सामान्य ज्ञान
किवी एक प्रकार का फल है, जो एंटीएजिंग से लेकर डायबिटीज़ तक में लाभकारी होता है।
इसमें विटामिन ई और एंटीआक्सीडेंट्स की बड़ी मात्रा पाई जाती है और यह त्वचा की कोशिकाओं को लंबे समय तक ठीक रखता है और प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाता है। इसमें विटामिन सी सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है जो संतरे की अपेक्षा दोगुनी मात्रा में होता है। यह शरीर में आयरन सोखने में सहायता प्रदान करता है विशेषकर अनीमिया के उपचार में इसका सेवन बहुत लाभदायक है। इसमें ग्लाइकेमिक इंडेक्स कम मात्रा में होता है जिससे रक्त में ग्लूकोज़ नहीं बढ़ता। इस कारण यह डायबिटीज़, हृदय रोग और वजऩ कम करने में बहुत लाभकारी है। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 400 से 600 माइक्रोग्राम फ़ोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। यह फ़ोलिक एसिड का एक बेहतरीन स्रोत है। गर्भ में बच्चे के मस्तिष्क के विकास में इसकी बहुत बड़ी भूमिका होती है। किवी में मौजूद फ़ाइबर शरीर का पाचन तंत्र ठीक रखने में सहायता प्रदान करता है विशेष कर क़ब्ज़ की समस्या में इसका सेवन बहुत लाभदायक है।
इसमें केले जितना ही पोटैशियम पाया जाता है जो ओस्टियोपोरोसिस के रोगियों के लिए लाभदायक होता है और हड्डियों और मांसपेशियों को मज़बूत करने में सहायता प्रदान करता है। किवी को यदि पोषक तत्वों का समूह कहा जाए तो ग़लत न होगा। इसमें 27 से अधिक पोषक तत्व मौजूद हैं। यह फ़ाइबर, विटामिन सी और ई, कैर्टेनायड्स, एंटीआक्सीडेंट्स और कई प्रकार के मिनिरल्स से भरपूर हैं।