सामान्य ज्ञान
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड इंडिया एक्ट, 1992 के प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रावधानों के अनुसार 12 अप्रैल, 1992 को स्थापित किया गया था।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रस्तावना के रूप में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के बुनियादी कार्यों का वर्णन है।
जुलाई 2013 में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की गिरती साख को थामने के लिए की जा रही कवायद में सेबी भी सामने आया है। सेबी ने मुद्रा बाजार में करेंसी डेरिवेटिव अर्थात मुद्रा विनिमय सौदों संबंधित नियमों को कड़े कर दिए हैं।
मुद्रा कारोबारी तथा निवेशक डॉलर सही विभिन्न मुद्राओं की जोडिय़ों से संबंधित अग्रिम सौदे करते हैं। सेबी के प्रयासों में इस तरह के सौदों की उपरी सीमा कम करना तथा डॉलर-रुपये सौदों में मार्जिन को दोगुना करना शामिल है। अब कारोबारी बिचौलिये अपने द्वारा किए गए कुल सौदों को अधिकतम 15 फीसदी या पांच करोड़ डॉलर की सीमा तक ही कर सकते हैं। हालांकि ग्राहकों के लिए यह सीमा छह फीसदी या 1 करोड़ होगी।