सामान्य ज्ञान
जैमिनी राय (1887-1972) 20वीं शताब्दी की भारतीय कला के प्रारंभिक और अति महत्वपूर्ण आधुनिकतावादी कलाकारों में से एक थे, जिन्होंने अपने समय की कला परम्पराओं से अलग नई शैली स्थापित करने में अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई। जैमिनी राय का जन्म बंगाल के एक गांव बंकुरा में हुआ था । यह गांव लोक कला परम्परा में समृद्ध है । 1903 में कलकत्ता के एक सरकारी कला स्कूल में प्रारम्मिक शिक्षा ग्रहण की । उनके पेशे के बारे में किसी को भी पता नहीं था । स्नातक हो जाने के बाद तक भी राय द्वारा बंगाल की चित्रकला की तकनीकों का प्रयोग किया गया जो कि नजरअंदाज रहा ।
वर्ष 1916 में कोलकाता के गवर्नमेंट आर्ट स्कूल से ग्रेजुएशन के बाद उन्हें पोर्ट्रेट बनाने का काम नियमित रूप से मिलता रहा, लेकिन 20वीं शताब्दी के पहले तीन दशकों में बंगाल की सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों में बहुत जबर्दस्त परिवर्तन आया। इसका प्रभाव जैमिनी राय पर भी पड़ा। जिस समय जैमिनी राय अपनी बेजोड़ शैली की तलाश में थे उन दिनों वे गरीबी से भी जूझ रहे थे। भोजन के लिए जो कुछ भी छोटा-मोटा काम मिल जाता था कर लेते थे। 1919-1920 के आसपास जैमिनी राय ने लोगों के चित्र बनाने बंद कर दिये। वर्ष 1925 के आसपास उनके चित्रों में लेखन शैली जैसी रे