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मनेन्द्रगढ़, 17 अप्रैल। सविप्रा उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र भरतपुर विकासखंड पहुंचे, जहां उन्होंने जनकपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए और स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों का जायजा लिया।
विधायक कमरो ने समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर का निरीक्षण करने के साथ ही वैक्सीन टीकाकरण का जायजा लिया तथा स्वास्थ्य अमले को आपातकालीन स्थिति से निपटने हास्पिटल में अलग बेड व्यवस्थित करने आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि संपूर्ण कोरिया जिले में तेजी के साथ कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है जिसे देखते हुए सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विधायक कमरो ने गहरी चिंता व्यक्त की है। एक ओर जहां जिले की जनता के प्रति संवेदनशील रहकर विधायक स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोतरी के लिए जिला प्रशासन से विस्तृत चर्चा कर व्यवस्था सुधारने में अपना सहयोग दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अपने निर्वाचन क्षेत्र भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र की जनता की चिंता करते हुए स्वास्थ सुविधाओं की चाक-चौबंद व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर के निरीक्षण के दौरान उन्होंने विकासखंड चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अस्पताल में अतिरिक्त बेड और इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कोविड-19 के वैक्सीन टीकाकरण का भी जानकारी लेते हुए कहा कि सावधानी ही बचाव है। विधायक ने 45 साल से अधिक उम्र वाले पात्र सभी व्यक्तियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में अस्पताल जाकर वैक्सीन टीका लगवाने की अपील की और कहा कि टीकाकरण ही कोरोना से बचने का उपाय है। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का पालन हम सभी को करना चाहिए।
एक दूसरे से दूरी बनाए रखना, मास्क लगाना, बार-बार हाथ धोने एवं सैनिटाइजर का उपयोग करने से ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में वे पूरी तरह से अपने विधानसभा क्षेत्र व जिले की जनता के साथ मुस्तैदी के साथ खड़े हैं। उनके द्वारा जरूरतमंद की हरसंभव सहयोग व मदद की जाएगी। इसके लिए उनके द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र में अपने प्रतिनिधि भी नियुक्त कर दिए गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 17 अप्रैल। कोरिया जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण अब जिला अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी इसके चपेट में आने लगे हंै। वहीं मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, खडग़वां सहित दूसरे केन्द्र से सीधे रेफर के माध्यम से आ रहे मरीजों को बिना कोरोना टेस्ट के भेज दिया जा रहा है, ऐसे ही एक-दो रेफर मामले में कल और आज मिलाकर दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।
कोरिया जिला अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी इन दिनों कोरोना संक्रमित होते जा रहे हंै। अब तक 13 स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित है, जिसमें 5 एसएनसीयू, 5 नर्सिग स्टाफ और 3 वार्ड बॉय शामिल हैं। इसके पूर्व एक दो चिकित्सक भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जो बाद में ठीक होकर काम पर लौट चुके हंै। वहीं जिले भर का कोरोना का प्रभार देख रहे चिकित्सक भी कोरोना पॉजिटिव आ चुके है, उनका इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि जिले भर से कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को जिला अस्पताल भेजा जा रहा है। ऐसे मरीजों को कोविड टेस्ट करके रेफर किया जाना चाहिए, ताकि ऐसे मामलों को कोरोना अस्पताल में रखा जा सके।
इधर, मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी से जिला अस्पताल बैकुंठपुर आने वाले लगभग मरीजों का कोरोना टेस्ट नहीं किया जा रहा है, कोरोना लक्षण वाले मरीज को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। जब मरीज जिला अस्पताल पहुंचता है तो उसे भर्ती करने जैसी औपचारिकता वार्ड बॉय और नर्स फौरी तौर पर करते हंै, जिसके बाद कोरोना टेस्ट होता है, तब तक स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो चुके होते हैं। जिला अस्पताल के 13 स्वास्थ्य कर्मियों का इलाज जारी है।
46 से 51 हुआ मौत का आंकड़ा
कोरिया जिले में अब तक 50 लोगों की मौत कोरोना से होना सरकारी आंकड़ा बताया जा रहा है। कल शाम एक कोरोना संक्रमित की मौत जिला अस्पताल में हुई, जबकि आज सुबह एक महिला की मौत हो गई। चिकित्सकों की मानें तो मृत महिला के 35 प्रतिशत से ज्यादा फेफड़े संक्रमित हो चुके थे, जिसके कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका। इसके पूर्व जिला अस्पताल में 30 वर्षीय युवक की मौत हो गयी, उसे भी बिना कोरोना टेस्ट के बैकुंठपुर जिला अस्पताल भेज दिया गया था, बाद में जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसका कोरोना टेस्ट करवाया, वो पॉजिटिव पाया गया और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 17 अप्रैल। कोरिया जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन में थोड़ा परिवर्तन कर लोगों की राहत दी है। कंटेनमेंट जोन बनाने के बाद संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने तुरंत कलेक्टर से बात कर फल और सब्जी के साथ छोटे व्यापारियों को राहत देने की मांग की थी, जिसके लिए कोरिया व्यापारी संघ और छत्तीसगढ़ चेबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश उपाध्यक्ष दोनों ने संसदीय सचिव का आभार जताया है। वहीं जारी समय में भी थोडा फेरबदल करने की मांग की है, ताकि व्यापारियों के साथ आम जनता को राहत मिल सके।
जानकारी के अनुसार कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लोग थोडा सहमें हुए है, कंटेनमेंट जोन के बाद लोगों ने खुद को घर में कैद कर रखा है। इधर, जिला प्रशासन द्वारा कंटेटमेट जोन घोषित करने के बाद 4 दिन बाद प्रशासन ने सुबह 6 बजे से 10 बजे तक फल, सब्जी किराना सहित जरूरत की वस्तुओं की खरीदी बिक्री करने की अनुमति प्रदान की है, साथ ही बंद किए बैकों को भी खोलकर सुबह 10 बजे से 2 बजे तक खोलने को कहा है।
संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने सुबह 6 बजे को बहुत जल्दी बताते हुए सुबह 7 बजे तक करने को कहा ह। उनका कहना है कि गर्मी का समय होने के कारण सुबह के समय को बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कंटेनमेंट जोन बढ़ाया जाता है तो लोगों की जरूरत की वस्तुओं की मांग को देखते हुए समय का ध्यान रखा जाए। व्यापारी संघ की मांग का भी ध्यान रखा जाए। संसदीय सचिव के पत्र के साथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नजीर अजहर, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष संजीव सिंह काजू के साथ बैकुंठपुर और मनेन्द्रगढ़ के व्यापारी संघों के पत्रों को शामिल किया गया है।
चेम्बर ने जताया आभार
छग चेंबर ऑफ कामर्स एवं इंडस्ट्रीज के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज जैन ने संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का आभार जताते हुए कहा कि जब कोरोना लॉकडाउन जैसे विपत्तियों में जब जब चेंबर ने जिले मेें व्यापारियों की मांग को आपके माध्यम से उठाया है। तब तब हमेशा आपने खुले मन से उनका पूरा सहयोग और समर्थन किया है। उन्होंने आगे लिखा है कि जब कलेक्टर ने कंटेनमेंट जोन लगाया, तब छूट के लिए चेंबर ने आप का माध्यम चुना, उस समय आपने हमें पूरा समर्थन दिया और हम व्यापारियों को पक्ष जिला प्रशासन के सामने रखा। जिसके लिए पूरा चेंबर परिवार आपका आभारी है।
कोरिया व्यापारी संघ ने दिया धन्यवाद
कोरिया व्यापारी संघ ने संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनका आभार जताया। संघ ने अपने पत्र में लेख किया है कि बीते एक वर्ष से कोरोना महामारी से हर कोई जूझ रहा है, अभी भी लॉकडाउन में रहकर लोग अपने का बचा रहे है, परन्तु इस मुसीबत की घडी़ में जब हमने अपनी समस्या साझा की आपने त्वरित कार्यवाही करते हुए व्यापारी भाईयों की समस्या का समाधान किया,। लॉकडाउन में व्यापारी भाइयों को दैनिक उपयोग की वस्तुओं के व्यापारा करने का मार्गदर्शन दिया। इस सहयोग पर संघ ने उनका धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार जताया है।
पोकलेन चालक और ठेकेदार पर जमकर बरसीं, खुदाई रूकवाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 17 अप्रैल। कोरिया जिले के भरतपुर के संरक्षित क्षेत्र हरचोखा में अवैध रेत खुदाई को लेकर ग्रामीण महिलाओं के साथ जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह ने हल्ला बोल दिया। सोशल मीडिया में मामले की जानकारी मिलते ही दर्जनों महिलाओं ने मोर्चा संभाला, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते पोकलेन चालक और ठेकेदार पर जमकर बरसीं, जिसके बाद कमरा खाली करवाया गया और अवैध रेत खुदाई रूकवाया गया। मौके से राजस्व अधिकारी को फोन कर बुलाया भी गया परन्तु वे मौके पर नहीं पहुंचे।
इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह ने कहा कि वो किसी भी कीमत पर अवैध रेत उत्खनन नहीं होने देंगे, अधिकारी को मंैने बुलाया परंतु कोई अधिकारी नहीं आया, ग्रामीणों में अवैध रेत उत्खनन को लेकर काफी गुस्सा है, ग्रामीण पर्यावरण की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है, और मंै उनके साथ खड़ा हूं।
जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह कोरिया जिले के भरतपुर के संरक्षित क्षेत्र हरचोखा में अवैध रेत उत्खनन का कार्य फिर शुरू हो गया। जिसके बाद सोशल मीडिया में इस अवैध कारोबार की जानकारी सामने आने लगी, जानकारी मिलते ही ग्रामीण एकजुट होने लगे।
अवैध उत्खनन को लेकर हमेशा मोर्चा खोले रखने वाले जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह तुरंत मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं भी आ पहुंचीं। नदी से अवैध खुदाई कर एक स्थान पर रेत एकत्रित करने में लगी पोकलेन को रूकवाया गया, राजस्व अधिकारी को फोन कर बुलाया गया।
बताया गया कि ठेकेदार सीधी जिला का है और उसने एक कमरा भी ले रखा है जिसके बाद उसका कमरा खाली करवाया गया और उसे सीधी की ओर रवाना कर दिया गया। जिसके बाद अवैध रेत उत्खनन पर विराम लग गया। वहीं ग्रामीण महिलाओं मे दुबारा अवैध रेत उत्खनन का कार्य शुरू होने पर काफी गुस्सा देखा जा रहा है।
महिलाओं का कहना है कि वे किसी भी कीमत में नदी से रेत नहीं ले जाने देंगे क्योंकि रेत की खुदाई से उनके क्षेत्र का जलस्तर नीचे चला गया है। उनके निस्तार तक के लिए पानी की बेहद कमी हो गयी है। उनका कहना है यदि अवैध रेत का उत्खनन शुरू किया जाएगा तो वो सब फिर धरने पर बैठेंगी।
चिरमिरी, 16 अप्रैल। गड्ढे में लावारिस पड़े दस टन अवैध कोयला को पुलिस ने जब्त किया है। एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र में कोयला चोरी होने की शिकायत मिलने पर पुलिस अधीक्षक जिला कोरिया चन्द्रमोहन सिंह के द्वारा अवैध कोयला के कारोबार पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था। नगर पुलिस अधीक्षक चिरमिरी पी.पी. सिंह के मार्गदर्शन में चिरमिरी थाना प्रभारी अश्वनी सिंह के नेतृत्व में टीम बनाकर अवैध कोयले की कार्य पर अंकुश लगाने हेतु सूचना तंत्र को प्रभावी किया गया था तथा लगातार चिरमिरी क्षेत्र में पेट्रोलिंग गस्त किया जा रहा है कि 14 अप्रैल को पेट्रोलिंग के दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि इन्द्रानगर बड़ा बाजार श्मशान घाट के पास गड्ढा में कोयला पड़ा है। जानकारी मिलते ही हमराह स्टाफ के मौके पर पहुंचा तो मौके पर करीब 10 टन कोयला कीमती 40 हजार रूपये का पड़ा मिला। आसपास पता तलाश किया जो कोयले का मालिक का पता नहीं चला। लावारिस होने पर गवाहों के समक्ष धारा 102 के तहत जब्त किया गया है। माल मालिक का पता तलाश किया जा रहा है।
तथा अवैध कोयला चोरी को रोकने के लिए कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
सम्पूर्ण कार्रवाई में निरीक्षक अश्वनी सिंह, सहायक उप निरीक्षक जे. डी. मिंज, आरक्षक यशवंत सिंह, अभिषेक द्विवेदी एवं अन्य स्टाफ का सहयोग सराहनीय रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 14 अप्रैल। कोरिया जिला भाजपा में पूर्व मंत्री के करीबी अंचल राजवाडे को युवा मोर्चा का जिला अध्यक्ष बनाया गया, वहीं पहली बार महामंत्री पद की घोषणा संगठन की पसंद शारदा प्रसाद गुप्ता की सीधे रायपुर से की गई। जिसके बाद तय था कि संगठन में बवाल मचेगा, हुआ भी वहीं, जिसके बाद जिला अध्यक्ष की अनुशंसा पर महामंत्री ने जिला युवा मोर्चा की कार्यकारिणी घोषित कर दी, जिसकी प्रतिक्रिया यह हुआ कि युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अंचल राजवाडे सोशल मीडिया पर आकर कार्यकारिणी विस्तार का गलत ठहरा दिया। वहीं जिला अध्यक्ष ने जिले मे युवा मोर्चा का प्रभारी पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेन्द्र तिवारी को बना दिया।
इस संबंध में नव नियुक्त भाजयूमो जिला अध्यक्ष अंचल राजवाडे का कहना है कि मेरी सहमति के बगैर महामंत्री के द्वारा कार्यकारिणी का गठन नहीं किया गया है, ये अवैध और अमान्य है। लॉकडाउन के बाद मेेर द्वारा दौराकर वरिष्ठों की सहमति लेने के बाद, प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू और संगठन महामंत्री से अनुशंसा के बाद जारी की जाएगी।
वहीं नव नियुक्त भाजयूमो महामंत्री शारदा प्रसाद गुप्ता का कहना है कि हमारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के संविधान के तहत जिला अध्यक्ष के द्वारा कार्यकारिणी की घोषणा किया गया है, जिले भर के मोर्चा प्रकोष्ठों के कार्यकारिणी का गठन भी उन्होनें ही किया है। ऐसा करना उनका विशेषाधिकार है। इसमें जिले की कार्यसमिति और प्रदेश के संगठन की सहमति है।
दरअसल, अब तक कोरिया जिले में भाजपा के सभी मोर्चा प्रकोष्ठों की नियुक्ति हो चुकी है, नियुक्ति पश्चात सभी मोर्चा प्रकोष्ठों की कार्य कारिणी की गठन भी भाजपा जिला अध्यक्ष कुष्ण बिहारी जायसवाल ने ही की है। वहीं युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष पद को लेकर बीते कुछ माह से पेंच फंसा हुआ था, संगठन की ओर से युवा मोर्चा में शारदा प्रसाद गुप्ता और पूर्व मंत्री की ओर से अंचल राजवाडे के नाम पर सहमति नहीं बना पाई थी, सोशल मीडिया पर भी मामले को लेकर तिखी नोंक-झोक देखी जा रही थी। पार्टी सूत्रों की माने तो भाजपा के जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल ने शारदा प्रसाद गुप्ता का नाम प्रदेश संगठन पर भेजा था और पूर्व मंत्री ने हर हाल में अंचल राजवाडे को जिला अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर अपनी वर्चस्व की लड़ाई मान कर पूरा जोर लगा दिया था, जिसका परिणाम यह हुआ कि अंचल राजवाडे को जिला अध्यक्ष घोषित कर तो कर दिया गया, वहींऐसा पहली बार हुआ कि राज्य संगठन ने जिला अध्यक्ष की सूची के साथ महामंत्री शारदा गुप्ता का नाम भी वहीं से घोषित कर दिया। घोषणा के दूसरे दिन जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल के निर्देश पर महामंत्री शारदा प्रसाद गुप्ता ने युवा मोर्चा की कार्यकारिणी घोषित कर दी। जिसमें संगठन से जुडे तमाम युवाओं को जगह दे डाली, जिसके बाद मनोनीत किए लोगो को सोशल मीडिया पर बधाईयां भी आने लगी। जिसके बाद युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अंचल राजवाडे सोशल मीडिया पर आए और उन्होंने जारी की गई कार्यकारिणी को गलत बताते हुए कहा कि वो जिले भर का भ्रमण करने के बाद मंडल अध्यक्षों का नाम तय करेगें तब जाकर प्रदेश स्तर पर कार्यकारिणी तय होगी। अब देखना है भाजयूमो की लडाई कहां जाकर खत्म होगी।
देवेन्द्र तिवारी को बनाया युवा मोर्चा प्रभारी
युवा मोर्चा की कार्यकारिणी की घोषणा करते ही भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल ने युवा मोर्चा के प्रभारी का दायितव जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी को सौप दिया। पार्टी जिला महामंत्री जमुना पांडेय ने बताया कि जिले के सभी मोर्चा प्रकोष्ठ के प्रभारियों की नियुक्ति की जा चुकी है, युवा मोर्चा की कार्यकारिणी के बाद प्रभारी की नियुक्ति आज जिला अध्यक्ष ने की है, उन्होंने जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी को भाजयुमो का प्रभारी नियुक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 13 अपै्रल। कोरिया जिले के चरचा थाना की पुलिस ने दस वर्ष पुराने विवेचना में लंबित हत्या एवं हत्या के प्रयास के मामले के फरार आरोपी मृतक के सगे बडे भाई व मामले के पीडित के बड़े पुत्र को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
मामले में पुलिस ने बताया कि मामला दस वर्ष पुराना विवेचना में लंबित 21 नवम्बर 2010 का है, ग्राम सरडी निवासी लक्ष्मी प्रसाद राजवाड़़े एवं उसके पुत्र मृतक पिन्टू उर्फ पूनम राजवाडे घर में बने खाना को खाने से अचेत हो गए थे, जिन्हें परिजन व पड़ोसियों के द्वारा ईलाज के लिए रीजनल अस्पताल चरचा ले जाकर भर्ती कराया गया। जहां पर इलाज के दौरान मृतक पिन्टू उर्फ पूनम राजवाड़े की मौत हो गई, एवं उसके पिता आहत लक्ष्मी प्रसाद राजवाडे उपचार से जीवित बच गए, रीजनल अस्पताल चरचा के डॉक्टर से प्राप्त मेमो पर मर्ग कायम कर मृतक के मृत्यु की जांच शव पंचनामा कार्यवाही की गई।
शव का पोस्ट मार्टम कराया गया, डॉक्टर के द्वारा पीएम रिपोर्ट में सस्पेक्टेड पॉयजनिंग बता कर मृतक का विसरा प्रिजर्व किया गया तथा मर्ग जांच के दौरान पुलिस के द्वारा मृतक व आहत की उल्टी, शेष बचे खाना आदि को जब्त कर एफएसएल रायपुर भेजकर रासायनिक परीक्षण कराया गया। परीक्षण रिपोर्ट में आरगेनोफॉस्फोरस मिथाईल पैराथियान कीटनाशक दवा जहर के कारण मौत होना पाए जाने पर 9 साल बाद 19 जनवरी 2019 को धारा 307, 302 भादवि. के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर विवेचना की गई।
जांच फिर हुई शुरू
पुलिस की जांच के दौरान जीवित बचे मृतक पिन्टू उर्फ पुनम राजवाडे के पिता लक्ष्मी प्रसाद राजवाडे एवं गवाहों के द्वारा बतलाया गया कि आहत लक्ष्मी प्रसाद राजवाड़े की पत्नी सोनकुंवर घटना के 6-7 वर्ष पहले अपने दोनों लडक़ों छोटा लडक़ा मृतक पिन्टु उर्फ पुनम राजवाड़े और बड़ा लडक़ा आरोपी मनोज कुमार राजवाडे व पति लक्ष्मी प्रसाद राजवाड़े को छोडक़र सुजित गडेरिया तलवापारा बैकुण्ठपुर को दूसरा पति बनाकर रहने लगी, इसके बाद मृतक पिन्टू उसका बड़ा भाई आरोपी मनोज कुमार पिता के साथ 4-5 साल तक रहे, उसके बाद मृतक व आरोपी का पिता लक्ष्मी प्रसाद राजवाडे दर्रापारा भैयाथान निवासी सरस्वती राजवाड़े को अपनी दूसरी पत्नी बनाकर रख लिया।
खाने में मिलाया कीटनाशक
21 नवम्बर 2010 को जब पिता लक्ष्मी प्रसाद अपने छोटे बेटे पिन्टू के साथ भोर में धान की मिसाई कर रहे थे, उसी समय सूने घर में आरोपी मनोज जाकर बना कर रखे गए खाने में तथा सब्जी बनाने के लिएकाट कर रखी सब्जी में, फसल में डालने वाला कीटनाशक दवा (जहर) मिलाकर अपने पिता का मोबाइल उठाकर भाग गया, घान मिसाई कर जब घर वापस आए, तो उन्हे कीटनाशक दवा जहर की गंध आई तो बनाकर रखे खाने को पड़ोस के गवाहों को बुलाकर दिखाया और उसे जमीन में गाड़ दिया गया, और काट कर रखी सेमी की सब्जी को पका कर खाने से पीडि़त लक्ष्मी प्रसाद राजवाड़े और मृतक पिन्टू उर्फ पुनम राजवाडे अचेत हो गए जिन्हें परिजनों व इलाज पड़ोसियों के दौरान द्वारा ईलाज गृतक पिन्टू उपचार राजवाडे के लिए रीजनल की मौत अस्पताल हो गई एवं चरचा ले जाकर पिता लक्ष्मी प्रसाद राजवाड़े इलाज उपचार से जीवित बच गए, जिनके द्वारा अपने बड़े पुत्र आरोपी मनोज कुमार राजवाडे के द्वारा खाने में जहर कीटनाशक मिलाने का संदेह व्यक्त किया गया।'
मोबाइल ले जाने से आया पकड़ में
आरोपी अपने पिता का मोबाइल अपने साथ ले गया, वही पड़ोसी गवाह अनिल राजवाड़े और दिल कुमार राजवाड़े के द्वारा पीडि़त लक्ष्मी प्रसाद राजवाड़े के मोबाईल नंबर पर मोबाइल लगाने पर आरोपी मनोज कुमार राजवाड़े के द्वारा कॉल रिसीव किया गया, जिससे पूछा गया, कि तेरे पिता का मोबाईल तेरे पास कैसे है, तो वह अपना मोबाइल होना बताकर फोन को काट दिया, और पुलिस से बचने के लिए उसी समय फरार था।
पुलिस आरोपी की पता लगा रही कि 12 अप्रैल 2021 को सूचना के आधार पर थाना प्रभारी प्रद्युम्न तिवारी थाना अजाक में पदस्थ प्रआर नवीन साहू, आरक्षक अखिलेश जायसवाल, अमित त्रिपाठी, गौतम टेकाम, महिला आरक्षक ज्वाला साहू को साथ लेकर आरोपी की मां सोनकुंवर पति सुजित गडेरिया निवासी तलवापारा बैकुण्ठपुर के घर में दबिश देकर आरोपी मनोज कुमार राजवाडे पिता लक्ष्मी प्रसाद राजवाडे (32) निवासी सरडी जूनापारा थाना चरचा हाल मुकाम तलवापारा बैकुण्ठपुर को पकड़ा, उसे हिरासत में लेकर प्रकरण के घटना के संबंध में बारीकी से पूछताछ की जाने पर आरोपी के द्वारा जुर्म करना स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया।
देर शाम न्यायालय पेश कर जेल दाखिल कराया गया। एसपी के निर्देश पर हुई कार्यवाही कोरिया पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह ने 10 साल पुरानी फाइल खोलने के निर्देश दिए, उनके निर्देश पर चरचा थाना प्रभारी और उनकी पुलिस टीम की सकियता से दस वर्ष पुराने हत्या एवं हत्या के प्रयास का विवेचना में लंबित प्रकरण का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 13 अपै्रल। कोरिया जिले में शहरी क्षेत्र के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढऩे को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग हो गया हैं, हलांकि ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करने प्रशासन ने अभी तक कोई कारगर कदम नहीं उठाए है, वहीं होम आईशोलेशन में रहने वाले मरीजों की मॉनिटरिंग पर सवाल खड़े हो रहे है, प्राय देखा जा रहा है कि जिन्हें होम आईशोलेट किया गया है वो आसानी से यहां वहां घूमता नजर आ रहा है। जिससे कोरोना के फैलने की आशंका और बढ़ गई है।
इस संबंध में कोरिया के सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा का कहना है कि शहरों के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के मरीज बढ रहे है, जिस पर हम लोगों ने अपनी तैयार कर रखी है। ब्लाक स्तर पर होम आईशोलेन के प्रभारी नियुक्त किए है, उनकी निगरानी में ऐस मरीजों को समय समय पर दवाएं और देखभाल की जाती है। उनका कहना है कि कोरोना के साधारण लक्ष्ण होने पर शुरूआती दौर में ही इसकी दवा लेना बहुत जरूरी है बाद में फेंफडों में संक्रमण होने पर काफी दिक्कत आती है।
जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल को रात 8 बजे तक 179 कोरोना संक्रमित मामले सामने आए, अब तक सबसे ज्यादा मामलों को रिकार्ड आंकडा सामने आया है, जिसके 111 मरीज शहरी क्षेत्र में जबकि 68 मामले ग्रामीण क्षेत्रों में आए है, जो कि चिंता की बात है। शहरी क्षेत्र में चिरमिरी सबसे बडा हॉट स्पॉट बना हुआ है, जबकि दूसरे नंबर पर बैकुंठपुर है, चिरमिरी में 76 मामले तो बैकुंठपुर में 23 मामले पॉजिटिव पाए गए है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बैकुंठपुर के ग्रामीण क्षेत्रो मे 26, खडगवां में 14, मनेन्द्रगढ मे 12, सोनहत में 13 और सबसेे कम जनकपुर मे मात्र 3 मामले सामने आए है। अब तक जिले में 7245 कोरोना मरीज आ चुके है।ै जिले भर में 975 मामले एक्टिव है। अब तक 46 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इधर, स्वास्थ्य विभाग के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहे मामले बेहद चुनौतिपूर्ण है। प्रशासन भी अब तक ग्रामीण क्षेत्रों को कोरोना से बचाने के लिए कोई खास रणनीति पर काम नहीं कर पा रहा है। फिलहाल कंटेटमेंट जोन बनाकर कोरोना की चेन तोडने की कोशिश की जा रही है।
होम आईशोलन पर रखनी होगी नजर
कोरिया जिले में बीते वर्ष कोरोना के मामले आने पर बैकुंठपुर स्थित कोविड अस्पताल और चरचा कॉलरी के रिजनल अस्पताल को कोरोना के मरीजो के लिए बनाया गया। बैकुंठपुर स्थित कोविड अस्पताल 100 बिस्तरीय है, जबकि चरचा का अस्पताल 50. बिस्तरीय है। फिलहाल बैकुंठपुर में 63 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है वर्तमान में 37 बेड रिक्त है, वहीं 912 मरीजों को होम आईशोलेट किया गया है। बडी मात्रा में होम आईशालेट कर मरीजों की निगरानी की जा रही है, परन्तु ज्यादातर स्थानों से यह शिकायत आम है कि मरीज या उनके परिवार के लोग खुलेआम आसपास घूम रहे है, ब्लाक स्तर पर होम आईशोलेशन प्रभारी भी नियुक्त किया गया है, परन्तु सतत निगरानी करना बेहद कठिन काम है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 13 अपै्रल। कोरिया जिले में कंटेनमेंट जोन का दूसरा दिन जारी है, पहला दिन सामान्य तौर पर निकल गया, आवश्यक कार्य के लिए लोग मास्क के साथ बाहर देखे गए, जिले भर में पुलिस का बर्ताव लोगों के प्रति सहयोगात्मक देखा गया, दूसरी ओर जिले के भरतपुर के जनकपुर तहसील सबसे ज्यादा कडाई से पालन करवाने के लिए एसडीएम दिनभर सक्रिय रहे, जिसका लोगों ने खुले दिल से स्वागत किया।
कोरिया जिला में कोरोना की रफ्तार बढती जा रही है। 12 अप्रैल को जिले में सबसे ज्यादा 138 मामले सामने आए, वहीं कंटेनमेंट जोन के पहले दिन लोगों की आवाजाही काफी कम हो गई थी, लोग स्वमेंव अपने घर पर ही रहे, जबकि हर तरह की दुकानें पूरी तरह से बंद रही। सडक़ों पर एकदम सन्नाटा पसरा रहा है। वहीं मेडिकल स्टोर पर दिन भर लोगो की आवाजाही बता रही थी कि मौसमी बीमारी का कहर लगभग हर घर में है। सर्दी खांसी के ज्यादातर मरीज जिला अस्पताल में पहुंचें। सुबह और शाम दूध व्यवसायियों और हाकरों को रियायत मिलने के कारण उनकी आवाजाही जारी रही। पेट्रोल पंपों पर भी लोगों को पेंट्रोल डीजल की मनाही देखी गई। वहीं दूसरे दिन 13 अप्रेल को चैत्र नवरात्रि होने के कारण कुछ लोगों को सुबह के समय देखा गया, 9 बजे के बाद सडक़ों में दुबारा सन्नाटा पसरा रहा। कंटेनमेंट जोन में खुद लोगों ने इस बार जागरूकता दिखाई है, पुलिस को ज्यादा सख्ती दिखाने की जरूरत नहीं पड़ रही है, यही कारण है कि इस बार पुलिस को लोगों पर नियंत्रण करने के लिए ज्यादा मश्कक्त नहीं करनी पड़ रही है।
भरतपुर सोनहत विधानसभा में पहले मनेन्द्रगढ़ एसडीएम और फिर अब भरतपुर एसडीएम का जिम्मा संभाल रहे अधिकारी की सक्रियता का आम आदमी कायल हो गया है।
यह तय है कि उनकी सक्रियता से कांग्रेस को दोगुना लाभ होगा। उनकी सक्रियता से पूरे जनकपुर के लोगों में काफी खुशी है। दरअसल, कंटेनमेंट जोन के पहले दिन एसडीएम पूरे दिन लोगों को घर में रहने की हिदायत देते रहे, स्वयं दिनभर उन्होंने भ्रमण किया। जब दूघवाले एसडीएम से पेट्रोल की मांग करने पहुचें, तो उन्होंने बड़े ही विनम्रता से कहा कि मंै तेल नहीं बांट रहा हूं।
इंद्रप्रस्थ स्टेडियम जनकपुर में खेल रहे छोटे छोटे बच्चों को उन्होंने बिल्कुल नहीं डांटा और ना दौड़ाया। उन्हें सहानुभूति पूर्वक घर जाने को कहा। एसडीएम का वाहन जिस ओर से गुजरता उस ओर एकदम दहशत का मौहाल छा जाया करता था। सोमवार को सोमवती अमावस्या के दिन वट सावित्री वृत की पूजा करने पहुंची महिलाओं को उन्होनें बड़े ही विनम्र भाव से अंदर रहने की हिदायत दी, जिसके बाद महिलाओं ने उन्हें धन्यवाद कहा, और कहा कि वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में वो कांग्रेस का पूरा साथ देगी, उन्होनें जनप्रतिनिधि का ऐसे ईमानदार अधिकारी को जनकपुर का दायित्व सौपे जाने पर आभार जताया। उधर, लोगों का कहना है कि ऐसे अधिकारी को आगामी विधानसभा चुनाव 2023 तक यही पर रखा जाए। जब से वो भरतपुर में पदस्थ हुए है। जनकपुर की दशा और दिशा की बदल कर रख दी है। लोगों में उनकी पदस्थापना से काफी खुशी का माहौल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 11 अप्रैल। कोरिया जिले में कोरोना के मरीजों को बढ़ोतरी जारी है, वहीं वैक्सिन लगाने लोगों की कतारें देखी जा रही है, तो दूसरी ओर कोरोना जांच में भी मरीजों की तादात बढ़ रही है, हलांकि जांच के दौरान सामाजिक दूरी का पालन स्वयं मरीज करते देखे जा रहे है, वहीं एंबुलेंस की कमी को देखते हुए संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने सीएमएचओ को अपने विधायक निधि से भेंट किए एंबुलेंसों को इस कार्य में उपयोग करने को कहा है।
कोरिया जिले में कोरोना पीडि़तों को लाने एंबुलेंस की भारी कमी देखी जा रही थी, कोविड अस्पताल की एंबुलेस को मरीजों को लेने जाना पड़ता है, जिससे कई परेशानियों सामने आ रही थी, जिसे देखते हुए संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने उनके विधायक निधि से 4 एंबुलेस पटना, चरचा, बचरा पोड़ी और बैकुंठपुर में भेंट की है, उन्हें कोरोना प्रभावित को सीधे वहीं से लाने को कहा है, जिससे बैकुंठपुर से अलग से एंबुलेंस नहीं भेजना होगा और समय की बचत के साथ इलाज में तेजी आएगी, जिसके बाद चारों एंबुलेंस इस कार्य में लग गए है।
दूसरी ओर जिला अस्पताल मे वैक्सिनेशन में तेजी आई है, वैक्सिन भी रायपुर से कोरिया पहुंच चुकी है, जिसके बाद जिला अस्पताल में टीका लगवाने लंबी-लंबी लाइन देखी जा रही है, लोग स्वयं आकर वैक्सिन लगवाने की लिए तत्पर नजर आ रहे है। जिला अस्पताल में टीकाकरण कार्य में लगे स्वास्थ्य कर्मी भी पूरी शिद्दत के साथ लोगों को टीका लगाने में सहयोग कर रहे है। यहां किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं देखी जा रही है, टीका लगाने के बाद लोगों को कम से कम 30 मिनट बैठने का स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा आग्रह किया जाता है, परन्तु भीड़ को देखते हुए लोग अपने घर की ओर चले जा रहे है। वहीं टीकाकरण के बाद कुछ लोगों को बुखार, उल्टी दस्त जैसी शिकायतें भी सामने आ रही है। ज्यादातर लोगों को टीकाकरण के बाद सामान्य सा लग रहा है।
कोरोना जांच में भी भीड़
बीते दो दिन से आए मौसम में बदलाव के बाद ज्यादातर लोगों को सर्दी खांसी की शिकायत देखी जा रही है, ऐसे में चिकित्सक किसी भी तरह की रिस्क नहंी ले रहे है और ऐसी शिकायत आने पर लोगों को कोरोना जांच की समझाईश दी जा रही है, जिसके बाद जिला अस्पताल स्थित कोविड जांच केन्द्र में काफी संख्या में बच्चों के साथ महिला पुरूषों की भीड देखी जा रही है। कोरोना जांच कराने काफी संख्या में लोग जिले भर से यहां आ रहे है। उधर, मौसमी बीमारियों की रफ्तार होने के कारण अस्पताल में मरीजों की काफी भीड बढ गई है, ऐसे में 11 अप्रैल से कंटेनमेंट जोन होने के बाद लोगो की परेशानी और बढऩे की संभावना जताई जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 11 अप्रैल। पूरे जिले को कंटेनमेंट जोन मेंं तब्दील करने के जिला प्रशासन के फैसले के खिलाफ व्यापारी वर्ग में नाराजगी देखी जा रही है, वहीं संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने भी अधिकारियों से चर्चा कर हर वर्ग के व्यापारियों को इसमें सहभागिता दिलाने के संबंध में कलेक्टर से चर्चा की है। दूसरी ओर 13 अप्रैल से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहे है, और प्रशासन ने पूरे जिले को कंटेनमेंट जोन बनाकर सब्जी और फल विक्रेताओं की किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी है, जिसे लेकर लोगों में काफी रोष देखा जा रहा है।
इस संबंध में संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का कहना है कंटेनमेंट जोन बनाने से पहले जिले को लॉकडाउन किया जाना था, धीरे-धीरे हम इस ओर बढ़ते, लॉकडाउन कर हम लोगों को सब्जी फल के लिए हल्की रियायत दे सकते थे, परन्तु कंटेनमेंट जोन हो जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को काफी परेशानी होगी, मैंने धारा 144 को कड़ाई से पालन करने के साथ मास्क का उपयोग कराई से करवाने को कहा है, लॉकडाउन करके हम कोरोना की चेन को तोडऩे में अहम रोल निभा सकते हंै। कंटेनमेंट जोन होने पर जरूरत की वस्तुएं प्रशासन मुहैया कराता है, कंट्रोल रूम बनाना होगा, यह बेहद चुनौतिपूर्ण कार्य होगा, पहले इस पर कोई ठोस रणनीति प्रशासन को बनानी चाहिए थी।
कोरिया जिला प्रशासन ने 9 मार्च की शाम अचानक पूरे जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित करने का आदेश जारी कर दिया, मेडिकल दुकानदारों को ऑनलाइन दवाओं की बिक्री के साथ दुकान खोले जाने की अनुमति प्रदान की गई है, जबकि रोजमर्या की वस्तुओं पर कड़ी पाबंदी लगाई गई है। जिसके बाद व्यापारियों ने इस निर्णय का सही नहीं ठहराया और मनेन्द्रगढ़ के व्यापारियों ने एसडीएम के माध्यम से कलेक्टर को पत्र भेजा, व्यापारियों ने अपने सुझाव में कहा है कि रोज कमाने वाले इससे ज्यादा प्रभावित होगे उनके व्यापार पर भी बुरा असर पड़ेगा, उन्होंने दलील दी है कि अन्य जिलों के मुकाबले हमारे यहां काफी कम मामले है। दूसरी ओर बैकुंठपुर के व्यापारी संघ भी अब इस मामले में कलेक्टर से मिलकर कंटेनमेंट जोन को लॉकडाउन में बदलने की मांग करने वाला है।
सिर्फ चुने व्यापारियों को राहत
सूत्रों की माने तो जिला प्रशासन कुछ चुने एक दो किराना व्यवसायियों को दुकान खोले जाने की अनुमति प्रदान करने की तैयारी में है, जिसकी भनक लगते ही संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने एसडीएम से चर्चा कर छोटे व्यापारियों को भी इस कार्य में सहभागिता देने को कहा है। उन्होंने कहा है कि ऐसे भेदभाव से व्यापारियों में नाराजगी बढ़ेगी। उन्होंने इस मामले हर किसी का ध्यान रखते हुए कोरोना की चैन तोडऩे में मदद करने को कहा है।
लॉकडाउन या कंटेनमेंट जोन
अभी तक कंटेनमेंट जोन को लेकर लोगों ने यह देखा था कि जिस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन के तहत सील किया जाता था उस क्षेत्र की हर जरूरत की वस्तुओं से लेकर सेवाओं का जिम्मा प्रशासन का होता था, हर स्तर पर हर तरह की सामग्री लोगों तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों की तैनाती की जाती थी, परन्तु पूरे जिले को कंटेनमेंट जोन मेें तब्दील करने के बाद इतनी सारे कर्मचारियों की टीम को लेकर सवाल खड़े हो रहे है, वहीं अभी तक कंट्रोल रूम नहीं बनाए जा सके है, इनका गठन ग्रामीण स्तर पर भी करना होगा, ताकि गांव के लोगों की जरूरतों को तत्काल पूरा किया जा सके। पेट्रोल डीजल पर पाबंदी पर भी कई लोगों ने आपत्ति जताई है।
उपवास में नहीं मिलेंगे फल
13 अप्रैल से चैत्र नवरात्र की शुरूआत हो रही है, माता की अराधना के पर्व के दौरान 9 दिन उपवास किए जाते है, जिसमें फलो का सेवन किया जाता है। इधर, जिला प्रशासन के कंटनमेंट जोन बनाए जाने के आदेश में फल और सब्जी विक्रेताओं को किसी भी तरह की रियायत नहीं मिली है, ऐसे में 13 से 19 अप्रैल तक माता की भक्ति में उपवास रहने वाले लोगों को फल नहीं मिल सकेगा, इसे लेकर लोगों में भी काफी नाराजगी है। इसे प्रशासन को त्योहार के समय बेहद गलत निर्णय बताया जा रहा है, लोगों का कहना है कि प्रशासन यह तय करें कि उन्हें वो उपवास के दौरान फल कैसे मुहैया कराएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 10 अप्रैल। शुक्रवार को जिला प्रशासन ने पूरे जिले को 11 अप्रैल की शाम 6 बजे से 19 अप्रैल की शाम 6 बजे तक कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला किया। इस अवधि में कोरिया जिले की सभी सीमाएं पूरी तरह से सील कर दी जाएगी। इस दौरान केवल मेडिकल दुकान को निर्धारित समय पर खुलने की छुट दी जायेगी। दूध एवं न्यूज पेपर वितरण का समय निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही कई तरह की प्रतिबंध जारी किया गया है।
पूर्व नपा अध्यक्ष ने उठाये सवाल
कलेक्टर कोरिया द्वारा जिले में 11 अपै्रल से आगामी 19 अपै्रल तक कम्प्लीट लॉकडॉउन लगाए जाने के आदेश जारी करने के बाद इस आदेश पर सवाल उठाए है। पूर्व नपा अध्यक्ष शैलेष शिवहरे ने प्रशासन द्वारा जारी कंटेनमेंट जोन बनाये जाने के आदेश पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा आदेश जारी करने के पूर्व कलेक्टर द्वारा सामाजिक कार्यकर्ताओं जनप्रतिनिधियों से किसी तरह की कोई चर्चा नहीं की गई, जबकि इसके पूर्व व्यापारियों के बीच हुई वार्ता में लॉकडाउन लगाए जाने के कोई संकेत नही दिए गए थे। ऐसे में अचानक कलेक्टर द्वारा लॉकडाउन लगाने के आदेश कैसे जारी कर दिया गया।
विभिन्न सामानों के दाम बढ़ा दिए गए
कलेक्टर द्वारा 9 अपै्रल को यह आदेश जारी किया कि 11 अपै्रल की शाम 6 बजे से जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाता है इसके दूसरे दिन शनिवार होने के कारण शहर की ज्यादातर दुकाने बंद रही। कंटेनमेंट जोन घोषित करने के आदेश जारी होने के साथ ही शहर के कई व्यापारियों द्वारा विभिन्न तरह के जरूरत के सामानों के दामों में अचानक बढ़ोतरी कर दी गई। शनिवार को शहर की कई दुकाने बंद रही और जो खुली रही वहां सामान लेने वालों भीड जुटी रही। लोगों को इस दिन विभिन्न तरह के सामान महंगे दामों पर क्रय करना पडा।
खाद्य तेलों के साथ घरेलू आवश्यकता की कई चीजों के अनाप शनाप ढंग से बढ़ोतरी कर दी गयी और लेागों को खरीदी करने की मजबूरी बन गई। इतना सब कुछ होने के बादर भी प्रशासन इस दिशा मे बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा है। इसके 11 अपै्रल रविवार केा घरेलू आवश्यकता की चीजों की खरीदी करने के लिए लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है क्योकि इसी दिन शाम 6 बजे से लॉकडाउन प्रभावी हो रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 10 अपै्रल। कोरिया में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच भी लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं। बसों में आवाजाही के दौरान भी नियमों का पालन कोई नहीं कर रहा है। जिले से होकर प्रतिदिन दर्जनों यात्री बसे संचालित की जा रही है। प्रतिदिन लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान आना जाना लगा हुआ है। बस संचालक कोविड निर्देशों का पालन नहीं कर रहे है और न ही यात्री ही नियमों का पालन कर रहे है।
जिले को कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के आदेश के बाद 10 अपै्रल को स्थानीय प्रतीक्षा बस स्टैंड में कुछ बसों का जायजा लिया गया तो पाया गया कि बस चालक व परिचालक ही बिना मास्क के बैठें हंै। इसी तरह यात्री भी बस में बिना मास्क के ही बैठे हुए है। इस तरह की लापरवाही कोरोना संक्रमण को फैलने में मदद कर रहा है।
हालांकि बसों में यह निर्देश चस्पा किया गया है कि बिना मास्क वाहन में न बैठे पकड़े जाने पर 500 रूपये जुर्माना शासन द्वारा वसूल किया जायेगा इसका भी असर नहीं हो रहा है। जब कही पर बस की जॉच होती है तब केवल मास्क लगा लिये जाते है इसके बाद बिना मास्क के ही यात्री सफर करते है और चालक परिचालक भी ऐसा ही कर रहे है।ं इस तरह की लापरवाही ही भारी पड रही है। दूसरी ओर कंटेनमेंट जोन घोषित करने के बाद यहां निवासरत लोग अपने अपने घर की ओर जाते दिखे, सरगुजा, जशपुर जिले के काफी लोग बसों से अपने घर की ओर रवाना हो गए।
शुक्रवार को मिले 91 पॉजिटिव
कोरिया जिले में 9 अपै्रल को कुल 91 कोरोना पॉजिटिव मिले जिनमें शहरी क्षेत्र में 57 तथा ग्रामीण क्षेत्र. में 34 की संख्या में पॉजिटीव पाये गये। इसके पूर्व तीन दिनों से सौ से उपर की संख्या में पॉजिटिव मिल रहे थे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकडों के अनुसार इस दिन शहरी क्षेत्र बैकुण्ठपुर में 31, चिरिमरी में 20, मनेंद्रगढ में 5 तथा झगराखांड में 1 पॉजिटीव मिले। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र बैकुण्ठपुर में 15, खडगवॉ में 8, मनेंद्रगढ में 2 सोनहत में 3 तथा जनकपुर में 5 की संख्या में पॉजिटीव पाये गये।
यह ऑकडा कुल 1424 सैंपलों की जॉच के बाद सामने आया। इसके साथ ही इस दिन तक जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटीव की संख्या 6793 पहुंच गयी वही एक्टिव मरीजों की संख्या 655 हो गयी। इस दिन तक कोविड अस्पताल कंचनपुर में 52 संक्रमित भर्ती किए गए तथा 603 की संख्या में होम आईसोलेशन में रखे गए है।
संसदीय सचिव अंबिका ने कलेक्टर को पत्र लिखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 10 अपै्रल। संसदीय सचिव व क्षेत्रीय विधायक अंबिका सिंहदेव ने 9 अप्रैल को दोपहर 1 बजे कलेक्टर कोरिया को आवश्यक दवाईयों की कालाबाजारी एवं जमाखोरी पर रोक लगाने संबंधी पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई किए जाने की मांग की।
संसदीय सचिव ने कलेक्टर को दिए अपने पत्र में उल्लेख किया है कि जिले में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है इस परिस्थिति में कोरोना के उपचार से संबंधित दवाईयां डेजर्म इंजेक्शन व रेमडीसीवीर इंजेक्शन के अनुपलब्धता जैसी भ्रामक अफवाह फैलाने एवं दवाईयों की कालाबाजारी की शिकायातें प्राप्त हो रही है। जिसकी जांच करते हुए कालाबाजारी रोक लगाने एवं दोषियों पर आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की ताकि क्षेत्रवासियों को कोरोना जैसे संक्रामक बीमारी से बचाव सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने कलेक्टर को पत्र लिखकर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शहर में लागू जनता कफ्र्यू का समय बढ़ाने के साथ मास्क व सेनिटाईजर के उपयोग के साथ धारा 144 का पालन कराने आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग की।
सिंहदेव के पत्र कलेक्टर को मिलने के कुछ ही देर बाद कलेक्टर कोरिया ने जिले में लॉकडाउन लगाने का आदेश जारी कर दिया। दोपहर 1 बजे भेजे उनके पत्र के बाद देर शाम कलेक्टर ने पूरे जिले को कंटेनमेंट जोन बना दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 10 अप्रैल। कोरिया जिले के खडग़वां जनपद पंचायत क्षेत्र के ज्यादातर ग्रामीण कुंआ और ढोढ़ी के भरोसे पेयजल का उपयोग करने को मजबूर है, कुछ तो बाहरमासी नदी से पानी पी रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ ने कोरिया जिले के खडगवां तहसील में गांव स्तर पर पीने के पानी को लेकर पड़ताल की है। ‘छत्तीसगढ़’ की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि खडग़वां तहसील के दो दर्जन गांवों से ज्यादा के ग्रामीण कुआं और ढोढ़ी से अपना प्यास बुझा रहे है। वहां के निवासियों को पीढिय़ों से शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।
29 गांवों के ग्रामीण पी रहे है कुंआ से पानी
‘छत्तीसगढ़’ ने पाया कि जनपद पंचायत खडगवां के जिल्दा के सडक़पारा में 2 घर, मुगुम के खैरबहरा में 20 घर, बचरा के तुर्रापारा में 12 घर, पोडी के ठिहाईपारा में 5 घर, कोडांगी के बीचपारा में 10 घर, खडग़वां के गडहीपारा मे 5 घर, छोटेकलुआ के बर्सदापारा में 10 घर, पैनारी के गिरदापारा में 5 घर, फुनगा के सरईझरिया में 7 घर, बेलबेहरा के कंटहियापारा में 5 घर, कोटेया के पटेलपारा में 18 घर, बोडेमुढा के दर्रीपारा में 2 घर, धवलपुर के सेमरपारा में 10 घर के साथ दुबछोना के नवापारा में 16 और बडकापारा में 10 घर, दुग्गी के स्कूलपारा में 2, जिलीबांध के पटेलपारा में 10 घर, बैगापारा में 5, पीपरबेहरा के माझापारा में 10 घर, सैंधा के टिमहीपारा में 5, धरमपुर के खाटपारा मे 7 और झापीमहुआ में 4 घर के लोंग कुंए का पानी पीने को मजबूर है।
4 सौ से ज्यादा परिवार ढोढ़ी पर आश्रित
भरतपुर जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत कई गांवों में आदिवासी परिवार ढोढ़ी के पानी पर आश्रित है। उधनापुर के नदियापरा में 5, इंद्ररपुर के लोहाटपारा मे 2 घर, कटकोना के सरहनारा में 4 घर, भुलसीपारा में 3 घर, जरौधा के बैगापारा में 20, बरदर के बिबसपुर में 6 घर के ग्रामीण आज भी ढोढ़ी का दूषित जल पीने को मजबूर हैं। आज तक शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पायी है। दूषित जल के सेवन से लोगों को कई तरह की बीमारियां होने की आशंका बनी रहती हैं। उक्त गांवों के परिवार अपने पीढिय़ों से ढोढी के पानी पर आश्रित है। बरसात के दिनों में तो उन्हे और भी दूषित जल का सेवन करना पड़ता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर 7 अप्रैल। कोरिया जिले के कई स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना की वैक्सीन खत्म हो चुकी है, वहां कल से वैक्सिनेशन बंद है, आज के बाद जिले भर में वैक्सिनेशन बंद होने की संभावना जताई जा रही है। वैक्सीन के खत्म होने का मुख्य कारण रायपुर में भी वैक्सीन नहीं होना बताया जा रहा है।
इस संबंध में जिले के टीकाकरण अधिकारी एसएस सिंह का कहना है कुछ सेंटरों में कल से ही वैक्सीन खत्म हो चुकी है। बहुत कम मात्रा में वैक्सीन हमारे पास उपलब्ध है, हम अब उन्हें प्राथमिकता दे रहे है। जिनको दूसरा डोज लगना है। अब जब वैक्सीन आएगी, तब पहला डोज लोगों को लगेगा।
कोरिया जिले में वैक्सीन खत्म होने के कगार पर है। छोटे-छोटे सेंटरों में वैक्सीन खत्म हो चुकी है। आज सुबह से पोड़ी बचरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर काफी संख्या में पहुंची ग्रामीण महिलाओं ने जब वहां के कर्मचारी से पता किया तो, उन्हें बताया गया कि वैक्सीन खत्म हो चुकी है, जिस कारण उन्हें अब वैक्सीन लगाए बिना वापस जाना पड़ेगा।
इससे पहले 1 मार्च 2021 से 60 वर्ष से ज्यादा और 45 वर्ष से ऐसे लोगों को जिन्हें कोई बीमारी है। उनको पहले कोविशिल्ड वैक्सीन लगाई गई थी, 1 अप्रैल से 45 वर्ष के बाद सभी को वैक्सिनेशन शुरू हुआ, ऐसे लोगों को कोवैक्सिन लगाई जा रही है। ऐसे में वैक्सीन के खत्म होने पर दूसरे डोज लगाने वालों के लिए वैक्सीन का स्टॉक को सुरक्षित कर दिया गया है, ताकि समय पर उन्हें दूसरा डोज लगाया जा सके।
अब तक लगी वैक्सीन
जिले में अब तक 66583 लोगो को वैक्सीन लग चुकी है। जिसमें 58856 लोगोंं को पहला डोज लगा है, और मात्र 7727 लोगों को दूसरा डोज लग पाया है। अभी 51129 लोगो को दूसरे डोज की दरकार है, जबकि काफी कम मात्रा में वैक्सीन बची है। हालांकि अभी ज्यादातर लोगों को दूसरे डोज के लिए समय बाकि है। अब देखना है रायपुर से वैक्सीन कब कोरिया पहुंच पाती है।
बढ़ रहे हैं कोरोना पॉजिटिव
कोरिया जिले में पहली बार कोरोना पॉजिटिव की संख्या 100 से पार हो चुकी है। मंगलवार को 110 मंरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। इसके पहले बीते 2 दिन से पॉजिटिव मरीजों की संख्या 50 से ज्यादा सामने आती रही है।
कांगे्रसियों को बताई समस्याएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 6 अप्रै्रल। पूर्व जिला पंचायत सदस्य, वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के जिला समन्यवक ग्राम मसर्रा पहुंचे। कुछ दिनों से वो भरतपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा कर गोंड समाज के ब्लॉक इकाई का गठन कर रहे है। मसर्रा के ग्रामीणों ने उनसे अपनी समस्याएं बताई। ग्रामीणों ने उन्हें मौके पर ले जाकर आवागमन के साधनों के साथ बिजली की समस्या की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि वो इस पर बात करेंगे।
कोरिया जिले के दूरस्थ क्षेत्र भरतपुर के ग्राम मसर्रा के ग्रामीण कई परेशानियों से जूझ रहे हैं। इस गांव में सडक़ का अभाव है, ग्रामीणों की माने तो, वे कई बार सडक़ की मांग कर चुके हंै, परन्तु प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कई मार्गों पर नदी नाले होने के कारण उन्हें बारिश में पार करके जाना होता है जो कि बेहद असुविधाजनक होता है, कई बार ग्रामीण बहते-बहते बच चुके हंै। सडक़ों के साथ कुछ छोटे बड़े पुल भी बनाए जाने की बेहद जरूरत है, इसके अलावा सबसे बुरी स्थिति बिजली की है, ग्रामीणों की माने तो उनके ग्राम में लगा सौर ऊर्जा प्लांट एक दो-घंटे बिजली दे पाता है, जिसके बाद उन्हें पूरी रात अंधेरे में रहकर गुजारना पड़ता है, बारिश में सौर ऊर्जा प्लांट पूरी तरह चार्ज नहीं हो पाता है, जिसके बाद सबसे ज्यादा परेशानी बारिश के दिनों में होती है। बारिश में बमुश्किल 1 घंटे ही बिजली रह पाती है।
आसपास एक जैसी स्थिति
मसर्रा के आसपास गांवों की स्थिति भी एक जैसी है, विकास के नाम पर यहां बीते लम्बे समय से कोई खास काम नहीं हो पाए है, मसर्रा से लगे ग्राम जैमुनिहा और सरंगवाह में भी सडक़, बिजली पुल की बेहद जरूरत है। ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन के अधिकारी कभी इस ओर नहीं आते है, जिसके कारण आदिवासी क्षेत्रों के हाल की जानकारी किसी को नहीं हो पाती है।
पहुंचे पूर्व जिला पंचायत सदस्य
पूर्व जिला पंचायत सदस्य, वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के जिला समन्यवक शरन सिंह ग्राम मसर्रा पहुंचे। कुछ दिनों से वो भरतपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा कर गोंड समाज के ब्लॉक इकाई का गठन कर रहे है। मसर्रा के ग्रामीणों ने उनसे अपनी आपबीती सुनाई। ग्रामीणों ने उन्हें मौके पर ले जाकर आवागमन के साधनों के साथ बिजली की समस्या की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि वो इस पर बात करेंगे।
उनके साथ रामदास यादव, सुनील, ललित, छोटेलाल, माणिक चंद, राजकरण, वंशबहादूर सिंह, दिलकरण, राजूू समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
पानी की समस्या दूर करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 6 अप्रै्रल। कोरिया जिला मुख्यालय से लगभग 12 किमी दूर एक गांव में बीते एक माह से ग्रामीण परेशान है, गांव के लगभग हैंडपंप सूख चुके है, एक हैंडपंप से जैसे तैसे पीने के पानी से उनका गुजर बसर हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार अफसरों को इसकी जानकारी भी दे चुके है, परन्तु आज तक हैंडपंप के सुधार की किसी भी प्रकार की कोई कोशिश नहीं की है। जिसके कारण ग्रामीणों में काफी गुस्सा व्याप्त है।
बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम जलियाडांड के रघुबीर सिंह, दलबीर सिंह, अमरजीत सिंह, राम सिंह, संतोष सिंह, अमर सिंह, बुधराम, शिवमंगल, महेन्द्र सिंह, सोनकुंवर, कृष्णा बाई, गायत्री, मानकुंवर, लीलावती, इंजियारों बाई ने बताया कि बीते एक माह से उनके गांव में पानी की बड़ी समस्या हो गई है, ग्राम पंचायत मनसुख का यह आश्रित ग्राम होने के कारण ना तो जनप्रतिनिधि इधर का रूख करते है और ना ही अधिकारी कभी गांव में आते है, जिसके कारण हमारी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। गांव के लगभग हैंडपंप सूख चुके है, एक हैंडपंप में थोड़ा पानी आता है, जिसे लेने सुबह से लंबी लंबी लाईन लगती है। कई बार पानी को लेकर विवाद भी हो जाता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से ग्राम जलियाडांड में पानी की समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 4 अप्रैल। शनिवार की शाम लगभग 7 बजे कुरासिया की बन्द पड़ी ओपनकास्ट माइंस के पास के छोटा बाजार के ठीक नीचे की पहाड़ी पर उगे सूखे झडिय़ो में आग लग जाने के कारण छोटा बाजार के निवासियों में हडक़ंप मच गया । आग इतनी तेज थी कि इसकी लपट हल्दीबाड़ी से कालीबाड़ी से साफ दिख रही थी । इस आग से छोटा बाजार के शम्भू चौक के आस पास के क्षेत्रों में धुंए का गुबार फैल गया जिससे यहां रहने वाले लोगो को काफी परेशान होना पड़ा । वही लोगो की भीड़ हल्दीबाड़ी बड़ा बाजार मार्ग पर अपनी गाडिय़ा रोककर आग की फोटो खींचते नजर आए ।
घटना की सूचना मिलते ही चिरमरी नगर पालिक निगम की फायर बिग्रेड की टीम छोटा बाजार पहुंची तथा फायर बिग्रेड प्रभारी चंद्रिका तिवारी के नेतृत्व में आग बुझाने में जुट गया । छोटा बाजार से आग तक पानी पहुंचाने के लिए चिरमिरी के बड़े व्यवसायी उपेंद्र जैन के परिवार के गोदाम से रास्ता निकाला गया । चिरमिरी नगर पालिक निगम का फायर बिग्रेड अमला आग पर काबू पाने में जुटा हुआ है।
बोड़ला, 4 अप्रैल। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोड़ला में कोरोना को लेकर व्यापक रूप से चलाया जा रहे टीकाकरण अभियान में मदद करने के उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कैंपस में ही हेल्प डेस्क लगाकर वेक्सीनेशन में सहायता कर रही है।
इस विषय में जानकारी देते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा के सुनील मानिकपुरी ,पिछड़ा वर्ग के मंडल अध्यक्ष लव निर्मल कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जानी गुप्ता शिवम केसरवानी आदि ने बताया पार्टी के गाइड लाइनों के तहत भारतीय जनता पार्टी द्वारा हेल्प डेस्क का उद्घाटन किया गया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अनिल ठाकुर उपाध्यक्ष नितेश अग्रवाल जसविंदर बग्गा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विदेशी राम धुर्वे, शिव प्रसाद वर्मा, मंडल अध्यक्ष बरसाती राम वर्मा विजय पाटिल आदि ने युवाओं को इस पुनीत कार्य के लिए धन्यवाद
विरोध में प्लेसमेंट कर्मियों ने काम बंद किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 3 अपै्रल। मुख्य नगर पालिका अधिकारी बैकुण्ठपुर ज्योत्सना टोप्पो के स्थानांतरण आदेश जारी होने की जानकारी नपा में कार्य करने वाले प्लेसमेंट कर्मियों को हुई तो वे दूसरे दिन 2 अपै्रल को काम बंद कर हड़ताल पर बैठकर विरोध जताते हुए सीएमओ का स्थानांतरण रद्द किए जाने की मांग उठाई।
विरोध में भारी संख्या में नगर पालिका कॉम्प्लेक्स के समक्ष एकजुट होकर बैठ गए वहीं डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाली महिलाओं व सफाई कर्मियों ने अपनी रिक्शा एक लाईन से नपा कार्यालय के पास खड़ी कर विरोध जताया।
प्लेसमेंट कर्मियों का कहना था कि जब से मैडम ने कार्यभार ग्रहण किया है उसके बाद से उन्हें नियमित रूप से प्रत्येक माह मानदेय का भुगतान हो रहा है। इसके पूर्व कभी समय पर मानदेय का भुगतान नहीं होता था। इसी वजह से सभी कर्मी स्थानांतरण रूकवाने के लिए हड़ताल पर बैठे और इस संबंध में अधिकारियों को ज्ञापन दिया।
ज्ञात हो कि नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के उप सचिव ने नगरीय प्रशासन के अधिकारियों का तबादला आदेश जारी किया गया जिसमें कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी भी प्रभावित हुई है।
जारी आदेश के अनुसार मुख्य नगर पालिका अधिकारी नपा परिषद बैकुण्ठपुर ज्योत्सना टोप्पो का स्थानांतरण इसी पद पर नगर पालिका सूरजपुर किया गया है वहीं कोरिया जिले के नगर पंचायत खोंगापानी में पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी मुक्ता सिंह को मुख्यालय बैकुण्ठपुर का नया मुख्य नगर पालिका अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है। वहीं नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर में पदस्थ राजस्व उप निरीक्षक इशहाक खान को नगर पालिका परिषद मनेंद्रगढ़ स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया गया। उक्त अधिकारी कर्मचारियों को नई स्थानांतरित स्थल पर सात दिवस के भीतर अपनी ज्वाईनिंग देनी है अन्यथा वेतन नहीं बनने का उल्लेख आदेश में किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी बैकुण्ठपुर का स्थानंातरण होने के बाद शहर के कई लोगों ने खुशी व्यक्त की क्योंकि नियम कानून को लेकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी के कड़े तेवर रहते थे जिसके चलते कई लोगों की मुुश्किलें हमेशा बनी रहती थी कि मैडम सुनती नहीं हैै। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भी लंबे समय से नाराज चल रहे थे, तो कुछ समय पूर्व भाजपा के पदाधिकारियों ने आयोजित धरना-प्रदर्शन के दौरान सीएमओ नपा बैकुण्ठपुर को लेकर भी अपनी संवेदनाओं को खुले मंच से व्यक्त किया था।
कोविड नियमों की अवहेलना
नगर पालिका के कर्माचरियों के विरोध-प्रदर्शन में कोविड नियमों का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया। ऐसा तब हुआ जब कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन ने जारी विरोध को लेकर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की, बल्कि ज्ञापन सौंपे जाने के समय भी भारी भीड़ पर कुछ नहीं कहा, जिससे कोरोना को लेकर प्रशासनिक सुस्ती की साफ देखने को मिली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 3 अपै्रल। कोरिया वनमंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र द्वारा साल चिरान चार आरोपियों से जब्त करते हुए उनके विरूद्ध कार्यवाही की, साथ ही चिरान लकड़ी ले जाने के लिए प्रयुक्त बाईक को भी जब्त किया। वहीं इसके पूर्व मुरमा के देवखोल में बड़ी मात्रा में कोयला जब्त कर अवैध कारोबारियों पर नकेल कस दी है। लगातार कार्यवाही से वन अपराध में लिप्त लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है।
इस संबंध में वन परिक्षेत्र बैकुंठपुर परिक्षेत्राधिकारी अखिलेश मिश्रा का कहना है कि देवखोल में लंबे समय से जारी अवैध कोयले के कारोबार पर लगातार कार्रवाईजारी रहेगी। ऐसा नहीं है कि पहली बार इस तरह की कार्रवाई की गई है। उक्त स्थान पर कई बार कोयले के साथ आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। वहीं चिरान और कोयले से पकड़े आरोपियों पर कार्रवाई की गई है, वाहनों को राजसात करने की कार्रवाई भी जारी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गत दिवस की रात्रि में तलवापारा जूनापारा में आरोपी रामपस तथा शिवशंकर दोनों पिता पुत्र निवासी ग्राम मेको थाना बैकुंठपुर के कब्जे से रात्रि में 1-1 नग साल चिरान ले जाते हुए जब्त किया गया। दोनों आरोपियों द्वारा मोटर सायकल क्रमांक सीजी 16 सीजे 1310 वाहन से ले जाया जा रहा था। चिरान लकड़ी सहित बाईक केा जब्त किया गया। आरोपियों के विरूद्ध वन विभाग के कर्मियों द्वारा भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 41 तथा छग विनिर्दिष्ट वनोपज व्यापार अधिनियम की धारा 5,15 के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई की गई। जब्त की गई चिरान लकड़ी की कीमत 1675 रूपये आंकी गई। इसी तरह दूसरे मामले में आरोपी सुनील यादव तिथा हरिशंकर राजवाड़े निवासी मेकों के कब्जे से साल चिरान लकड़ी कीमत 1700 रूपये तथा बाईक जब्त की गई। जिस पर वन कर्मियों द्वारा अपराध दर्ज कर जब्ती की कार्रवाई की।
चार बोरी पत्थर कोयला जब्त
वन विभाग ने एक ग्रामीण को बाईक से ले जाते चार बोरी पत्थर कोयला कीमत 1250 रूपये की जब्त करते हुए उसके विरूद्ध आवश्यक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई। इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी अखिलेश द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि गत दिवस वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम बडवार थाना सोनहत निवासी आरोपी कमल प्रसाद साय अपनी बाईक क्रमांक सीजी 16 सीएम 8288 से सीमेंट की चार बोरी में पत्थर कोयला अवैध रूप से ले जाया जा रहा था जिसे पकडा गया और उसके विरूद्ध अपराध दर्ज कर कार्यवाही की गई।
अवैध कोयला उत्खनन पर लगातार कार्रवाई
बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र के बैकुंठपुर जनपद के देवखोल के पहाड़ी में प्रतिदिन अवैध रूप से कोयला उत्खन्न ग्रामीणों द्वारा किया जाता है। इस बार हुई कार्रवाई में भारी मात्रा में कोयला जब्त किया गया है। वन विभाग की कार्रवाई से अवैध कारोबारियों के हौसले पस्त है। विभाग अब हर दिन यहां पर नजर रखने की रणनीति बनाई है, ताकि कुछ बड़े लोगों को पकडक़र बड़ी कार्रवाई की जा सके। इसके लिए सुनियोजित तरीके से दल भी बनाया गया है। जिस स्थान से कोयला निकाला जा रहा है। वहां कभी भी खतरा उत्पन्न हो सकता है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 1 अप्रैल। सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर अधोसरंचना विकास एवं पर्यावरण उपकरण निधि से 29 ग्राम पंचायतों में 29 हैडपम्प खनन एवं प्रतिस्थापन कार्य हेतु 33 लाख 50 हजार व 3 ग्राम पंचायतों में बहुप्रतीक्षित पुलिया निर्माण हेतु 24 लाख 76 हजार सहित कुल 58 लाख 26 हजार की प्रशासकीय मंजूरी प्रदान की गई है।
स्वीकृत राशि अमृतधारा-लखपति के घर पास, ग्राम पंचायत डिहुली अंतर्गत वार्ड नं 4, ग्राम पंचायत मनवारी के अगरिया पार, चिरईपानी, मोरगा व लाखनटोला स्थित उद्यान विभाग के रोपणी, मलकडोल, उमरवाह एवं रामगढ़ स्थित हाई स्कूल भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर, ओहनिया आंगनबाड़ी केंद्र, खोहरा आंगनबाड़ी केंद्र ढाब, बरौत आंगनबाड़ी केंद्र पश्चिम पारा, नेउर आंगनबाड़ी केंद्र, चकडांड़ आंगनबाड़ी केंद्र बिहीडांड़ व सिंघोर आंगनबाड़ी केंद्र पटेलपारा एवं भरतपुर व बेलिया उप स्वास्थ्य केंद्र में पृथक-पृथक 1 लाख 25 हजार की लागत से हैंडपम्प खनन एवं प्रतिस्थापन के कार्य कराए जाएंगे। इसी प्रकार सीरियाखोह, च्यूल, हरचोका, तोजा, जमथान, चंदहा, कैलाशपुर एवं कछाड़ी स्थित गौठान स्थल तथा बरौता व देवगढ़ स्थित चारागाह स्थल में पृथक-पृथक 1-1 लाख की लागत से हैंडपम्प खनन एवं प्रतिस्थापन के कार्य होंगे। वहीं भरतपुर-धोबाताल स्थित रामलाल अगरिया के घर के पास 4 लाख 76 हजार की लागत से पुलिया निर्माण का कार्य कराया जाएगा। ििवधायक कमरो ने कहा कि विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम से अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा। राज्य की भूपेश सरकार विकास के लिए कटिबद्ध है।
बैकुंठपुर, 1 अप्रैल। मार्च माह के अंतिम दिनों से बैंकों में अवकाश रहा। इस बीच 30 मार्च को बैंक खुले और दूसरे दिन 31 मार्च को क्लोजिंग के चलते उपभोक्ताओं के काम नहीं हुए और चालू माह का पहला दिन 1 अप्रैल को बैकों में वार्षिक लेखाबंदी के चलते आम उपभोक्ताओं के लिए बैंक बंद रहेंगे। इसके दूसरे दिन 2 अपै्रल को गुड फ्राईडे अवकाश के चलते बैंक बंद रहेंगे। इसके बाद 3 अप्रैल शनिवार को बैंक खुलेंगे जिसके दूसरे दिन 4 अपै्रल को रविवार अवकाश के कारण बैंक बंद रहेंगे। अपै्रल माह में बैंकों में कई दिन अवकाश के कारण उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जानकारी के अनुसार आगामी 10 अपै्रल को माह का दूसरा शनिवार के चलते बैंक बंद रहेंगे इसके दूसरे दिन 11 अपै्रल रविवार अवकाश है। इसके तीन दिन बाद 14 अपै्रल को अंबेडकर जयंती के कारण अवकाश रहेगा। इसके बाद 18 अपै्रल रविवार अवकाश तथा 21 अपै्रल को रामनवमीं के अवकाश के कारण बैंक बंद रहेंगे। आगामी 24 अपै्रल को माह का चौथा शनिवार तथा इसके दूसरे दिन 25 अपै्रल को रविवार का अवकाश पडऩे के कारण बैंक बंद रहेंगे।
इस तरह चालू अपै्रल माह में बैंकों में कई दिनों के अवकाश के कारण बैंकिंग कार्य बंद रहेंगे, जिसका असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 1 अप्रैल। कोरिया जिले में मार्च के अंतिम दिन 31 मार्च को कुल 37 की संख्या में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिनमें शहरी क्षेत्र में 26 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 11 की संख्या में पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए। यह आंकड़ा 929 सैंपलों की जांच के बाद सामने आया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार 31 मार्च को जिले के शहरी क्षेत्र चिरमिरी में 14 की संख्या में पॉजिटिव मिले वहीं 8 की संख्या में बैकुण्ठपुर तथा शिवपुर चरचा व मनेंद्रगढ में 2-2 की संख्या में पॉजिटिव पाए गए।
इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र बैकुंठपुर, खडगवां तथा सोनहत में 3-3 की संख्या में तथा मनेंद्रगढ में 2 की संख्या में पॉजिटीव मिले। इसके साथ ही जिले में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 6071 हो गई वहीं एक्टिव संक्रमितों की संख्या 298 पहुंच गई। जबकि इस दिन तक कोविड अस्पताल कंचनपुर में भर्ती मरीजों की संख्या 35 तथा होम आईसोलेशन में 263 लोग रखे गये है।
उल्लेखनीय है कि मार्च माह के पहले सप्ताह में कोरिया जिले में एक अंकों में पॉजिटिवमिल रहे थे लेकिन दूसरे सप्ताह से दो अंको में पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किये जाने लगे इसके बाद से लगातार दो अंको में पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए जा रहे है इस दौरान मार्च माह में सर्वाधिक 53 की संख्या में गत 27 मार्च को पॉजिटिव मिले थे।
सामाजिक दूरी का नहीं हो रहा पालन
कोरिया जिले में प्रशासन द्वारा भले ही धारा 144 प्रभावशील कर दिया गया है लेकिन बाजारों में प्रतिबंध का पालन नही हो रहा है सोशल डिस्टेंसिंग भी लोग भूल गये है जबकि प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या बढ रही है। वही लगातार मास्क की जॉच भी की जा रही है। इसके बावजूद जॉच केंद्र के बाहर कई लोग बिना मास्क के ही नजर आते है तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही करते है। शहर के जिला केंद्रीय सहकारी बैंक मर्यादित में प्रतिदिन उपभोक्ताओं की भारी भीड़ जुट रही है। जहां पर नियमों की धज्जियां उड़ रही है। इसके अलावा बाजार स्थलों में भी नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।
45 प्लस को वैक्सीन लगना शुरू
सरकार के निर्णय अनुसार गत 1 अप्रैल से 45 प्लस लोगों का कोरोना वैक्सीन लगाने के निर्देश के पालन में जिला अस्पताल सहित अन्य टीकारण केंद्रों में उक्त आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू हेा गया है। जहां टीका लगवाने के लिए लोग पहुंच रहे है।जिससे कि अब राहत की बात हो गयी है । जानकारी के अनुसार पूर्व में जितने भी लोगों की कोरोना से मौत हुई उनमें से ज्यादातर 45 प्लस के लोग शामिल थे।
जानकारी के अनुसार प्रदेश की राजधानी रायपुर में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा निकल रहे है। लोगों का कहना है कि प्रदेश की राजधानी होने के कारण कोरिया जिले से प्रतिदिन लोगों का आना जाना रायपुर राजधानी होता है ऐसे में ऐतियात के तौर पर जिला प्रशासन को रायपुर राजधानी क्षेत्र से कोरिया जिला आने वाले लोगों को सात दिवस का होम कोरंटाईन करने किया जाना आवश्यक है।
वर्तमान में केवल बाहरी राज्य से आने वाले लोगों को होम क्वारंटाईन करने के निर्देश है जबकि रायपुर व इसके आस पास जिले में कोरोना के बढते प्रभाव को देखते हुए रायपुर, दुर्ग क्षेत्र से आने वाले लोगों को सात दिवस को होम कोरंटाईन किया जाए।