छत्तीसगढ़ » कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 13 मई। कोरिया के जिला अस्पताल बैकुंठपुर में स्थित कियोस्क लैब में एंटीजन कीट खत्म होना बता कर कोरोना लक्षण आने वालों को टू्रनॉट और आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने की सलाह दी जा रही है।
इस संबंध में संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कर संक्रमितों की पहचान करना है, एंटीजन टेस्ट बंद नहीं होना चाहिए, मंै सीएमएचओ से चर्चा करती हूं। वहीं इस संबंध में बीएमओ सुरेन्द्र पैकरा का कहना है कि एंटीजन कीट की कमी है, इसलिए एंटीजन टेस्ट रोक दिए गए है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिले में 11 मई को 700 कोरोना संक्रमित सरकारी रिपोर्ट में सामने आए, उस दिन जिले का आंकड़ा पूरे राज्य में दूसरे नंबर पर था, जिसके ठीक दूसरे दिन 12 मई को जिला अस्पताल के कियोस्क लैब में लंबी-लंबी लाइन में लगे लोगों को यह कह कर जाने के लिए बोल दिया गया, कि उनके यहां एंटीजन किट खत्म हो चुकी है। जौ
किट खत्म होने के बाद 13 मई को जांच का कार्य बंद रहा। इस दौरान काफी संख्या में लोग कोरोना जांच कराने केंद्र पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि किट ही नहीं हैै। कई वापस लौट गए तो कईयों को जांच में लगे लोगों ने ट्रू नॉट व आरटीपीसीआर जांच कराने की सलाह देते देखे गए।
गौरतलब है कि 12 मई को दोपहर के समय जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में वायरोलॉजी लैब का शुभारंभ संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव के द्वारा फीता काटकर शुभारंभ किया था जिसमें वर्चुअल रूप से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव, जिले के प्रभारी मंत्री डॉ.शिव डहरिया सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी के साथ अन्य उपस्थित रहे।
कोरिया जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में पूरे जिले भर से मरीज इलाज के लिए आते है, यहां सबसे ज्यादा रेफर मामले चिरमिरी मनेन्द्रगढ़ से बड़ी संख्या में आ रहे हंै, जो मामले आ रहे हंै, उनके ज्यादा संख्या कोरोना संक्रमितों की पाई रही है। दो तीन दिन पूर्व जिला अस्पताल में दो लोगों की मौत हो गई थी, जांच में दोनों पॉजिटिव पाए गए थे बाद मे कोविड प्रोटोकाल के तहत उन्हें घर भेजा गया था।
आरटीपीसीआर की बाध्यता खत्म
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने 5 मई को आरटी-पीसीआर को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें बताया गया है किन परिस्थितियों में आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना चाहिए और कब नहीं।
कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार जारी है। आरटी-पीसीआर टेस्ट के जरिए पता किया जाता है कि कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है या नहीं। देश में लैब कर्मियों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए अब आईसीएमआर ने आरटी-पीसीआर को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। गाईडलाइन के अनुसार ऐसे में आरटी-पीसीआर जांच की जरूरत नहीं होगी। जब रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना संक्रमण पाए जाने पर आरटी-पीसीआर जांच नहीं करानी चाहिए। जब पहली बार आरटी-पीसीआर जांच में व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। जब कोई व्यक्ति 10 दिनों तक होम आइसोलेशन में हो और तीन दिन से बुखार न आया हो। अस्पताल से छुट्टी मिलने के समय आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। अगर किसी व्यक्ति ने अंतरराज्यीय यात्रा की है तो टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 मई। योग्यता नहीं होने के बावजूद भी क्षेत्र के गली-मोहल्लों में क्लीनिक खोलकर लोगों का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई लगातार जारी है। बुधवार को नगर पंचायत खोंगापानी में अवैध रूप से संचालित दो क्लीनिक को सील किया गया।
नगर पंचायत खोंगापानी में कई झोलाछाप डॉक्टर भारी-भरकम बोर्ड लगाकर बेधडक़ अपनी दुकान चला रहे हैं। एक सप्ताह पहले खोंगापानी स्थित राज क्लीनिक का राजस्व एवं स्वास्थ्य अमले ने औचक निरीक्षण कर क्लीनिक के संचालन में छत्तीसगढ़ नर्सिंग होम एक्ट, ड्रग एक्ट, औषधि भंडारण एक्ट, बायोमेडिकल एक्ट एवं महामारी अधिनियम 1897 के प्रावधानों का उल्लंघन पाए जाने पर कार्रवाई की थी, वहीं बुधवार को मनेंद्रगढ़ एसडीएम एवं नायब तहसीलदार के द्वारा खोंगापानी में अवैध रूप से संचालित दो क्लीनिक सील किए गए हैं।
अधिकारियों ने कोविड-19 से अधिक प्रभावित खोंगापानी नगर पंचायत क्षेत्र का दौरा कर व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा अवैध रूप से संचालित 2 झोलाछाप डॉक्टरों रामकोमल शर्मा वार्ड नंबर 6 बुद्धूसिंह दफाई एवं खेमराज मिश्रा वार्ड नंबर 8 पक्काधौड़ा के क्लीनिक सील किए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 12 मई। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंंठपुर में 12 मई को वायरोलॉजी लैब का फीता काटकर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर वर्चुअल रूप से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, सांसद ज्योत्सना महंत, नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया, शामिल रहे। यह क्षण कोरिया जिले के लिए कोरोना महामारी के दौर में उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में माना जा रहा है।
इस अवसर पर सिंहदेव ने कहा कि वे इस उपलब्धि के लिए प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का मुख्य रूप से धन्यवाद ज्ञापित करती हूं यह लैब कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मील का पत्थर साबित होगा।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में वायरोलॉजी लैब पहले ही बनकर तैयार हो गया था कुछ तकनीकी कमियों के चलते शुभारंभ होने में विलंब हुआ। इसके शुभारंभ के साथ ही अब जिले में कोरोना मरीजों का आरटीपीसीआर जांच का रास्ता खुल गया। इसके अभाव में आरटीपीसीआर के सैपलों की जांच जल्दी नही हो पा रही थी। पहले कोरोना मरीजों की जांच हेतु आरटीपीसीआर जॉच के लिए सैंपल अंबिकापुर भेजे जाते थे।
जहां से रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता था अब यह सुविधा जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में शुरू हो गयी। अब जिले के मरीजों का त्वरित गति से आरटीपीसीआर जांच हो सकेगी और रिपोर्ट भी कुछ ही घंटों में प्राप्त होगा जिससे कि कोरोना संक्रमितों का उपचार भी जल्द शुरू हो सकेगा।
गौरतलब है कि छग शासन के संसदीय सचिव व बैकुंठपुर के विधायक अंबिका सिंहदेव के प्रयास से ही जिले का पहला वायरोलॉजी लैब का शुभारंभ हो पाया जिसका लाभ जिले के कोरोना मरीजों को मिलना शुरू हो गया। वायरोलॉजी लैब के वर्चुअल शुभारंभ अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ स्वास्थ्य विभाग के कई चिकित्सक शामिल रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 12 मई। कोरिया जिले में लगातार चौथे दिन भी बारिश हुई। मई माह के एक दिन पूर्व से जिले में मौसम का मिजाज एकदम बदला हुआ है। हर दिन मौसम के बदल जाने से लोग भी हैरान है, वहीं मई के महिने में गर्मी का पता ही नही चल रहा है। वहीं मौसम विभाग की माने तो आगामी 18 मई तक इसी तरह आसमान में बादलो के साथ तापमान में लगातार गिरावट रहने के आसार बताए जा रहे है।
मंगलवार 11 मई को दिन भर मौसम खुला रहा और सुबह से लेकर शाम तक तेज धूप निकली हुई थी। वही रात के समय अचानक मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया और दूसरे दिन तडक़े जिले भर में बारिश हुई सुबह होने के बाद भी रिमझिम बारिश होती रही और कुछ देर बाद ॅिफर से झमाझम बारिश का क्रम शुरू हो गया।
जिला मुख्यालय बैकुंठपुर सहित जिले के अधिकांश हिस्सो में कुछ देर तक जमकर बारिश हुई। इस बीच कुछ समय के लिए तेज हवाएॅ भी चलती रही। तेज हवाओं के चलने से कई क्षेत्रों में पेड के डंगाल भी टूटकर गिर गये और कई लोगों के घरो में लगाये गये छप्पर भी उड़ गए। इस तरह तेज हवाओं के चलने से भी लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके बाद काफी देर तक झमाझम बारिश होती रही। ऐसा लगने लगा कि मानसून अब उतर आया है। इसके पूर्व जिले में झमाझम बारिश हुई थी।
बारिश के साथ ही जिले के अधिकांश क्षेत्रो में ओले भी गिरे थे। बारिश के साथ ओले गिरने के कारण विभिन्न तरह की सब्जियों को भारी नुकसान पहुचा। जिले में लगातार चार दिनों से प्रतिदिन हो रही बारिश के कारण लोगों को गर्मी के दिनों में भी रेनकोट निकालना पडा और बारिश के दौरान लोग वर्षा से बचने के लिए रेन कोट पहनकर चलते नजर आए।
वहीं कई लोग छाते भी निकालकर चलते रहे। हालंाकि गर्मी के इस सीजन में कई लोग धूप से बचने के लिए छाते का उपयोग करते है, लेकिन इस बार , बारिश से बचने के लिए छाते का उपयोग इस दौरान कर रहे है। जिले में कई दिनों से हो रही बारिश के कारण जमीन मे गीली हो गई है और मौसम में ठंडक घुल गयी है। यही कारण है कि इस सीजन में जहां तेज गर्मी से लोगों को हलाकान होना पडता था वही इस बार रात में कुलर पंखे बंद कर हल्की गर्म कपड़ों का उपयोग करना पड रहा है।
इस बार नहीं पड़ेगी ज्यादा गर्मी
जिस तरह से मई के महीने में लगातार कई दिनों से बारिश हो रही है। उसे देखते हुए इस बार ज्यादा गर्मी पडऩे की संभावना नहीं है। मौसम विभाग की माने तो आगामी 18 मई तक आसमान में बादलों को डेरा होगा और इसी तरह का बारिश का माहौल रहने की संभावना जताई गई है। तापमान कम होकर 36 और फिर बाद में 40 डिग्री तक रहने की उम्मीद बताई जा रही है। मई महीना का पहला पखवाड़ा अब अंतिम ओर में है और इस दौरान तक जिले में बेमौसम बारिश कई दिनों तक चल रही है। लगातार बारिश होने के कारण मौसम में नमी पूरी तरह से हो गयी है जिससे कि तापमान का पारा नीचे गिर गया है।
जानकारी के अनुसार अभी कुछ दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभाावना जताई जा रही है। इसके बाद यदि मौसम खुलता भी है, तो उतनी गर्मी का अहसास नहीं होगा जितनी की इस मौसम में गर्मी इस दोरान पडऩी चाहिए। इसे देखते हुए इस बार नवतपा में भी ज्यादा गर्मी का सामना लोगों को नहीं करना पड़ेगा। मई माह के अंतिम सप्ताह में नवतपा शुरू होता है जिसके लिए अब कुछ ही दिन का समय बचा हुआ है आगामी माह जून से मानसून की सक्रियता शुरू हो जाती है इस तरह आगामी कुछ दिनों में इस बार तेज गर्मी की संभावना नहीं बन रही है।
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रोंं में घंटों रही बिजली गुल
12 मई को सुबह बारिश की शुरूआत होने के साथ ही शहर क्षेत्र की बिजली गुल हो गयी और घंटों तक शहर क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित रही है। सुबह के समय बिजली आपूर्ति ठप होने से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। एक्स रे जांच के लिए मरीजों के परिजनों को बिजली आने का इंतजार करना पड़ा। शहर क्षेत्र के अलावा जिले के अनेक पंचायतों में बिजली गुल रही। जिले के कई ग्रामीण अंचलों में तो 24 घंटे से अधिक समय तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 12 मई। एक ओर जहां जिंदगी के टीका के लिए लोग रोजाना घंटों कतार में खड़े हो रहे हैं, वहीं उनकी चिंता छोडक़र प्रदेश सरकार मदिरा प्रेमियों की चिंता में इस कदर डूबी हुई है कि वह शराब की होम डिलीवरी कर रही है। इससे वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर सरकार की गंभीरता का अंदाजा सहजता से लगाया जा सकता है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा ने शराब की होम डिलीवरी पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रदेश में आपदा की इस घड़ी में सरकार अपने निर्णय और कार्यप्रणाली से जनता की नजरों में गिरती जा रही है। सरकार का यह निर्णय उसकी अदूरदर्शिता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बड़े-बड़े वायदे किए थे। छत्तीसगढ़ में शराब बंदी का दंभ भरा था, लेकिन आज की स्थिति में जब प्रदेश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है। लोग एक-एक सांस के लिए संघर्ष कर रहे हैं और भूपेश सरकार शराब को लेकर अनोखी कार्ययोजना बना रही है। योजना भी ऐसी कि शराब के लिए ऑर्डर करिए सरकार आपके घर तक शराब पहुंचाने के लिए एक पैर पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि आज टीकाकरण के लिए युवा से लेकर बड़े-बुजुर्ग सभी कतार में खड़े हैं। ऐसे में सरकार को कायदे से घर-घर वैक्सीनेशन की सुविधा प्रदान करनी चाहिए, लेकिन वह घर-घर शराब पहुंचाने में समय बिताकर बीमारी से जूझ रहे लोगों को समय पर इलाज और टीका मुहैया न कराकर उन्हें मौत के आगोश में धकेल रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि जिनके घर पर शराब की होम डिलीवरी होगी, उस घर की महिलाओं और बच्चों पर क्या गुजरेगी, इसे आसानी से समझा जा सकता है। उन्होंने वर्तमान हालात को देखते हुए वैक्सीनेशन पर ज्यादा ध्यान देने और शराब बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाए जाने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 12 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा विधायकों के साथ कोविड-19 को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हालात की समीक्षा की गई।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो ने कोरिया जिले में ऑक्सीजन प्लांट, राशन कार्डधारियों को 2 माह का राशन एवं प्रदेश के अंतिम छोर तक के लोगों के टीकाकरण पर धन्यवाद ज्ञापित किया गया, साथ ही ऑक्सीजन प्लांट में हो रहे विलंब पर त्वरित कार्य प्रारंभ करने व मनेंद्रगढ़ एवं जनकपुर में कोविड मरीजों के लिए शीघ्र वेंटिलेटर स्थापना हेतु आग्रह किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 9 मई। कोरिया जिले में अब ग्रामीण क्षेत्रों में मौत का आंकडा बढने लगा है, आज सुबह एक निजी नर्सिग होम में एक युवक की कोरोना से मौत हो गई, तो कल दो सगे भाइयों के साथ कुल 4 लोगों की मौत कोरोना से हो गई थी, इसके अलावा जिला अस्पताल में भी दो कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। आज खबर लिखे जाने तक 3 लोगों की और मौत कोविड अस्पताल में हो चुकी है, यहां 100 बेड पूरे भर चुके है। वही प्रशासन के द्वारा जारी आंकडे रोज हो रही मौत से मेल नहीं खा रहे है। इधर, ग्रामीण क्षेत्रों में मौत की मुख्य वजह लापरवाही और जांच नहीं कराना सामने आ रहा है।
इस संबंध में सीएचएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा का कहना है कि मौते हो रही है दुख तो है, इतने कम ऑक्सिलन सेचुरेशन में मरीज उनके पास पहुंचता है कि उसे बाहर लाना बेहद कठिन होता जा रहा है। कोविड अस्पताल में बेड की व्यवस्था और बढाई जा रही है, पूरा अमला हमारा मुस्तैदी से लोगों की जान बचाने में लगा हुआ है।जानकारी के अनुसार शनिवार को दो सगे भइयों के साथ 4 लोगों ने कोविड अस्पताल में दम तोड दिया, बेहद मिलनसार भाजपा के सलका मंडल के अनुसूचित जाति मोर्चा के मंडल अध्यक्ष रामप्रताप कुर्रे, जिन्हे प्यार से लोग बबलु कहा करते थे, मृदुभाषी कार्यशैली के होने के कारण वे हर दिल अजीत थे, मुख्य रूप से बाईक मिस्त्री के रूप में हर कोई उनको जानता था, पहले उनकी बडे भाई सुदामा कुर्रे की मौत हुई कुछ घंटे के अंतराल में उनकी मौत हो गई, जिसके बाद पूरे सलका में गमगीन माहौल पसर गया। दोनो का इलाज कोविड अस्पताल बैकुंठपुर में चल रहा है, यहां दो अन्य मरीजों की भी मौत हुई। शनिवार के दिन ही 2 लोगों की जिला अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई। जिसमे एक मरीज बुढार और एक मनेन्द्रगढ के थे। दोनों को कोविड प्रोटोकाल के तहत उनके घर भेजा गया। वहीं आज 9 मई 2021 को सुबह एक निजी अस्पताल में जूनापारा निवासी पं.सुनील तिवारी का निधन कोरोना से गया जिससे कि जूनापारा मोहल्ले के अलावा शहर में उनके शुभचिंतकों में शोक की लहर फैल गयी। खबर लिखे जाने तक कोविड अस्पताल में 3 लोगो की और मौत हो चुकी है। जिसमें 1 बैकुंठपुर,ृ मनेन्द्रगढ और 1 चिरमिरी के बताए जा रहे है। तीनों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत उनके घर भेजा दिया गया।
आते ही कर रहे है टेस्ट
चिरमिरी और मनेन्द्रगढ से रेफर मामले में कल काफी बढोतरी देखी गई, शनिवार को 10 से 15 मामले चिरमिरी और मनेन्द्रगढ से जिला अस्पताल पहुंचें, वहां से रेफर होकर आने वाले सभी मामले नेगेटिव बताए गए, बाद में जिला अस्पताल में दुबारा जांच हुई जिसमें काफी ज्यादा लोग पॉसिटिव निकले, जिसके बाद 10 लोगों को कोविड अस्पताल भर्ती करवाया गया। दरअसल, जिला अस्पताल के 80 प्रतिशत स्टॉफ और चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव हो चुके है, ऐसे मे कुछ चिकित्सक बचे हे, जिसके कारण आने वाले हर मरीज का कोरोना टेस्ट करके स्वयं के साथ अन्य मरीजों को भी संक्रमित होने से बचाया जा रहा है। पॉजिटिव आने पर तत्काल उन्हें आईशोलेट कर इलाज शुरू किया जाता है। जबकि पहले ऐसा नही किया जा रहा था जिससे स्टाफ और चिकित्सक संक्रमित हो गए।
कोरिया जिले में अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों मेें 11 सौ से ज्यादा शादियां संपन्न हो चुकी है, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित काफी संख्या मे हर दिन बढ रहे है, लोग पहले तो इसे कुछ मानते ही नहीं है, जब बीमारी बढने लगती है तो झोला छाप चिकित्सकों के झांसे में आ जाते है। कोविड में जितनी भी मौतें हो रही है लगभग मरीज बेहद कम ऑक्सिजन सेचूरेशन में कोविड लाए गए, ऐसे में चिकित्सकों के हाथ में कुछ नहीं रह पाता है।
वहीं दो दिन पहले सीएम भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेसिंग में जिला प्रशासन को कहा कि आखिर इतनी शादियों की ूमॉनिटरिंग कैसे हो पाई। उन्होनें ग्रामीण क्षेत्रों मे बडी मात्रा में शादी विवाह के लिए दी गई अनुमति पर भी सवाल उठाए। वही अब कई चिकित्सक भी कह रहे है कि अब भी ग्रामीण क्षेत्रो में होने वाले आयोजनों पर एकदम रोक लगाए प्रशासन, नहीं तो स्थिति में कोई सुधार नहीं होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 9 मई। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित मानस भवन में दूसरे दिन 18 प्लस लोगों का टीकाकरण का अभियान के तहत 9 मई को सुबह निर्धारित समय पर लोगो की भारी भीड जुट गयी थी लेकिन वैक्सिनेशन का कार्य शुरू नही हुआ था, जिसके बाद भाजयुमो ने मौके पर पहुंच कर स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद 100 लोगो का वैक्सिनेशन शुरू हो पाया।
इस संबंध में भाजयुमो के नेता शारदा प्रसाद गुप्ता का कहना है कि प्रशासन को यदि वैक्सिनेशन नहीं करना था तो पूर्व में सूचना दी जानी चाहिए थी, कोरोना कॉल में लोग अपने घरो से निकलकर यहां आ रहे है, भीड बढ गयी है, इसके लिए प्रशासन को पहले से व्यवस्था करनी चाहिए ताकि संक्रमण न फैले।
रविवार को मानस भवन में सुबह 9.30 बजे से काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए, शनिवार को 250 लोगों का वैक्सिनेशन किया गया था, परन्तु रविवार को वैक्सिनेशन नहीं होगा इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। काफी देर तक कोई भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा, सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा ने बताया कि वैक्सिन खत्म हो चुकी है, कल आएगी तक वैक्सिनेशन हो पाएगा, मौके पर पहुंच भाजूयमो के शारदा गुप्ता ने सीएमएचओ से चर्चा कीं, जिसके बाद खत्म वैक्सिन अचानक आ गई और 100 लोगों को वैक्सिनेशन करने स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए, कुछ देर में तहसीलदार मनमोहन सिंह पहुंचें और लंबी लंबी लाइन से लगे लोगों को सोशल डिस्टेंिसग का पालन करने की हिदायत दी, उनके आने के बाद एसडीएम बैकुंठपुर भी मौके पर पहुंचें। यहां आज 100लोगो का वैक्सिनेशन किया गया।
जिले में 17 वैक्सीनेशन साइट
जिले भर मे जिला प्रशासन ने 17 वैक्सिनेशन साइट बनाई है। जिसमें बैकुंठपुर एपीएल के लिए मानस भवन, बीपीएल के लिए बैकुंठपुर के महलपारा स्थित आयुर्वेद अस्पताल, अन्त्योदय के लिए डुमरिया उपस्वास्थ्य केन्द्र, खडगवां में एपीएल के लिए एनआरसी भवन, बीपीएल और अंत्योदय के लिए प्राथमिक शाला बचरापोडी, भरतपुर मेें एपीएल के लिए सीएचसी जनकपुर, बीपीएल के लिए सामुदायिक भवन जनकपुर और अंत्योदय के लिए पीएससी बहरासी, मनेन्द्रगढ में एपीएल के लिए शा उ कन्या विद्यालय मनेन्द्रगढ, बीपीएल के लिए शाउमा विद्यालय (अजाक) और अंत्योदय के लिए उप स्वास्थ्य केन्द्र कठौतिया और सोनहत में एपीएल के लिए शा उ मा विद्यालय सोनहत, बीपीएल के लिए शामा विद्यालय सोनहत और अंत्योदय के लिए शा प्रा शाला सोनहत, इसके अलावा नगर निगम चिरमिरी में कन्या शाला एकता नगर,, बीपीएल के लिए एसईसीएल होस्पिटल चिरमिरी और अंत्योदय के लिए शाउमा स्कूल हल्दीबाडी चिरमिरी का स्थान तय किया गया है। जहां प्रतिदिन मात्र 100 लोगो को टीका लगाया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेंद्रगढ़, 8 मई। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से गुरुवार को एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई थी जिसकी सूचना मिलने पर शुक्रवार को सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो मृतकों के घर पहुंच कर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की और पीडि़त परिवार को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिलाया।
उल्लेखनीय है कि केल्हारी के ग्राम पंचायत पहाड़ हसवाही के घोड़बंधा के बिछलीपारा में गुरुवार को एक ही परिवार पर आकाशीय बिजली कहर बनकर टूट पड़ी थी जिससे चार सदस्यों की मौत हो गई थी वही दो सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें उपचार हेतु जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में भर्ती कराया गया है। जिसकी जानकारी लगने पर सविप्रा उपाध्यक्ष व भरतपुर सोनहत के विधायक गुलाब कमरो शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पहाड़ हंसवाही के घोड़ बंधा के बिछली पारा पहुंचे।
उन्होंने शोकाकुल परिजनों से मुलाकात कर इस दु:ख की घड़ी में अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की और जरूरत पर हर संभव मदद का भरोसा दिया।
सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के रामानुजनगर पहुंचे जहां पर उन्होंने छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश सीमा क्षेत्र स्थित रामानुजनगर (घाघरा) बेरियर का निरीक्षण किया।
विधायक ने बेरियर में कार्यरत कर्मचारियों का कुशलक्षेम जानकर वस्तु स्थिति से अवगत होकर आवश्यक दिशा निर्देश देकर उनका हौसला अफजाई की।
जनता की सत्ता पर जीत है-शाहिद महमूद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 8 मई। छत्तीसगढ़ सरकार के 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण नीति को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर आये उच्च न्यायालय के फैसले पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के कोरिया शहर जिला अध्यक्ष अधिवक्ता शाहिद महमूद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुवे कहा कि उच्च न्यायालय का टीकाकरण में सभी वर्गों को समानता का अधिकार सुनिश्चित कराने वाले इस ऐतिहासिक निर्णय से छत्तीसगढ़ की जनता को न्याय मिला है।
इस ऐतिहासिक निर्णय से छत्तीसगढ़ के जनता की सत्ता पर जीत हुई है, ज्ञात हो कि कोविड 19 संक्रमण के त्वरित नियंत्रण एवं रोक थाम हेतु भारत सरकार ने 18 वर्ष से अधिक तथा 45 वर्ष से कम आयु वाले सभी व्यक्तियों को समान रूप से 1 मई से वैक्सीन लगाने हेतु सभी राज्य सरकारों को निर्देशित किया था,उपरोक्त आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों में एक उत्साह था तथा लोग टीकाकरण हेतु पंजीयन करवा रहे थे,परंतु छत्तीसगढ़ सरकार ने आम आदमी के समानता के अधिकार को उस वक्त झटका दिया जब सरकार ने एक आदेश निकाल कर अंत्योदय और बी पी एल कार्डधारियों को ही पहले टीका लगाने का आदेश दिया।
यह आदेश पूरी तरह से राजनैतिक आधार पर दिया गया आदेश था जबकि पहले टीका लगाने का आधार वैज्ञानिक होना चाहिए था,अर्थात संक्रमण की तीव्रता को देखते हुवे चाहे वह किसी भी आर्थिक वर्ग समूह का हो आवश्यकतानुसार बगैर अमीरी- गरीबी भेदभाव के जरूरतमंद को पहले लगना चाहिए।
छत्तीसगढ़ सरकार के इस भेदभावपूर्ण टीकाकरण पालिसी के विरुद्ध आम जनमानस के हित में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर के जनहित याचिका में इंटरवेनर याचिकाकर्ता बनकर याचिका लगाया था। जिस पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय बिलासपुर का निर्णय आया है।
उच्च न्यायालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ ने छत्तीसगढ़ सरकार के 18 से 45 वर्ष आयुवर्ग के अनुचित टीकाकरण पालिसी पर ऐतिहासिक निर्णय देते हुवे छत्तीसगढ़ के सभी वर्गों को अंत्योदय, बीपीएल, एपीएल सभी को समानता के आधार पर बिना विलंब किए टीका लगाने का आदेश दिया है। उच्च न्यायालय के इस ऐतिहासिक निर्णय से आज छत्तीसगढ़ के साथ-साथ हमारे कोरिया जिला में भी 18 वर्ष से अधिक और 45 वर्ष से नीचे के लोगों को कोरोना का टीकाकरण प्रारंभ हो गया है, जिसका लाभ उक्त आयु वर्ग के सभी वर्गों को मिलेगा, उक्त जनहित याचिका पर उच्च न्यायालय का ऐतिहासिक निर्णय छत्तीसगढ़ के जनता की सत्ता पर जीत है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 8 मर्ई। कोरिया जिले में 11 अपै्रल से प्रभावी लॉकडाउन की अवधि तीसरे चरण में बढ़ाकर आगामी 16 मई की मध्य रात्रि तक कर दिया गया है। इस बार भी बैंकों में सामान्य लेन देन की अनुमति नहीं दी गयी है। अपने खाते से पैसे निकालने पर रोक लगी हुई है जिससे आमजन बेहद नाराज है। वहीं जिसे लेकर संसदीय सचिव व क्षेत्रीय विधायक अंबिका सिंहदेव ने कलेक्टर कोरिया को पत्र लिखकर बैंको में आमजनों के सामान्य रूप से नगदी लेन देन करने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
जानकारी के अनुसार 11 अपै्रल 2021 से लॉकडाउन कोरिया जिले में लगा है जिसके बाद शुरूआत के कुछ दिन तो बैंक पोस्ट आफिस भी पूरी तरह से बंद रहे लेकिन कुछ दिन बाद बैंक व पोस्ट आफिस को प्रात: 10 से 2 बजे तक कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए खोलने की अनुमति दी गयी और परन्तु किसी भी तरह के लेन देन पर रोक लगा दी गई। जब तक कोई स्वास्थ्यगत कारण नहीं बताए उसे राशि न दी जाए। सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी में दस्तावेज प्रस्तुत करने पर ही लेन देन करने की अनुमति है इसके अलावा किसी भी आमजन को बैंकिंग सेवा नहीं दी जा रही है। दूसरी ओर पूरे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोग इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे हंै और साधारणजन को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की परेशानियों केा देखते हुए संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने कलेक्टर ने मांग की है कि जल्द ही आमजनों को नगदी लेन देन करने की अनुमति प्रदान की जाए।
मजदूरों को उनकी ही राशि नहीं दे रहे बैंक
लॉकडाउन के दौरान बैंकों को 10 बजे से 2 बजे तक खुलने की छूट मिली है, लेकिन इस दौरान सामान्य लोगों का नगदी लेन देन पूर्ण रूप से प्रतिबंध किया गया है। इस बीच मजदूरी भुगतान, पेंशन भुगतान की अनुमति दी गई है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की शिकायत है कि उनकी मजदूरी की राशि भी बैंकों द्वारा इस दौरान भुगतान नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण दूर दराज से लॉकडाउन के दौरान किसी तरह बैंकों तक पहुंचते है, लेकिन उन्हें नियमों का हवाला देकर उनकी मेहनत की राशि भी देने से साफ इंकार कर दे रहे है। यही हाल पेंशन प्रकरणों का भी। ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग अपने क्षेत्र. के बैंकों के साथ जिला मुख्यालय के बैंक में अपनी पेंशन राशि लेने के लिए बड़ी मुश्किल से पहुंच रहे हंै और जब बैंक में पहुंचते है, तो उन्हें बैंक कर्मियां द्वारा सीधे तौर पर अभी रूपये देने से मना कर दिया जा रहा है। ऐसे में अपनी ही मजदूरी राशि व पेंशन की राशि लिए बिना ही ग्रामीण घर को लौट रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान ऐसे लोगों की परेशानी को कोई नहीं समझ रहा है।
विवाह कार्यक्रम भी टाल रहे ग्रामीण परिवार
21 अपै्रल से विवाह के मुहूर्त शुरू हो गए है और इस दौरान कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए विवाह कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश है जिसके लिए सक्षम अधिकारी से अनुमति लेने के बाद ही विवाह कार्यक्रम संपन्न कराये जा सकते हंै। इसके लिए कार्यक्रम में जुटने के लिए अधिकतम 20 लोगों को ही अनुमति दी जा रही है। यह तो ठीक है, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इस दौरान बैंकों से आम लोगों को अपने किसी प्रयोजन के लिए अपनी ही जमा राशि नहीं दी जा रही है। इस पर प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसी स्थिति में कई ग्रामीण क्षेत्रों के परिवार रूपयें के अभाव में विवाह कार्यक्रम को टाल रहे हंै वहीं कई तो ऐसे हैं, जो अपने रिश्तेदारों व अन्य परिजनेां से कर्ज में राशि लेकर किसी तरह विवाह कार्य संपन्न कर रहे है।
बैंक में राशि जमा तो है, लेकिन इस दौरान निकासी पर प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। जिसके चलते पूरा काम पैसे के बिना अटक रहा है। जिसे लेकर लोगों को परेशानी हो रही है वहीं कई लोग दूर अपने रिश्तेदार आदि को रूपये भेजना भी चाहते है, तो वह चाह कर भी बैंक में अनुमति नहीं मिलने से भेज नहीं पा रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 7 मई। कोरिया जिले में कोरोना का संक्रमण के हर दिन नए रिकार्ड बन रहे है। शहरी क्षेत्रों से अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिले में 38 फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर बढ़ चुकी है। वहीं जिले के प्रमुख शहरी क्षेत्र चिरमिरी को छोड़ दिया जाए, तो शेष नगरीय निकाय क्षेत्र में पहले की अपेक्षा संक्रमण का दर कम हुआ है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण दर में बढ़ोतरी होती दिखाई दे रही है।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना काल के दौरान जमकर शादी विवाह आदि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हंै। जहां पर कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं होने के कारण संक्रमण फैल रहा है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवासी मजदूरों की सही तरीके से निगरानी नहीं होने के कारण बड़े शहरों से आकर सीधे अपने घर परिवार में रहने लग रहे हंै जिससे भी संक्रमण गांवों में फैल रहा है, वहीं जिन्हें होम आईशोलेशन में रखा गया है, उनकी निगरानी नहीं होने के कारण लोग बेहिचक बाहर घूम रहे हैंै।
बैकुंठपुर ग्रामीण क्षेत्र में ही बीते कुछ दिनों से संक्रमितों का आंकड़ा प्रतिदिन 100 पार हो रहा है। परन्तु गुरुवार को 221 मामले सिर्फ बैकुंठपुर में सामने आए हंै। इसी तरह का हाल खडग़वां और मनेन्द्रगढ़ जनपद क्षेत्र का है। वहीं सोनहत जनपद के साथ वनांचल जनपद जनकपुर में कुछ दिनों से तेजी से संक्रमण बढ़ा है। जिसके चलते लोग प्रतिदिन भारी संख्या में पॉजिटिव निकल रहे हंै।
673 नये संक्रमित मिले
कोरिया जिले में 6 मई के रिकार्ड 673 नए संक्रमित एक दिन में पाए गए। इस दिन अब तक का सर्वाधिक 1746 सैंपलों की जांच भी की गई थी, जिसमें 38 फीसदी कोरोना प्रभावित मिले है। गुरुवार को 3 लोगों की मौत भी हुई, अब मौत का आंकड़ा बढक़र 110 हो गया है। जानकारी के अनुसार 6 मई को शहरी क्षेत्र में कुल 230 संक्रमित मिले, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में इस दिन 443 संक्रमित पाए गए। जिनमें से शहरी क्षेत्र शिवपुर चरचा में 10, बैकुण्ठपुर में 60, चिरमिरी में 90, मनेंद्रगढ़ में 53, लेदरी मे 6, झगराखांड में 5 तथा खोंगापानी में 9 पॉजिटिव मिले, वहीं ग्रामीण क्षेत्र बैकुंठपुर में 221, खडग़वां में 71, मनेंद्रगढ़ में 71, सोनहत में 48 तथा जनकपुर में 32 पॉजिटिव मिले।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 मई। योग शास्त्र में कई योगासन, प्राणायाम बताए गए हैं जिसे किया जाना चाहिए। हरेक व्यक्ति के घर में पूजा स्थल पर एक शंख होता है, जिसकी आज कोरोना काल में उपयोगिता होनी चाहिए, अगर हम सुबह और शाम घर पर शंख बजाने का प्रयास करें तो हमारे फेफड़े बहुत मजबूती पाएंगे और संक्रमित होने पर या संक्रमित होते हुए भी यह प्रयास हम सबको स्वस्थ्य रखेगा।
अधिवक्ता के. सिंह ने फेफड़े की मजबूती के लिए शंखनाद पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संबंध में यह प्रमाणित है कि संक्रमण नाक और गले के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच जाता है। शुरूआती लक्षणों से भाप और गरारा करके गले और नाक के संक्रमण को रोका जाता है, लेकिन अधिकांश मामलो में यह देखा गया है कि संक्रमण फेफड़ों तक पहुंच जाता है, फिर रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया जाता है। ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ती है। अत: इस बात में कोई विवाद नहीं हैं की हमें अपने फेफड़ों को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि शंखनाद को आप किसी दकियानूसी सोच का हिस्सा न मानें। यह बात उन्होंने विज्ञान, मेडिकल एवं अन्य जो भी प्रमाणित किये जाने के पैमाने हैं उस पर खरा पाया है। अधिवक्ता सिंह ने शंखनाद के संबंध में हर तरह से संतुष्ट होकर इस मुहिम में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि यह मानव के अस्तित्व की लड़ाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 7 मई। चिरमिरी खडग़वां पत्रकार संघ के अध्यक्ष एबी सिद्दीकी ने मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल को पत्र लिखकर मीडियाकर्मीयो को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा देने की मांग की है । अपने पत्र में श्री सिद्दीकी ने कहा है कि जहां अपने राज्य सहित पूरे देश में कोरोना के संक्रमण से ज्यादातर व्यक्ति संक्रमित है वही हमारे देश का चौथा स्तम्भ भी अपनी पूरी जिम्मेदारी से अपने कार्य को अंजाम दे रहा है।
जिस विषय को देखते हुए हमारे मीडिया कर्मी व उनके परिवार को फ्रंट लाइन वारियर्स का दर्जा प्रदान किया जाये, ताकि कोरोना से संक्रमित मीडिया कर्मी व उनके परिवार को समुचित इलाज की व्यस्था मिल सके व दिवंगत पत्रकार साथी के परिवार को कम से कम पांच लाख रुपए के मुआवजे का भी प्रवधान हो जिससे वह स्वयं भी अपने परिवार का समुचित इलाज करा सके।
श्री सिद्दीकी ने पत्र में आगे कहा है कि कोरोना आपदा काल में स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, नगरीय निकाय सहित अन्य विभागों के शासकीय कर्मियों द्वारा कोरोना नियंत्रण में अपनी महती भूमिका का निवहन किया जा रहा है। इस लड़ाई में प्रदेश के हमारे मीडिया साथी भी अपनी भूमिका का सशक्त निर्वहन कर रहे हैं। प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथी अपनी जान जोखिम में डालकर जनता एवं सरकार को धरातल की स्थितियों से अवगत करा रहे हैं और कार्य के दौरान मीडिया कर्मी अपने परिवार के साथ कोरोना से संक्रमित हो रहे है। कुछ साथी असमय ही काल कलवित भी हुए है।
इन परिस्थितियों में शासकीय कर्मियों के साथ साथ मीडिया जगत के साथियों को भी समुचित स्वास्थ सुविधा और आर्थिक सहायता दिया जाना आवश्यक है। प्रदेश में शासकीय कर्मियों के लिए कोरोना की सुविधाएं दी गई है, जिसमें कोविड से सम्बंधित कार्यों में कार्यरत रहने के दौरान मृत हुए कर्मचारियों के परिवारों को आर्थिक लाभ दिया जाता है, जो मीडिया जगत को भी मिलना चाहिए। श्री सिद्दीकी ने विधायक डॉ. विनय जायसवाल से मांग करते हुए कहा है कि इन तथ्यों पर ध्यान आकर्षण करते हुए नगर पालिक निगम चिरमरी एवं कोरिया जिले के मीडिया कर्मी व उनके परिवार को फ्रंट लाइन वारियर्स का दर्जा प्रदान करे।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 मई। चैनपुर स्थित हसदेव नदी में नपा के एनीकट में पर्याप्त पानी आ जाने की वजह से इस वर्ष गर्मी में शहरवासियों को पेयजल की कोई किल्लत नहीं होगी। यह भरोसा नपा के जल विभाग प्रभारी पार्षद नागेंद्र जायसवाल ने दिलाया है।
जलावर्धन योजना के तहत् हसदो नदी में 6 करोड़ की लागत से एनीकट का निर्माण कराया गया है। एनीकट बनने के बाद से पिछले 3 सालों से शहर में पानी की कोई किल्लत नहीं हो रही थी, लेकिन इस वर्ष गर्मी की शुरूआत में ही एनीकट का जल स्तर काफी गिर जाने की वजह से नपा प्रशासन को जल संसाधन विभाग के बरकेला डेम से पानी लेना पड़ रहा है। इस बीच नपा के जल शाखा विभाग के प्रभारी पार्षद नागेंद्र जायसवाल ने बताया कि एनीकट का जल स्तर गिरने का प्रमुख सिरौली में नदी में ग्रामीण जनों के द्वारा 3 से 4 स्थानों पर बोरियों में रेत भरकर और पत्थरों से पानी को रोके जाने को प्रमुख वजह बताया है।
उन्होंने कहा कि नदी में अस्थायी बांध बनाकर ग्रामीण बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती करते हैं। गुरूवार की सुबह नर्सरी हसदो एनीकट लाई बांध के पास से जल विभाग की पेट्रोलिंग टीम के द्वारा पेट्रोलिंग की गई तो सिरौली के पास नदी में कई जगहों पर अस्थायी बांध पाए गए, जिसे खोल दिया गया है। नदी में बनाए गए अस्थायी बांध को खोलने के बाद चैनपुर स्थित नपा के एनीकट में पर्याप्त पानी पहुंच गया है।
जल शाखा प्रभारी जायसवाल ने कहा कि पेट्रोलिंग टीम के द्वारा सतत रूप से पेट्रोलिंग जारी रहेगी। उन्होंने आम जनता को भरोसा दिलाया है कि इस वर्ष शहरवासियों को पेयजल की कोई किल्लत नहीं होने दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 6 मई। शहरों की तर्ज पर अब ग्रामीण अंचलो में कोरोना के बढ़ते प्रकोप पर जहाँ जिला प्रशासन सजग बना हुआ है वही स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इन इलाकों का दौरा कर लोगों को हर संभव मदद पहुंचा रहे हंै।
ऐसे दौरा कार्यक्रम में मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल ने बुधवार को जनपद पंचायत खडग़वां के ग्राम पंचायत भूकभुकी, आमदण्ड, जट्टारी, मुकुंदपुर, उधनापुर ग्राम पहुंचकर उनका हालचाल जाना। राज्य शासन के आदेश पर दो माह के नि:शुल्क राशन वितरण की जानकारी लेते हुए ,पंचायत भवन, पीडीएस भवन एवं नवीन स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर मौके पर उपस्थित ग्रामीणों के साथ ही स्थानीय सरपंच, सचिव से उनके पंचायतों की समस्या की जानकारी ली एवं ग्राम पंचायतों में मिल रहे राशन कार्ड बनाने समस्या से जिला अधिकारी को निर्देशित करते हुए त्वरित निराकरण की बात कहते हुए.इस महामारी के विकराल समय में हर अंतिम व्यक्ति तक राशन पहुंचाने की बात कही और कटे हुए राशन कार्ड को तत्काल जोड़ कर उन्हें लाभ देने के निर्देश दिए।
मनेन्द्रगढ़, 6 मई। सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से संक्रमण के खतरे के बीच कार्य कर रहे पत्रकारों को कोरोना फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा दिए जाने की मांग की है।
तत्संबंध में मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त विधायक कमरो ने कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर पूरे देश एवं राज्य में फैल रहा है और संक्रमण का खतरा बना हुआ है। ऐसी स्थिति में भी पत्रकार दिन-रात जानकारी एकत्रित कर स्थिति से अवगत करा रहे हैं। उनके द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव रोकथाम हेतु अखबारों और न्यूज चैनलों के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार कर लोगों को लगातार जागरूक ोिकया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में जिस प्रकार राजस्व, स्वास्थ्य एवं पुलिस प्रशासन संक्रमण के खतरे के बीच कार्य कर रहा है, उसी प्रकार पत्रकार भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। उन्हें भी संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में यदि उनको भी कोरोना वारियर्स का दर्जा प्राप्त हो तो पत्रकारों का हौसला और बढ़ेगा।
मनेन्द्रगढ़, 6 मई। रात में अपने बच्चों के साथ घर पर सो रही पत्नी के साथ पति ने विवाद किया और घर में जल जल चिमनी से घर को आग के हवाले कर दिया। आग से घर, अनाज और कपड़े जलकर खाक हो गए। घटना केल्हारी थानांतर्गत ग्राम आमादमक की है। पत्नी की रिपोर्ट पर केल्हारी पुलिस द्वारा पति के खिलाफ केस दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
ग्राम आमादमक में अपने परिवार सहित निवास करने वाली कौशल्या ने बताया कि वह मजदूरी का काम करती है। घटना दिवस 3 मई की रात लगभग 10 बजे वह अपने चारों बच्चों के साथ घर पर सो रही थी, तभी उसका पति गांव से घूमकर घर आया और कहा कि मैं घूम रहा हूं और तुम सो रही हो। इस पर महिला ने कहा कि वह बच्चों के साथ सो रही है घूमने क्यों जाएगी।
इस पर पति भडक़ गया और गाली-गलौज करते हुए उसके साथ मारपीट की तथा जान से खत्म करने की बात कहते हुए घर में जल रही चिमनी से घर में आग लगा दिया। महिला ने बताया कि जान बचाने के लिए वह किसी प्रकार अपने बच्चों को लेकर घर से बाहर निकल गई। आग से जहां घर पूरी तरह जल गया वहीं घर के भीतर रखे 70 किलो चावल, 2 क्विंटल महुआ और कपड़े भी जलकर नष्ट हो गए।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 5 मई। शराब के लिए पैसे नहीं मिलने पर बेटे ने अपने पिता को जान से मारने की धमकी देते हुए उसके साथ मारपीट की है। पिता ने बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
नगर पंचायत खोंगापानी अंतर्गत एलसीएच कॉलोनी कंचन दफाई निवासी कॉलरी कर्मचारी मनीराम केंवट ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि घटना दिवस 2 मई की दोपहर 1.30 बजे वह घर में अपने परिवार सहित थे। उसी समय उनका बेटा कृष्णमुरारी केंवट बाहर से आया और उनसे कहा कि उस पर ध्यान नहीं देते हो। शराब पीने के लिए पैसे नहीं देते हो कहकर शराब के नशे में गालियां देने लगा। गाली देने से मना करने पर उसने जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट की। पत्नी सावित्री, बेटी सरस्वती व बेटा सूर्यकांत एवं चंदिन सिंह ने बीच-बचाव किया।
रंग लाया विधायक कमरो का प्रयास
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 5 मई। सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो का प्रयास एक बार फिर रंग लाया है। कोविड केयर सेंटर में अब मरीजों को इलाज के साथ ऑक्सीजन सहित बिस्तर की सुविधा मिलेगी। आपदा की इस घड़ी में क्षेत्र में ऑक्सीजन सहित बिस्तर की उपलब्धि कोविड मरीजों के लिए बहुत बड़ी राहत है।
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए संवेदनशील विधायक कमरो की पहल पर कोविड केयर सेंटर आमाखेरवा एसईसीएल सेंट्रल हॉस्पिटल मनेंद्रगढ़ में कोविड मरीजों की सुविधाओं एवं बेहतर इलाज हेतु दिल्ली व रायपुर से उपकरणों की व्यवस्था कर ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। विधायक कमरो ने एसईसीएल प्रबंधन, राजस्व, सीजीएमएससी, स्वास्थ्य एवं सभी सहयोगी टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सभी से मिले सहयोग के प्रति उन्हें साधुवाद दिया है। विधायक ने सभी से शासन की गाइडलाइंस का पालन करते हुए कहा कि सभी के सहयोग एवं समन्वय से हम कोरोना की जंग अवश्य जीतेंगे।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 5 मई। कोरोना महामारी के इस कठिन समय में भाजपा की महिलाओं ने सोशल मीडिया में एक वीडियो के माध्यम से लोगों को जागरूक किया और बताया कि इस कठिन दौर में किस तरह से हम सरकारी नियमों का पालन कर वैश्विक महामारी कोरोना से बच सकते हैं।
प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की महामंत्री व पूर्व संसदीय सचिव चंपा देवी पावले ने कहा कि कोरोना के इस कहर से बचें, घर में रहें और सुरक्षित रहें सामाजिक दूरी है बहुत जरूरी। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष उर्मिला नेताम ने लोगों को सलाह दी कि 2 गज की दूरी मास्क है जरूरी।
भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रूबी पासी ने लोगों से अपील की कि कोरोना वायरस से सावधान रहें अफवाहों से बचें, क्योंकि सावधानी ही बचाव है। जिला कन्या शक्ति संयोजिका कोमल पटेल ने लोगों को सलाह दी कि यदि हम सब नियमित मास्क पहनें तो पूरा देश सुरक्षित हो सकता है।
जिला भाजपा महिला मोर्चा की जिला मंत्री प्रतिमा पटवा ने लोगों से आग्रह किया कि बेवजह घर से बाहर निकलना खतरनाक हो सकता है। घर पर रहें और सुरक्षित रहें। जिला की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की संयोजिका जया कर ने लोगों से निवेदन किया कि कोरोना से डरना नहीं है और न ही घबराना है, बल्कि हिम्मत रख कर हमें कोरोना वायरस से लड़ कर जीतना है।
भाजपा महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष गीता पासी ने लोगों से अपील की कि कोरोना से अगर बचना है तो मास्क पहनना है और भीड़ से दूरी बनाए रखना है। भाजपा मंडल उपाध्यक्ष महेश्वरी सिंह ने लोगों से आग्रह किया कि सरकारी गाइडलाइन का पालन करें और सुरक्षित रहें। भाजपा महिला मोर्चा की जिला मीडिया प्रभारी डॉ. रश्मि सोनकर ने लोगों को कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाहों से बचने की सलाह दी और उन्हें कहा कि कोई भी दवाई बिना डॉक्टरी सलाह के न लें सर्वप्रथम डॉक्टर से संपर्क करें और तभी उपचार करें। भाजपा कार्यकर्ता प्रियंका राय ने कहा कि इस समय कोई भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है, ऐसे में बिना जानकारी के कोई भी कदम ना उठाएं। इस तरह अगर हम सभी मिलकर इस कोरोना महामारी के कठिन दौर में जागरूक रहेंगे तो जल्द ही हम इस कोरोना वायरस को मात दे पाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 5 मई। कोरिया जिले में कोरोना का प्रकोप बढऩे से अब मरने के बाद भी लोगों की अंतिम क्रिया में दिक्कतें आ रही है। संक्रमित मरीज की मृत्यु के बाद उसका अंतिम संस्कार करना मुश्किल हो रहा है। मृतक के परिजन भी मृत शरीर का दाह संस्कार करने से डर रहे हैं। यदि कोई अंतिम संस्कार कर भी रहा है तो उसके बाद अस्थि विसर्जन के लिए अस्थि श्मशान से नहीं ले जा रहे हैं। कोरोना के इस दौर ने जीवित लोगों को तो दूर किया ही है। अब मरने के बाद भी कोई अपना या पराया पास नहीं आ रहा है।
जिंदगी से विदाई के बाद विधि-विधान पूर्वक अंतिम संस्कार सभी धर्मों में हर व्यक्ति का अधिकार माना गया है, लेकिन कोरोना के कहर के चलते संक्रमित लोगों से यह अधिकार भी छिन सा गया है। फिलहाल इस समय जितनी भी मौत कोरोना के कारण हो रही हैं, उन मृतकों के संक्रमित शवों को अंतिम संस्कार और शव यात्राएं भी नसीब नहीं हो रही है। आलम यह है कि मौत के बाद परिजन तक शव के अंतिम संस्कार के लिए सामने नहीं आ रहे है। तो कुछ अपनों की विदाई देना भी चाहते है तो कोरोना के नियम आड़े आ रहे है। कई ऐसे हैं जो संक्रमण के खौफ से मुक्तिधाम में अपनों के शवों के पास भी नहीं जाना चाहते।
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर की बात करें तो महिने में एक्का-दुक्का मौत के बाद यहां स्थित मुक्तिधाम में शव का अंतिम संस्कार किया जाता था, परन्तु अब हर दिन 2 से 3 शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। बीते 15 अप्रैल से 4 मई तक 61 मौत हो चुकी है, कोविड अस्पताल में मौत होने के बाद ज्यादातर शवों को अंतिम संस्कार यहीं किया जाता है। अपै्रल के दूसरे पखवाड़े से लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ा है। इस दौरान कोविड अस्पतालों में कोविड से मृत व्यक्तियों के कई परिजन भी शव लेने नहीं पहुंच रहे है। इस दौरान ऐसे कई मामले सामने आ रहे है, जिसमें कोविड अस्पताल में संक्रमितों की मौत के बाद परिजन का पता नहीं रहता।
अपनों का नहीं मिल रहा साथ
कोरोना के संक्रमण के कारण अपनों से दूर होने की सामाजिक मजबूरी के बावजूद इलाज और व्यवस्थाओं के अभाव में अपना जीवन गंवाने वाले मृतकों को अंतिम समय में भी अपनों का साथ नहीं मिल रहा है। दरअसल अस्पताल से लेकर श्मशान घाट तक महामारी का खौफ इस कदर है कि अपनों को गंवाने के बाद खुद की सुरक्षा की मजबूरी के कारण लोग शवों को 4 लोगों का कंधा तक नसीब नहीं हो पा रहा है। ऐसी तमाम मौतों के मामलों में न तो शव यात्राएं निकल पा रही हैं, न ही श्मशान में विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार हो पा रहा है।
अस्पतालों से सीधे संक्रमित शव श्मशान में भेजे जा रहे हैं। उनके साथ इक्का-दुक्का परिजन ही मौजूद रहते हैं। कई स्थानों पर स्थिति ऐसी बन रही है कि मृतकों के परिजन श्मशान के कर्मचारियों को ही दाह संस्कार का बोलकर संक्रमण के डर से श्मशान के गेट से अंदर ही नहीं आ रहे हैं। यह स्थिति देखकर अब तक श्मशान में अंतिम संस्कार की रस्में पूरी कराने वाले कर्मकांडी पंडित भी दुखी है।
परिजन बना रहे दूरी
जानकारी के अनुसार गत दिवस बनारस उप्र का एक व्यक्ति कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में अपनी बेटी के पास आया था और वह कोरोना की चपेट में आ गया जिसके बाद व्यक्ति को कोविड सेंटर में भर्ती किया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। तब उक्त व्यक्ति के शव को लेकर सिर्फ उसकी बेटी ही शव लेने पहुंची परन्तु बाहर से कोई भी अन्य रिश्तेदार उनकी मौत के बाद नहीं आए।
इसी तरह कंचनपुर कोविड अस्पताल में एक अन्य व्यक्ति की मौत संक्रमण के चलते उपचार के दौरान मौत हो गई, लेकिन परिजन शव लेने ही नहीं पहुंचे। ऐसे में प्रशासन द्वारा शव का अंतिम संस्कार कराया गया।
इस तरह के कई मामले कुछ दिनों से कोविड हास्पिटल में देखने को मिल रहा है। कोविड मृतक के परिजन शव लेने नहीं आ रहे हंै और आ भी रहे हंै, तो पुत्र-पुत्री ही आ रहे हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर भय लोगों के मन में इतना बना हुआ है कि संक्रमण के बाद यदि किसी की मौत हो जाती है, तो उनके परिजन ही उनसे दूरी बना ले रहे हैं। इस संकट की घड़ी में मृतक का अपने परिवार के लोग ही अंतिम वक्त में साथ दे रहे है। बाकि अन्य परिजन व शुभचिंतक कोई पास नहीं पहुंच रहे है।
अस्थियों के विसर्जन में कई परेशानियां
कोरिया जिला मुख्यालय में बीते 2 सप्ताह से स्थिति ऐसी है कि संक्रमित शवों को जलाए जाने के बाद लोग उनका विधि-विधान से ना तो अस्थि इकट्ठा कर रहे हैं, और ना ही वर्तमान दौर में नदियों में अस्थि विसर्जन कर पाने की स्थिति में हैं। हालांकि कुछ तीसरे दिन आकर अस्थियां एकत्रित करते देखे जा रहे हैं, बाद में उन्हें प्रयागराज ले जाकर विसर्जन करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नोडल अधिकारी बदले, अब जिला सीईओ कोविड के नए नोडल अफसर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 4 मई। कोरिया जिले के बैकुंठपुर स्थित कोविड केयर हॉस्पिटल से एक मरीज भाग गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे तत्काल पकड़ लिया। घटना दो दिन पुरानी है, जिसकी सूचना पर संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने जिला प्रशासन को मामले में उनके द्वारा पूर्व में भी कई बार इस तरह की चेतावनी थी यह कहकर चेताया, जिसके बाद प्रशासन ने कोविड में प्रशासनिक अधिकारियों के प्रभार में फेरबदल किया।
कोरिया जिले में कोरोना संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस दौरान ज्यादातर संक्रमितों को होम आईसोलेशन में रखकर उपचार किया जा रहा है, वहीं गंभीर मरीजों को कोविड सेंटर में रखकर उपचार किया जा रहा है।
जिला मुख्यालय बैकुठपुर के कंचनपुर में स्थित कोविड केयर सेंटर में 100 बिस्तरीय अस्पताल की सुविधा कोरोना संक्रमितों के लिए संचालित है। सत्तर 70 फीसदी से अधिक मरीज भर्ती किये गये हैं। संक्रमितों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य कर्मी दिन रात लगे हुए है। इसके बावजूद गत दिवस कोविड केयर हास्टिपल कंचनपुर से एक कोविड मरीज अस्पताल से भाग निकला। जिसके बाद अस्पताल कर्मियों मेंं हडक़ंप मच गया। भागे संक्रमित की खोजबीन में स्वास्थ्य कर्मी जुटे रहे। वहीं पुलिस ने उक्त मरीज को तत्काल पकड़ कर अस्पताल पहुंचाया।
इधर, बेहद संवेदनशील कोविड अस्पताल को लेकर संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने कलेक्टर से मामले पर चर्चा की। जिसके बाद अस्पताल की व्यवस्था का संचालन करने के लिए गत दिवस कलेक्टर कोरिया ने प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेदारी में फेरबदल किया।
कलेक्टर कोरिया ने कोविड केयर हास्पिटल कंचनपुर के नोडल अधिकारी बनाये गये एसडीएम बैकुंठपुर के स्थान पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को नया नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी और उन्हें सहायक नोडल अधिकारी बना दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 4 मई। स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील सविप्रा उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा सहित प्रस्ताव पर सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण मद से क्षेत्रीय आवश्यकताओं एवं जनहित में 7 कार्यों के संपादन हेतु 8 लाख 50 हजार की राशि की स्वीकृति प्रदान की गई है।
सविप्रा मद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम हेतु आवश्यक उपकरण एवं दवा क्रय करने के लिए 2 लाख रुपये, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर व सोनहत में आवश्यक उपकरण एवं दवा क्रय हेतु 1-1 लाख रुपये, नगर पालिका परिषद मनेन्द्रगढ़, नगर पंचायत खोंगापानी व नई लेदरी में कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम के लिए आवश्यक उपकरण व दवाई क्रय हेतु 1-1 लाख रुपये व ग्राम पंचायत कटगोड़ी में सार्वजनिक पेयजल हेतु पानी टैंकर क्रय हेतु 1 लाख 50 हजार रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है।
विधायक गुलाब कमरो ने कोरोना के इस संकट काल में क्षेत्र की जनता के लिए दवा व आवश्यक उपकरणों की कमी समुदाय स्वास्थ्य केंद्रों में न हो इसकी चिंता करते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित नगरीय निकायों में दवा व आवश्यक उपकरणों की खरीदी हेतु 7 लाख की राशि सरगुजा विकास प्राधिकरण मद से स्वीकृत की है वहीं अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत कटगोडी में पंचायत वासियों को पानी की किल्लत न हो इसके लिए टैंकर खरीदी हेतु 1 लाख 50 हजार की राशि स्वीकृत की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 4 मई। कोरोना काल में ड्यूटी के साथ स्थानीय पुलिस मानवता की मिसाल पेश कर रही है। मात्र एक फोन कॉल पर मनेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा हर जरूरतमंद को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसकी सर्वत्र सराहना की जा रही है।
मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में पदस्थ थाना प्रभारी सचिन सिंह ने पहले प्रेशर कुकर से भाप लेने की विधि से पूरे स्टाफ को कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रेरित किया। इसके बाद शहर एवं आसपास आने वाले सभी स्थानों में निवासरत् गरीब और असहाय लोगों को कोरोना काल में हो रही भोजन की समस्या को देखते हुए भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि नगर के प्रतिष्ठित व्यपारियों, जनप्रतिनिधियों और आमजनों के सहयोग से यह काम शुरू किया गया है। सभी लोगों द्वारा इस अनुकरणीय कार्य में सहयोग प्रदान किया जा रहा है, जिसकी वजह से हम जरूरतमंदों को दो वक्त का भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से तीन नंबर 7000929213, 7000542512 एवं 7000103319 उपलब्ध कराए हैं, जिनसे बात करके कोई भी व्यक्ति किसी असहाय के लिए भोजन की जानकारी उपलब्ध करा सकता है। उसके बाद थाना स्टाफ द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए संबंधित व्यक्ति को उसके घर पर ही भोजन पहुंचा दिया जाएगा। पुलिस, आमजन, व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई इस अनूठी पहल की समाज का हर वर्ग तारीफ कर रहा है साथ ही नि:शक्त व असहाय जनों को संकट के समय में घर बैठे भोजन प्राप्त होने पर वे इस अनुकरणीय कार्य में शामिल लोगों को आशीष दे रहे हैं।