान कर सकते हैं। भोपालपटनम नगर पंचायत क्षेत्र में 2404 व भैरमगढ़ नगर पंचायत क्षेत्र में 4614 कुल वोटर है। इसमें भोपालपटनम में महज 1.04 वोट प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं भैरमगढ़ में एक वोटर कम हुआ है। चुनाव में पार्षद के लिए 50 हजार रुपये तक व्यय निर्धारित किया गया।
जिसकी निगरानी व्यय समिति द्वारा की जाएगी। समिति प्रतिदिन खर्च का मिलान करेगी। जिला निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र कटारा ने बताया कि चुनाव के लिए सारी सामग्री की व्यवस्था कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि दोनों नगर पंचायतों में शांतिपूर्ण मतदान सम्पन कराने प्रशासन गंभीर है। इसके लिए दोनों नगरीय क्षेत्रों के लिए एसडीएम को रिटरिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया है। वहीं सहायक रिटरिंग ऑफिसर वहां के प्रभारी तहसीलदार व सीएमओ होंगे। भैरमगढ़ के एक मतदान केंद्र को छोड़ सभी मतदान केंद्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया हैं।
दल के सदस्यों को डबल डोज होना जरूरी
जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने बताया कि मतदान प्रक्रिया को सम्पन्न कराने के लिए मतदान दल के सदस्यों को कोविड का दोनों डोज लगा हुआ होना अनिवार्य है। अगर कोई व्यक्ति कोरोना से प्रभावित है तो ऐसे व्यक्ति को अंतिम में पीपीई कीट पहनाकर वोट करवाया जाएगा।
पहली बार युनो एप्स से होगा नामांकन
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि नगर पंचायत चुनाव में पहली बार युनो एप्स का उपयोग होगा। इसमें ऑनलाइन नामांकन अभ्यर्थियों से लिए जाएंगे। इसके लिए एक टीम भी नियुक्त की जाएगी।
पटनम, उसूर व बीजापुर में बनेगा मितानिन प्रशिक्षण भवन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 नवंबर। मंगलवार को बीजापुर जिले के लोहा डोंगरी स्थित जैव-विविधता पार्क में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं बीजापुर के विधायक विक्रम शाह मंडावी ने जि़ले के दूर दराज़ से आए मितानिन दीदियों संग ‘मितानिन दिवस’ मनाया।
मितानिनों ने कार्यक्रम का शुभारम्भ ‘मिल-जुल कर हम बहनों ने ठाना है, छत्तीसगढ़ को स्वस्थ प्रदेश बनाना है’ गीत से हुआ। मितानिन सम्मान दिवस में आए मितानिनों का विक्रम शाह मंडावी ने शॉल, श्रीफल और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मान किया।
मितानिन दिवस पर दूर-दराज़ क्षेत्रों से आए मितानिनों ने मुख्य अतिथि विक्रम शाह मंडावी और प्रशासन के समक्ष अपनी समस्याओं पर ध्यानाकर्षण कराते हुए कहा कि गाँवों में 102 वाहन, मितानिन ट्रेनिंग भवन, एम्बुलेंस, अस्पताल, पीने का स्वच्छ पानी, सडक़ और पुल-पुलिया नहीं होने से कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पढ़ता है, जिनका समाधान करते हुए सुविधाओं को अंदरूनी गाँवों तक पहुँचाया जाना चाहिए।
मितानिनों के माँग पर विक्रम शाह मंडावी ने जिले के विकास खंड उसूर, भोपालपटनम और बीजापुर में मितानिनों के लिए मितानिन प्रशिक्षण भवन निर्माण हेतु दस-दस लाख रुपए की स्वीकृति तत्काल दी। अब आने वाले दिनों में ब्लॉक स्तर पर मितानिनों का अपना प्रशिक्षण भवन भी होगा।
मितानिन दीदियों के द्वारा किए गए सम्मान का आभार व्यक्त करते हुए बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं बीजापुर के विधायक विक्रम शाह मंडावी ने कहा कि बीजापुर जि़ला प्रदेश के अंतिम छोर पर है, इसकी भौगोलिक परिस्थितियाँ भी विपरीत है जिले के अधिकांश गाँव आज भी सडक़ विहीन है जहां पर आसानी से पहुँचा नहीं जा सकता ऐसे क्षेत्रों में मितानिन दीदियाँ अपनी सीमित संसाधनों से नि:स्वार्थ भाव से सेवाएँ दे रही है निश्चित ही हमें मितानिन दीदियों से प्रेरणा लेना चाहिए।
कार्यक्रम में मितानिन दीदियों ने मनमोहक गीत, नृत्य और नाटके भी प्रस्तुत की। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं सहित जिले आला के अधिकारी कर्मचारी व मितानिन बढ़ी संख्या में मौजूद रहे।
जल्द भुगतान नहीं हुआ तो होगा आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 नवंबर। करीब सालभर से लंबित बांस कटाई के भुगतान का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने जल्द भुगतान न होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है।
पूर्व वनमंत्री और पूर्व स्थानीय विधायक महेश गागड़ा ने एक बयान जारी कर कहा कि एक साल पहले छह बांस कूपों मट्टीमरका, बंदेपारा, सोमनपल्ली, उल्लूर, दमपाया व इंद्रावती कूपों से बांस की कटाई की गई थी। लेकिन साल बीतने को है पर अब तक मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल पाई है।
उन्होंने कहा कि इसे लेकर मजदूर कई बार क्षेत्रीय विधायक व डीएफओ से मिल चुके है। बावजूद मजदूरों को भुगतान की बजय आश्वासन दिया जा रहा हैं। पूर्व मंत्री गागड़ा ने कहा कि भुगतान न होने की स्थिति में मजदूर परेशान हाल है। विभाग अविलंब भुगतान करें। साथ ही जिला प्रशासन इसे संज्ञान में लें। उन्होंने भुगतान नहीं होने की स्थिति में मजदूरों के साथ जल्द आंदोलन करने की बात कही हैं। इतना ही नहीं अपने बयान में पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने इस मामले में क्षेत्रीय विधायक पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि विधायक ने 12 सौ मजदूरों के शिकायत के बावजूद भी उन्होंने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। उन्हें मजदूरों की कोई चिंता नहीं है। पूर्व मंत्री गागड़ा का कहना है कि स्थानीय विधायक का प्रशासन के साथ समन्वय नहीं हैं।उन्होंने कहा कि प्रशासन करीब डेढ़ करोड़ के मजदूरी भुगतान को जल्द करवाये। चूंकि सभी ग्रामीण मजदूर है और भुगतान को लेकर चिंतित है। गागड़ा का कहना है बहुत से लोगों का आय मजदूरी है। उसे में उनका भुगतान अटका कर रखना उचित नहीं हैं।
केंद्र सरकार को छत्तीसगढ़ से सीखने की जरूरत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 नवंबर। देश भर में इन दिनों आसमान छूती महंगाई से आम आदमी त्रस्त है। केंद्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों की वजह से लोगों को यह दिन देखना पड़ रहा है। यह बात सुकमा जिला पंचायत के अध्यक्ष हरीश कवासी ने कही।
पीसीसी के निर्देश पर यहां पहुंचे हरीश कवासी ने कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महंगाई देश की जनता पर मोदी सरकार और भाजपा का प्रायोजित आपदा है। केंद्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। केंद्र सरकार के कुप्रबंधन का असर देश पर हो रहा है।
बहुत हुई महंगाई की मार, आओ बदलें मोदी सरकार का नारा देते हुए कहा कि मोदी सरकार की अकर्मण्यता और मुनाफ़ाखोरी वाली नीति के कारण देश की जनता महंगाई से परेशान है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और भाजपा के सत्ता में आने के बाद से रोज़मर्रा के सामानों की क़ीमत दुगुनी हो गई है। महंगाई देश की जनता पर मोदी सरकार और भाजपा का प्रायोजित आपदा है। इससे साबित हो रहा है कि मोदी सरकार और भाजपा की प्राथमिकता में गाँव, गरीब, किसान, मज़दूर और आम आदमी है ही नहीं। मोदी सरकार और भाजपा ने आम आदमी को राहत देने के लिए कभी कोई योजना नहीं बनाया, मोदी सरकार और भाजपा ने चंद उद्योगपतियों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए योजना बनाया उसका क्रियान्वयन किया।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की विदेश नीति का पूरी तरह फेल होना लगातार महंगाई बढऩे का मुख्य कारण रहा है। भाजपा और मोदी सरकार के प्रबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा और मोदी सरकार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रबंधन के गुर सीखने चाहिए, जिन्होंने अपने सीमित संसाधनों से कोरोना काल में बेहतर प्रबंधन कर देश में मिशाल क़ायम किया है। साथ ही भाजपा से माँग करते हुए हरीश कवासी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का पैसा जो मोदी सरकार ने रोककर रखा है उसे भाजपा के सांसद और नेता छत्तीसगढ़ प्रदेश को देने की माँग मोदी सरकार से करें। उन्होंने ने पिछले सात वर्षों में लगातार बढ़ रही वस्तुओं की क़ीमतों की सूची भी प्रेस वार्ता में जारी किया।
प्रेस वार्ता के दौरान बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं बीजापुर के विधायक विक्रम शाह मंडावी सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद रहे।
सातवें दिन रिहा होकर लौटे सब इंजीनियर ने बताई आपबीती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 नवंबर। छह दिनों तक नक्सलियों के पास बंधक रहे सब इंजीनियर को हर रात कल सुबह छोड़ देंगे बोला जाता और सुबह होते ही ऊपर से मैसेज नहीं आया कहकर तारीख बढ़ा दी जाती। जब छठवें दिन ऊपर से रिहा करने का संदेश आ गया, तब सब इंजीनियर को राहत और सुकून देने वाली खबर सुनाई गई और उन्हें सातवें दिन जन अदालत लगाकर रिहा कर दिया गया।
नक्सलियों के चंगुल से सकुशल वापस लौटे प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के सब इंजीनियर अजय रौशन लकड़ा ने चर्चा करते हुए बताया कि नक्सली हर दिन ठिकाना बदलते हुए उन्हें एक गांव से दूसरे गांव ले जाते थे। उनके साथ हर वक्त 10 से 12 तीर धनुष लिए नक्सली हुआ करते थे। रात होती तो उन्हें डर सताने लगता और फिर पौ फटते ही दूसरे गांव जाने की तैयारी होती।
उन्होंने बताया कि उन्हें जब एक गांव से दूसरे ले जाया जाता तो उन्हें उस गांव के कैडर को सौंप दिया जाता था। रात होने पर उनकी निगरानी में तैनात नक्सली उन्हें हर दिन दिलासा देते की तुम्हें कल छोड़ दिया जाएगा। लेकिन सुबह होते ही ऊपर मैसेज भेजने की बात कहकर तारीख आगे बढ़ा दी जाती। ऐसे करते पांच दिन बीत गए और जब छठवें दिन सब इंजीनियर को छोडऩे का फरमान आ गया, तब सातवें दिन यानी बुधवार को बीजापुर के जंगलों में नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर स्थानीय मीडियाकर्मियों की मौजूदगी में उनकी पत्नी अर्पिता को उन्हें सौंप दिया गया।
सब इंजीनियर लकड़ा ने बताया कि इस बीच छह दिनों में नक्सली किसी भी तरह का उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाए।
डंडा बना सहारा
शारीरिक रूप से दिव्यांग सब इंजीनियर अजय रौशन लकड़ा को जब नक्सली अपने कब्जे रखकर जंगल-जंगल घुमा रहे थे। तब ऐसे में उनके लिए डंडा सहारा बना और उसी डंडे को लेकर वे छह दिनों तक एक गांव से दूसरे गांव चला करते थे। सातवें दिन जब वह छूटकर आये तब भी उन्होंने डंडा लिया हुआ था।
परिवहन दफ्तर में नहीं है कर्मचारी, बना रिनिवल ऑफिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 नवंबर। जिले की सीमा दो राज्यों से लगे होने के कारण यात्रियों की संख्या के साथ यात्री बसों की संख्या में भारी इजाफा हो गया है। सुबह साढ़े चार बजे से जगदलपुर के लिए देर रात 8 बजे तक यात्री बसें उपलब्ध है। बीजापुर स्थित अंतरराज्यीय बस स्टैंड से करीब 32 यात्री बसों की आवाजाही होती है। ज्यादातर यात्री बसों में किराए को लेकर यात्रियों और एजेंटों के बीच विवाद आम बात हो गई है। एजेंट बढ़ती डीजल की कीमतों का हवाला देते हैं, पर बस संचालक कहते हैं कि सरकार द्वारा निर्धारित दरों से ही किराये ली जाती है। बीजापुर से जगदलपुर का किराया दिन में कुछ बसों में 280 से 300 रुपये तक वसूला जा रहा है। बीजापुर से भैरमगढ़ 80 से 90 रुपये लेना आम बात हो गई है।
जिला परिवहन अधिकारी केएल माहौर बताते हैं कि जिले में मात्र दो बसें पंजीकृत हैं। रूट बसें जिन्हें स्टेज केयरिंग की परमिट वाली यात्री बसें कहा जाता है, उन्हें रुक-रुककर सवारी उठाने की अनुमति होती है। पर ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की बसों को निश्चित तय स्थान तक यात्री ले जाने लाने की अनुमति होती है। इसकी निगरानी के लिए जगदलपुर में उडऩदस्ता और चेकिंग स्टाफ हैं।
जिला परिवहन अधिकारी की माने तो बीजापुर में स्वीकृत पदों के विरुद्ध पर्याप्त स्टाफ नहीं है। विभाग के तरफ से मात्र दो स्टॉफ हैं, शेष प्लेसमेंट एजेंसी कर्मी हैं। पर्याप्त कर्मचारियों के न होने से जांच व निगरानी जैसे कार्य विभाग नहीं कर पा रहा है। अभी फिलहाल परिवहन दफ्तर में लाइसेंस व रिनिवल का काम किया जा रहा है।
यात्री बसों की किराया दर
परिवहन विभाग द्वारा 30 सितंबर 2021 को निर्धारित किराये दरों के अनुसार डीलक्स स्लीपर एसी के लिए 5 किमी यात्रा के लिए साढ़े सात रुपये तथा उसके बाद 2 रुपये 81 पैसे प्रति किमी निर्धारित है। इसी तरह नॉन एसी डीलक्स में 5 किमी तक साढ़े सात रुपये व आगे के लिए 1 रुपये 94 पैसे निर्धारित किये गए हैं।
साधारण बसों के लिए 5 किमी तक साढ़े सात फिर आगे 1 रुपये 25 पैसे प्रति किमी दर निर्धारित है। रात्रिकालीन बसों में यह किराया 10 प्रतिशत अधिक निर्धारित है।
नक्सलियों ने किया था अगवा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 नवंबर। नक्सलियों ने सातवें दिन अपहृत सब इंजीनियर को रिहा कर दिया है। आज बीजापुर के बीहड़ों में कथित जन अदालत लगाकर नक्सलियों ने मीडिया व पत्नी की मौजूदगी में सब इंजीनियर को छोड़ा। इस दौरान सब इंजीनियर की पत्नी अर्पिता रो पड़ी। अर्पिता ने समाज जनप्रतिनिधि और मीडिया के लोगों को सकुशल रिहाई के लिए धन्यवाद दिया है।
ज्ञात हो कि पीएमजीएसवाय के सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा व चपरासी लक्ष्मण परतागिरी का 11 नवंबर को नक्सलियों ने उस वक्त अपहरण कर लिया था। जब दोनों मोटरसाइकिल में सवार होकर सडक़ निर्माण का काम देखने गोरना मनकेली की तरफ गये हुए थे। शुक्रवार को चपरासी लक्ष्मण परतागिरी को नक्सलियों ने छोड़ दिया था। इसके बाद से लगातार सब इंजीनियर की पत्नी अर्पिता अपने तीन साल के बच्चे कियान और मीडियाकर्मियों के साथ जंगलों में जाकर पति की रिहाई के लिए गुहार लगा रही थी। सब इंजीनियर लकड़ा की रिहाई को लेकर विधायक विक्रम मंडावी सामाजिक संगठनों ने अपील भी की थी।
सब इंजीनियर की रिहाई को लेकर चार दिनों से बीहड़ों में डटे रहे मीडियाकर्मियों की कोशिश बुधवार को एक बार फिर रंग लाई और नक्सलियों ने बीजापुर के जंगलों में जन अदालत लगाकर मीडिया की मौजूदगी में सब इंजीनियर लकड़ा को उनकी पत्नी अर्पिता के हवाले कर दिया।
सब इंजीनियर लकड़ा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया है कि उनके साथ कुछ अनहोनी नहीं हुई। नक्सली लगातार गोंडी भाषा मे बातचीत कर रहे थे। नक्सलियों के द्वारा काफी पूछताछ के बाद मुझे दर्जनों गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों के जन अदालत लगाकर मीडिया के सामने छोड़ा गया।
इस दौरान सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा की पत्नी अर्पिता भावुक हो गई और उनके आंसू छलक पड़े। अर्पिता ने समाज जनप्रतिनिधि और मीडिया के लोगों को सकुशल रिहाई के लिए धन्यवाद दिया है।
नदी पार कर सात किमी पैदल चलकर कौशलनार पहुंचे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 नवंबर। उफनती हुई इंद्रावती नदी को डोंगी से पार कर सात किमी पैदल चलकर 26 साल बाद सीएमएचओ आर के सिंह एक बार फिर अतिसंवेदनशील गांव कौशलनार और मंगनार पहुंचे। यहां उन्होंने छात्रावास में रहने वाले बालक, बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया और बच्चों को टेबलेट्स व मच्छरदानी का एक वितरण किया। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि वे 26 साल पहले जब कुटरू में बतौर डॉक्टर के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे, तब वे इसी तरह नदी को पार कर कौशलनार और पालनार गांव पहुंचे थे। अब एक बार फिर से उसी जगह पर वे बतौर सीएमएचओ के रूप में पहुंचे।
उन्होंने बताया कि तब के हालात और वर्तमान में काफी बदलाव आया है, लेकिन अभी भी पूर्व की तरह ही इंद्रावती नदी को डोंगी के सहारे पार कर कौशलनार व मंगनार पहुंचना पड़ता है। कौशलनार पहुंचे सीएमएचओ ने गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया और आश्रमों में पहुंचकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हें आयरन व फॉलिक एसिड की गोलियां दी।
पीएचसी का निरीक्षण कर स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त निर्देश
सीएमएचओ आरके सिंह कौशलनार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे वहां उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों के नदारद रहने से नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें मुख्यालय में रहने के भी सख्त निर्देश दिए हैं।
दीपावली मिलन समारोह पर किये गए सम्मानित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 नवंबर। देवउठनी एकादशी पर बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी ने दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया, जिसमें 30 समाज और 25 संगठन एक मंच पर उपस्थित रहे।
सोमवार को पुष्प-वाटिका पार्क में आयोजित दीपावली मिलन समारोह में जि़ले के महार समाज, गोंड़ समाज, हल्बा समाज, परधान समाज, सतनामी समाज, यादव समाज, उरांव समाज, पदमशाली समाज, जैन समाज, कंवर समाज, क्षत्रिय समाज, ब्राह्मण समाज, बंगीय समाज, माहरा समाज, साहू समाज, मुश्लिम समाज, माहेश्वरी समाज, कोशरिया मरार समाज, तेलंगा समाज, दोरला समाज, मसीह समाज, मरार समाज, ईसाई समाज, भोजपुरी समाज, बंजारा समाज, धाकड़ समाज, मुरिया समाज, भतरा समाज, मारवाड़ी समाज, सर्व आदिवासी समाज एवं कलार समाज के लोगों के साथ जिले के छ. ग. लघु वेतन शासकीय चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ, छ ग प्रदेश लिपिक संघ. छग शासकीय/अर्ध-शासकीय वाहन चालक यंत्रिकी कर्मचारी संघ, आदर्श शिक्षक कल्याण संघ. सहायक शिक्षक फ़ेडरेशन, शालेय शिक्षक संघ, छग शिक्षक एसोसिएशन बीजापुर, शिक्षक कल्याण संघ, राजस्व पटवारी संघ, छग कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन, छग राजस्व निरीक्षक संघ, नियमित व्याख्याता संघ छत्तीसगढ़, छ ग वनकर्मचारी संघ बीजापुर छग शिक्षक संघ, छग प्रधान पाठक कल्याण संघ, जि़ला पंचायत सचिव संघ, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ, स्वास्थ्य संयोजक संघ, छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, छग आँगनबाड़ी/सहायिका संघ, बस्तर संभाग आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ अनियमित कर्मचारी संघ, प्रेस क्लब बीजापुर, रसोईया संघ, ऑटो चालक संघ एवं सरपंच संघ के लोग विशेष रूप से उपस्थित थे।
दीपावली मिलन समारोह में आए समाज और संगठन के लोगों को विधायक विक्रम शाह मंडावी ने शॉल, गुलदस्ता और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मिलन समारोह में दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए विधायक विक्रम शाह मंडावी ने कहा कि बीजापुर जैसे सुदूर क्षेत्र में तीस से अधिक समाज और पच्चीस से अधिक कर्मचारी संगठन हैं। उन्होंने आगे कहा कि विपरीत परिस्थिति में भी प्रदेश सरकार की योजनाओं को गाँव-गाँव और आम लोगों तक पहुँचाने में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
यही कारण है कि आज हम सब साथ है और एक दूसरे के साथी बन जिले के विकास के लिए काम कर रहे है।
कार्यक्रम आए लोगों का आभार व्यक्त जि़ला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर एवं कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद ज़ाकिर खान ने किया।
10वीं व 12वीं के प्राणीण्य सूची के छात्रों सहित खेल प्रतिभाओं का सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 नवंबर। बाल सुरक्षा सप्ताह का रविवार को जिला मुख्यालय में कार्यक्रम आयोजित कर उद्घाटन किया गया । कायर्क्रम में जिलें के 10वी एवं 12वीं के प्रावीण्य सूची में आये छात्र-छात्राओं एवं राज्य व राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेकर पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, वन मण्डलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों के द्वारा सरस्वती माता के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में पंचशील आश्रम कुटरू के बालिकाओं द्वारा राजगीत गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पंचशील आश्रम के बच्चों द्वारा स्वागत गीत एवं स्थानीय गोंडी बोली में गीत की प्रस्तुति दी गई।
बीजापुर जिले में प्रावीण्य सूची में 10वीं के 6 एवं 12वीं के 6 व बीजापुर स्पोट्र्स अकादमी के राष्ट्रीय खेल में 14 एवं अंतरराष्ट्रीय खेल में 5 खिलाडिय़ों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में आये विशेष अतिथि कलेक्टर राजेन्द्र कटारा द्वारा बच्चों को अपने लक्ष्य को निश्चित कर बढऩे के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने कहा कि चाहे क्षेत्र जो भी जिसमें आपकी रूचि है आप उस क्षेत्र में आपने आप को प्रतिस्थापित करें, अपने जिला एवं क्षेत्र का नाम रोशन करें । कार्यक्रम के अंत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. पंकज शुक्ला द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारीगण, गणमान्य नागरिकों एवं बच्चों को कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति देने एवं कायर्क्रम को सफल बनाने के लिये अभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, एसपी कमलोचन कश्यप, डीएफओ अशोक पटेल सहित गणमान्य नागरिक गण व जिले के अधिकारी शामिल थे।
चार दिन बाद भी सब इंजीनियर नहीं लौटा, नक्सलियों से रिहा करने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 नवंबर। नक्सलियों द्वारा अगवा किये गए प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के सब इंजीनियर अजय रौशन लकड़ा का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। सब इंजीनियर लकड़ा के घर में पत्नी और उनके तीन साल के बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी अर्पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे है। वह लगातार नक्सलियों से उनके पति को रिहा करने की फरियाद कर रही है। वहीं सब इंजीनियर की बूढ़ी मां अपने जवान बेटे के सकुशल वापस लौट आने की दुआ कर रही है।
ज्ञात हो कि गुरुवार को सडक़ निर्माण का काम देखने गए गांधी नगर अम्बिकापुर निवासी सब इंजीनियर अजय रौशन लकड़ा व कार्यालय सहायक लक्ष्मण परतागिरी मनकेली गांव की ओर गए हुए थे। तभी वहां सादे वेशभूषा में कुछ नक्सली आये और उनका अपहरण कर ले गए। शुक्रवार को कार्यालय सहायक लक्ष्मण परतागिरी को रिहा कर दिया गया। लेकिन सब इंजीनियर अजय रौशन लकड़ा को नक्सली अब भी अपने कब्जे में रखे हुए है। शनिवार को सब इंजीनियर की पत्नी अर्पित लकड़ा अपने तीन साल के बच्चे को लेकर जंगल में गई और वहां वे ग्रामीणों से उनके पति को सकुशल रिहा करने की मिन्नते की। लेकिन शनिवार की देर रात तक भी सब इंजीनियर की कोई खबर नहीं आई।
घर पर सब इंजीनियर अजय लकड़ा की बूढ़ी मां अपने बेटे के सुरक्षित लौट आने की दुआ कर रही है। वही पत्नी अर्पिता और उनके तीन साल के मासूम बच्चे के आंसूं थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार को अर्पिता अपने पति की तलाश में फिर से जंगलों की ओर जाने की जिद करती रही। जिसे लोगों ने समझाया और वे रास्ते से लौट आई।
अर्पिता ने मीडिया के माध्यम से नक्सलियों से अपील करते हुए कहा है कि वे उनके पति को रिहा कर दें। उनके पति एक भले इंसान है। चार दिन से तीन साल के मासूम बेटे ने अपने पिता को न देखा और न ही उनकी आवाज सुनी है। वह रोज पूछता है मम्मी पापा कब आएंगे। अर्पिता बताती हैं कि वह बच्चे को हर दिन दिलासा दिला रही है कि उसके पापा जल्द घर लौट आएंगे।
अर्पिता ने मार्मिक अपील करते कहा कि जिस किसी भाई बहन के पास उनके पति हैं। वे एक बहन की फरियाद को सुनकर उनके पति को रिहा कर दें। वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक स्तर पर भी सब इंजीनियर को छोडऩे अपील की गई हैं।
पति को रिहा करने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 नवंबर। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना विभाग में कार्यरत सब इंजीनियर पिछले 48 घण्टों से नक्सलियों के कब्जे में है। सब इंजीनियर की पत्नी ने अपने पति के रिहाई के लिए नक्सलियों से अपील की है।
ज्ञात हो कि गुरुवार को सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा और कार्यालय सहायक लक्ष्मण परतागिरी सडक़ निर्माण का काम देखने मनकेली गए हुए थे। इसी दौरान वहां से नक्सलियों ने उनका अपहरण कर लिया था। लक्ष्मण की पत्नी और मीडिया कर्मियों के प्रयास से लक्ष्मण शुक्रवार की रात लौट आया, लेकिन अजय रोशन लकड़ा अब भी नक्सलियों के कब्जे में हैं। शनिवार को सब इंजीनियर की पत्नी अर्पिता लकड़ा ने मीडिया के माध्यम से नक्सलियों से उनके पति को निशर्त रिहा करने की अपील की है।
अर्पिता लकड़ा का कहना कि 11 नवंबर की सुबह उनके पति घर से अपने दफ्तर के लिए निकले थे। दोपहर को लंच करने आऊंगा कहा था, लेकिन काफी देर तक उनके नहीं आने से उन्होंने फोन लगाया, लेकिन उनका मोबाइल बंद आया। फिर बाद में उन्हें दफ्तर से पता चला कि उनके पति और कार्यालय सहायक लापता हैं। तीन साल के बच्चे के साथ अर्पिता ने नक्सलियों से अपील की है कि उनके पति निर्दोष है और वे सीधे साधे इंसान है। घर पर उनकी बुजुर्ग माता है। हमारे परिवार का एक ही वो सहारा है। उन्हें सकुशल रिहा करें।
इंजीनियर के परिवार से मिल बंधाया ढांढस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 नवंबर। क्षेत्रीय विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विक्रम मण्डावी ने पीएमजीएसवाय के अगवा सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा के घर जाकर उनकी पत्नी अर्पिता लकड़ा व बच्चे से मुलाकात कर ढांढस बंधाते हुए कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है।
हम सब आपके साथ खड़े है, वहीं विधायक विक्रम मण्डावी ने माओवादियों से अपील किया है कि अपहृत सब इंजीनियर अजय लकड़ा को मानवता के नाते सकुशल रिहा करें, वह एक सरकारी कर्मचारी होने के कारण अपनी जवाबदारी निभाने का प्रयास कर रहे थे।
विदित हो कि गुरुवार 11 नवम्बर को गोरना मनकेली से माओवादियों ने पीएमजीएसवाय के सब इंजीनियर अजय लकड़ा व भृत्य लक्ष्मण परतागिरी को दोपहर अगवा कर लिया था, वहीं माओवादियों ने शुक्रवार रात में भृत्य को रिहा कर दिया है, किंतु सब इंजीनियर को रिहा नहीं किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 नवंबर। यहां प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना विभाग में पदस्थ एक सब इंजीनियर और भृत्य दो दिनों से लापता थे। उनके लापता होने की खबर के बाद से उन्हें अगवा किये जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। समाचार लिखे जाने तक रात 8 बजे भृत्य के लौट आने की खबर मिली है।
जानकारी के मुताबिक पीएमजीएसवाय में कार्यरत सब इंजीनियर अजय रौशन लकड़ा (36) व भृत्य लक्ष्मण परतागिरी (26) गुरुवार की सुबह बाईक से सडक़ निर्माण कार्य देखने मनकेली गोरना की ओर गए हुए थे। वे शुक्रवार शाम तक वापस नहीं लौटे हैं। दोनों के लापता होने को लेकर उनके अपहरण किये जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
हालांकि पीएमजीएसवाय के अफसरों ने अभी तक उनके अपहरण की रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं कराई हैं। रात 8 बजे भृत्य लक्ष्मण परतागिरी के लौट आने की खबर मिली है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 नवंबर। जिले के भोपालपटनम ब्लाक के मद्देड़ में जल्द ही सर्वसुविधा युक्त बस स्टैंड बनकर तैयार होगा। इसके लिए स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने भूमिपूजन कर मद्देड़वासियों की लंबे समय से की जा रही मांग को पूरा कर दिया।
शुक्रवार को बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी भोपालपटनम क्षेत्र के दौरे पर रहे। अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान वे पटनम ब्लाक के गिलगिचा गांव में बने नये प्राथमिक शाला भवन का लोकार्पण किया। यहां से वे मद्देड़ पहुँचे, वहां उन्होंने 50 लाख रुपए की लागत से बनने वाले नये सर्वसुविधा युक्त बस स्टैंड का भूमिपूजन किया। मद्देड़ में बस स्टैंड को लेकर मद्देडवासी लम्बे समय से माँग कर रहे थे।
विधायक विक्रम मंडावी भोपालपटनम ब्लॉक के ग्राम पंचायत दुधेड़ा में एनएच सडक़ मार्ग दुधेड़ा से दम्पाया तक 4 किमी सडक़ का भूमिपूजन भी किया। यह सडक़ डामरीकृत होगा और इस सडक़ के बनने से ग्रामीणों के आने-जाने में सुविधा होगी। इसी दौरान वे ग्रामीणों से मुलाकात कर क्षेत्र के विकास को लेकर चर्चा भी किए। इसके पहले ग्राम पंचायत दूधेड़ा के ग्रामीणों ने अपने बीच आए विधायक विक्रम शाह मंडावी का जोशीला स्वागत किया। जनसम्पर्क के दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, किसान एवं ग्रामीण विधायक के साथ रहे।
बीजापुर, 12 नवंबर। राष्ट्रीय स्तर पर बच्चों के अकादमिक प्रतिभा की जांच हेतु बीजापुर में (एनएएस) राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें 39 परीक्षा केंद्रों में बच्चों ने हिस्सा लिया।
हर तीसरे साल राष्ट्रीय स्तर से आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा में कक्षा तीसरी, कक्षा पांचवी, कक्षा आठवीं व कक्षा दसवीं के स्कूली बच्चों का आंकलन किया गया। आंकलन में स्कूलों का चयन रैंडम पैटर्न से कर परीक्षा आयोजित की गई। ऑब्जर्वर तथा वीक्षक नियुक्त कर टेस्ट ओएमआर शीट के जरिये किया गया। इस टेस्ट के माध्यम से बच्चों की उपलब्धि का आंकलन राष्ट्रीय स्तर पर किया जाकर जिले और राज्य की रैंकिंग सुनिश्चित होती है। बीजापुर ब्लॉक में सभी 39 केंद्रों में टेस्ट का आयोजन सफलता पूर्वक निर्विघ्न रूप से किया गया।
बीईओ मो.जाकिर खान ने शासकीय उ मा वि बीजापुर , कन्या उ मा वि बीजापुर, उमावि धनोरा, उमावि तोयनार, पोटा केबिन तोयनार, चावरा स्कूल दुगोली, पोटा केबिन नैमेड, उमावि नैमेड का दौरा कर राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे परीक्षा का अवलोकन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 12 नवंबर। भोपालपटनम तहसील के ग्रामपंचायत दमूर के आश्रित गांव दुगलमगुड़ा में ड्यूज बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का प्रारंभ भारतीयजनता पार्टी के जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार के कर कमलों के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर आयोजन समिति के द्वारा जिलाध्यक्ष एवं जिले से आए हुए अथितियों का स्वागत किया गया और स्वागत समारोह के बाद अपने सम्बोधन में जिलाध्यक्ष ने कहा है कि जिले के ऐसे सुदूर अंचलों में ग्राम के युवाओं के द्वारा ऐसा आयोजन कराना सौभाग्य की बात है। क्षेत्र में ऐसे आयोजनों का होना भी चाहिए, जिससे युवाओं में एक नई ऊर्जा उत्पन्न होता है और यही खिलाड़ी ही एक दिन राज्य या अंतराज्यीय खिलाड़ी बन सकते हंै और प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रत्येक खिलाड़ी खेल को खेल भावना से खेलते हुए एक अच्छे खिलाड़ी होने का परिचय दे। उन्होंने अंत में सभी उपस्थित ग्रामीण व आयोजन समिति के सदस्यों को धन्यवाद अर्पित किया।
ज्ञात हो कि यह प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार 50001एवं ट्रॉफी प्रदत्त कर रहे है। महेश गागड़ा पूर्व वन मंत्री एवं दुगलमगुड़ा क्रिकेट क्लब की ओर से द्वितीय पुरुस्कार 25001 एवं ट्रॉफी प्रदत्त ग्रामपंचत दमूर एवम दुगलमगुड़ा क्रिकेट क्लब की ओर से मेन ऑफ द सीरीज रेंजर सायकल एवम ट्रॉफी प्रदत्त कर रहे है। नरेन्द्र कुमरम एवम रविद्र कोरम की ओर से इसके अलावा अन्य आकषर्क पुरुस्कार दिए जा रहे है।
इस कार्यक्रम में भारतीयजनता पार्टी के युवा मोर्चा प्रदेश कार्यकारणी सदस्य फूलचेन्द गागड़ा जिला महामंत्री सतेंद्र सिंह ठाकुर जिला मंत्री जागर लैक्समैया जिला पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष पी संतोष कुमार जिला मंत्री राकेश केतारप जिला आईटी सेल अध्यक्ष चिंटू पुजारी भारतीयजनता के मण्डल अध्यक्ष वेन्कटेशवर यालम युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष टी गिरजाशंकर युवा मोर्चा उपाध्यक्ष सचिनआत्रम पिछड़ा वर्ग मण्डल अध्यक्ष एन मधुकर राव भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता आदे विश्वनाथ गोविंद कुमरे और आयोजन समिति के नारायण यालम समैया कुमरम विनोद कुमरम कृष्णा कोरम उपस्थित थे। ठास के बाद पहला मैच गोल्लागुड़ा बनाम गंगालूर के बीच खेला जाना था।
जांच की मांग को ले कलेक्टर के नाम दिया ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 29 अक्टूबर। स्थानीय भर्तियों में दीगर राज्य के अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी निवास बनाकर शासकीय भर्तियों में शामिल होने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को स्थानीय बेरोजगार ने इस मसले को लेकर कलेक्टर से मुलाकात कर फर्जी निवास प्रमाण पत्रों की जांच की मांग की गई थी, वहीं अब इस मामले में युवा मोर्चा ने जांच की मांग उठाई है।
शुक्रवार को भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बलदेव उरसा के नेतृत्व में युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने मांग रखते हुए कहा है कि भर्ती प्रक्रिया को पूरे पारदर्शिता के साथ करते हुए भर्ती प्रक्रिया का जो मापदंड तय किया गया है, उसका पालन किया जाए।
युवा मोर्चा ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि आगामी व वर्तमान भर्ती में निवास प्रमाण पत्र की जांच के लिए विशेष जांच समिति बनाई जाये। साथ ही ब्लॉक स्तर पर फर्जी निवास प्रमाण पत्र न बनाने एसडीएम व तहसीलदार को सख्त हिदायत दिये जाने की मांग युवा मोर्चा ने की है। पदाधिकारियों ने कहा कि स्थानीय भर्तीयों में बीजापुर जिले के ही बेरोजगार युवाओं को लिया जाये। युवा मोर्चा पदाधिकारियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन एसडीएम देवेश ध्रुव को सौंपा।
इस अवसर पर युवा मोर्चा अध्यक्ष बलराम उरसा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फूलचंद गागड़ा, महामंत्री जागर लक्षमैय्या, युवा मौर्चा मंडल अध्यक्ष गोलू नाग, जिला महामंत्री मैथियस कुजूर, एसटी मोर्चा महामंत्री जितेंद्र लेकाम व मंडल महामंत्री दिनेश साहनी मौजूद रहे।
कलेक्टर से जांच की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 अक्टूबर। स्थानीय भर्तियों में बाहरी राज्य के अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाकर शासकीय भर्तियों में शामिल होने को लेकर स्थानीय युवाओं ने आवाज बुलंद कर इसका विरोध किया है। साथ ही कलेक्टर से मिलकर युवाओं ने अपनी मांगें रखी।
फूलचंद गागड़ा व गोलू नाग के नेतृत्व में गुरुवार को सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंच स्थानीय भर्तियों में हो रही फर्जी निवास मामले को लेकर कलेक्टर को अवगत कराया, साथ ही विभागों की विभिन्न स्थानीय भर्तियों में प्रशासन की ओर से विशेष समिति बनाकर निवास प्रमाण पत्र की जांच करने की बात कही है।
युवाओं की ओर से कहा गया है कि जिले में होने वाली स्थानीय भर्तियों में बाहरी राज्य व जिले के लोग फर्जी तरीके से निवास बनाकर काम में लग जाते हैं। जहां स्थानीय युवा रोजगार से वंचित हो जाते हैं।
फूलचंद गागड़ा ने कलेक्टर से मांग रखी कि जिले में किसी भी प्रकार की शासकीय भर्तियां होती है, इसमें भर्ती से पूर्व प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाये। इस पर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने किसी भी प्रकार की भर्तियों में प्रशिक्षण व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से किये जाने की बात कही है। साथ ही निवास प्रमाण पत्र जांच में पारदर्शिता लाये जाने की विषय पर संबंधित भर्ती विभागों से चर्चा कर ठीक करने की बात कही।
कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने युवाओं के साथ लंबे समय तक चर्चा की और अन्य विषयों को भी जाना। कलेक्टर को युवाओं ने धन्यवाद ज्ञापित कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस दौरान युवाओं के माध्यम के रूप में मिनन्त कुरसम, हितेश साहनी सहित बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा मौजूद रहे।
कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर दिए टिप्स
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 अक्टूबर। पहली बार बीजापुर पहुंचे प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष व बस्तर संभाग प्रभारी ने यहां युवा कांग्रेस के अब तक के कार्यो की समीक्षा की व आगामी दिनों के काम के लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को कई टिप्स दिए। इससे पूर्व युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष का युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष एजाज सिद्दीकी के नेतृत्व में जोशीला स्वागत किया गया।
ज्ञात हो कि यहां सोमवार को युवा कांग्रेस की मासिक बैठक प्रदेश उपाध्यक्ष चकेश्वर गढ़पाले व जिलाध्यक्ष एजाज सिद्दीकी के नेतृत्व में आयोजित की गई थी। बैठक में बस्तर संभाग प्रभारी चकेश्वर गढ़पाले ने युवा कांग्रेस के कार्यो की समीक्षा की व आगामी दिनों में किये जाने वाले कार्यों पर मंथन किया।
उन्होंने ब्लाक स्तर पर युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों को टास्क देकर ज्यादा से ज्यादा बूथ स्तर पर काम करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने पीसीसी के निर्देश के तहत वन बूथ टेन यूथ के कार्यों की समीक्षा की। प्रदेश उपाध्यक्ष गढ़पाले ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जल्द बचे कामों को पूर्ण कर लें। वही बैठक में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में विशेष रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष चकेश्वर गढ़पाले सहित प्रदेश महासचिव दुर्गेश राय, बीजापुर युवा कांग्रेस के सहप्रभारी बोधन देवांगन, जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालू राठौर, जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे, नगर पालिका अध्यक्ष बेनहुर रावतिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम के अलावा बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
तेलंगाना व छत्तीसगढ़ के बॉर्डर पर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बीजापुर, 25 अक्टूबर। तेलंगाना व छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र में सोमवार की सुबह ग्रेहाउंड, टीपी व छत्तीसगढ़ पुलिस के संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों ने तीन माओवादियों को मार गिराया हैं। घटना स्थल से जवानों ने स्वचलित हथियार भी बरामद किए है।
बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि मुलुगु जिला पुलिस व तेलंगाना के ग्रेहाउंड और छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया, जो माओवादी गतिविधियों की जानकारी के आधार पर किया गया था। सोमवार 25 अक्टूबर को सुबह-सुबह तलाशी अभियान के दौरान माओवादीयों की ओर से गोलाबारी हुई, जिसका राज्य बलों ने मुकाबला किया। इस गोलीबारी में हथियारों के साथ नक्सलियों के तीन शवों को तलाशी अभियान में बरामद किया गया। मुठभेड़ में मारे गए नक्सली सीआरसी व तेलंगाना स्टेट कमेटी सदस्य रहे।
एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि मुठभेड़ वाज़ेड जिला मुलगु व इलमिडी जिला बीजापुर के जंगलों में हुई है। घटना के बाद से सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दी है।
माओवादियों के तेलंगाना स्टेट ने विज्ञप्ति जारी कर तीन माओवादियों के नाम बताए है जिसमे से पुनेम बदरू पेदाकोरमा व सोढ़ी रामल मल्लेपल्ली बासागुडा व नुरोटी दामल जारादेवा जिला गढ़चिरौली महाराष्ट्र बताया है।
मुठभेड़ के बाद हथियार-नक्सल सामान बरामद
पुलिस व माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद घटना स्थल से स्वचलित हथियार एसएलआर एलएमजी, एके-47, नक्सल साहित्य, विस्फोटक कॉर्डेक्स तार, प्रेशर कुकर, तार, हैंड ग्रेनेड, चाकू, कैमरा फ्लैश, सोलर प्लेट, सोलर फोल्डेबल शीट, किट बैग व पानी के डिब्बे बरामद किए गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट प्रकोष्ठ के प्रान्तीय निर्देश पर रविवार को जिले भर के सभी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट ने जिला चिकित्सालय के सभागार में उपस्थित होकर सर एंटोनी वान ल्यूवेनहॉक (फादर ऑफ माईक्रोबायोलॉजी) के जन्मदिन के अवसर पर मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया। इस कार्यक्रम में सीएमएचओ बीजापुर डॉ. आर.के. सिंह एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक केन्द्रे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस दौरान मुख्य अथितियों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में रीढ़ के समान कार्य करने के साथ ही कोरोना काल में अहम भूमिका निभाने वाले मेडिकल लैब टेक्नॉलॉजिस्ट संवर्ग के कर्मचारियों का सम्मान सहित धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही निकट भविष्य में आने वाले किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहने के लिए हौसला अफजाई की। वहीं कर्मचारियों ने भी मुख्य अथितियों के सामने केडर विशेष की कुछ समस्याओं को रखा। जिस पर सीएमएचओ डॉ सिंह द्वारा उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सदाशिव दुर्गम, मैट्रन गौरी हुसैन, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पाण्डु मुस्की सहित प्रभा कावटी, पवन जैन, पी शरद, विकास कावरे, सविता पामभोई, रमेश कट्टम, सुनील लम्बाड़ी, गीता उद्दे, लक्ष्मण मेटा, मोहित लम्बाडी आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
24 दिनों तक चलने वाले प्रदर्शन में पुसनार बुरजी के ग्रामीण हैं शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 अक्टूबर। गंगालूर इलाके के पुसनार व बुरजी के ग्रामीण लगातार कैम्प के विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हंै। इस बार ग्रामीणों ने अनोखा प्रदर्शन करते हुए मानव श्रृंखला बनाकर पुसनार गांव का नाम लिख दिया।
ज्ञात हो कि जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के पुसनार में सुरक्षाबलों का कैम्प स्थापित होने की खबर के बाद से ग्रामीण नाराज हो गए हंै। गंगालूर से करीब दस किलोमीटर दूर पुसनार व बुरजी के ग्रामीण बड़ी संख्या में पुसनार में जुटकर कैम्प खोले जाने का विरोध 5 अक्टूबर से कर रहे हैं। ग्रामीणों का यह प्रदर्शन 28 तारीख तक चलेगा।
ग्रामीणों ने इस बार पुसनार में विरोध प्रदर्शन को अनोखे रूप में किया। ग्रामीणों ने मानव श्रृंखला बनाकर पुसनार गांव का नाम लिखा है। ज्ञात हो कि इससे पूर्व भी ग्रामीणों ने सिलगेर सारकेगुड़ा व गंगालूर में विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं।
इस बारे में बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से हम यह नहीं बता सकते कि पुसनार और बुर्जी में कैम्प खुलेगा या नहीं। लेकिन कैम्प खुलने से विकास कार्यों में तेजी आ रही है और इसका सीधा फायदा ग्रामीणों को मिल रहा है। रही बात ग्रामीणों की जो पुलिस कैम्प का विरोध कर रहे हंै, उनके पीछे नक्सलियों का दबाव है। कैम्प खुलने से नक्सली बैकफुट पर हैं, इसलिए ग्रामीणों को उकसाकर वे इस तरह के आंदोलन करवा रहे हैं।
आवापल्ली में शहीद समैया माड़वी की प्रतिमा का अनावरण, परिजनों का सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 अक्टूबर। सीआरपीएफ के आईजी प्रकाश डी. ने इस क्षेत्र में अमन बहाली को रेखांकित करते कहा है कि ये लोगों की भागीदारी के बिना मुस्किल है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के अलावा सीआरपीएफ का सामाजिक सरोकार भी है।
आईजी प्रकाश डी. यहां से तीस किमी दूर उसूर ब्लॉक के आवापल्ली में गुरूवार को शहीद समैया माड़वी के परिजनों के सम्मान में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी बेहद जोखिमभरी होती है और इस इलाके के लोगों को ये बात बखूबी पता है। समैया माड़वी की प्रतिमा प्रत्येक दिन और प्रत्येक क्षण इस इलाके में शांति बहाली के लिए उनकी आहुति को याद दिलाते रहेगी।
उन्होंने लोगों से शांति स्थापना की शपथ लेने की अपील करते कहा कि ये लोगों के बिना मुश्किल है। जवानों ने हथियार समाज की बेहतरी के लिए रखे हैं। इलाके में स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और मार्केट आदि के लिए भी सीआरपीएफ अपना योगदान देती है। सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बड़ा आंतरिक सुरक्षा बल है। ये समूचे भारत में तैनात है। देश की अखण्डता के लिए के लिए जवान अपने घर से दूर सेवा देते हैं। गांवों में बच्चों को पढ़ाने से लेकर हेल्थ कैम्प तक का ये फोर्स आयोजन करती है।
तीन अप्रैल को तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकुलगुड़म में नक्सलियों से मुकाबला करते वीरगति को प्राप्त करने वाले 241 बटालियन के शहीद समैया माड़वी के बारे में आईजी ने कहा कि अब उनका परिवार सीआरपीएफ का परिवार है और सीआरपीएफ हमेशा उनकी सहायता करती रहेगी।
सभा में डीआईजी कोमल सिंह, एसडीएम देवेश ध्रुव, कमाण्डेंट पदमा कुमार, पुष्पेन्द्र कुमार, राजीव कुमार, एएसपी पंकज शुक्ला, एसडीएम डॉ. हेमेन्द्र भूआर्य, सरपंच मीनाक्षी एवं अन्य अधिकारी-नागरिक मौजूद थे। ज्ञात हो कि हर साल देश में शहीद हुए जवानों के लिए पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। इस साल अब तक देश के 377 सपूत शहीद हुए। बस्तर बटालियन के समैया माड़वी उनमें एक थे। आवापल्ली चौक में उनकी प्रतिमा का अनावरण गुरूवार को किया गया। इसके उपरांत पत्नी लक्ष्मी माड़वी, पिता सुबैया माड़वी एवं उनकी माता चिनक्का माड़वी का सम्मान किया गया।