सामान्य ज्ञान
कला, रोमांच और प्यार के लिए जाने जाना वाला पैरिस शहर अब भी लाखों पर्यटकों को अपनी ओर लुभाता है। इसका इतिहास दो हजार साल से भी अधिक पुराना है। यह शहर फ्रांस की राजधानी है।
पैरिस के बारे में कहा जाता है कि शहर ईसा पूर्व 250 में स्थापित हुआ। उस वक्त पारीसी नाम के एक कबीले के लोग सेन नदी पर एक द्वीप पर बस गए। उस वक्त फ्रांस में गॉल कबीलों के लोग रहते थे। ईसा पूर्व 52 में रोमन सम्राट जूलियस सीजर ने इलाके पर कब्जा कर लिया और उसे लूटीशिया का नाम दिया। लैटिन में इसका मतलब है एक ऐसी बस्ती, जो पानी के बीच बनी हो। धीरे-धीरे यह बस्ती फैलने लगी और लूटीशिया का नाम पैरिस में बदल दिया गया। साल 978 में पैरिस औपचारिक तौर पर फ्रांस की राजधानी बना। जैसे जैसे शहर बढ़ा, वैसे वैसे सेन के पश्चिमी तट पर बुद्धिजीवी और पूर्वी तट पर व्यापारी बसने लगे। 15वीं शताब्दी से लेकर 17वीं शताब्दी तक फ्रेंच रेनेसां के दौरान पैरिस में कला और विज्ञान को खूब प्रोत्साहन मिला। वर्ष 1860 में फ्रेंच इम्प्रेशनिस्ट कलाकारों ने कला जगत में अपनी छाप छोड़ी। क्लोद मोने और पियेर ओगुस्त रेन्वार आज भी दुनिया के सबसे अहम कलाकारों में गिने जाते हैं।
आज पैरिस में करीब 20 लाख लोग रहते हैं और आइफेल टावर इस शहर का सबसे मशहूर प्रतीक है।
रक्त से चलेगा रोगों का पता
न्यू जर्सी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने सिर्फ खून के नमूने से रोगों का पता लगाने में सक्षम एक अत्याधुनिक सेंसर चिप तैयार की।
यह शोध रेजिनाल्ड फैरो और अलोकिक कंवल के नेतृत्व में किया गया। शोध के तहत वैज्ञानिकों ने मोबाइल एकल कोशिकाओं का पता लगाने वाला एक कार्बन नैनोट्यूब आधारित उपकरण बनाया है, इस उपकरण में स्थानिक संकल्प के उच्च स्तर को बनाए रखने की क्षमता है। वैज्ञानिक रेजिनाल्ड फैरो ने इस शोध के तहत समझाया है कि किस प्रकार सेंसर की मदद से इस उपकरण को तैयार किया गया। इस उपकरण की सहायता से चिकित्सा कर्मी उपकरण के सक्रिय क्षेत्र पर केवल रक्त की बूंद डाल कर कोशिकाओं के विद्युत गुणों को माप सकते हैं। इसके अलावा, यह उपकरण यह भी बता सकता है कि विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं के बीच विद्युत गुण में क्या अंतर होता है।