सामान्य ज्ञान
प्योग्लिटाजोन को प्रयोग मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है। यह दवाई 18 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों में टाइप-2 मधुमेह के इलाज के लिए शुगर को नियंत्रण को बढ़ाने के लिए दी जाती है। प्योग्लिटाजोन का विपणन विभिन्न देशों में अलग-अलग ट्रेडमार्क नामों से किया जाता है- जैसे कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी में एक्टोस, यूरोप में ग्लस्टीन, भारत में ग्लीजोन (जाइडस कैडिला), भारत में पियोज (यूएसवी लिमिटेड) और मेक्सिको में जैक्टोस।
भारत में इस दवाई की बिक्री और वितरण पर 18 जून 2013 को प्रतिबंध लगा दिया था। कई चिकित्सा क्षेत्र के शोध प्रकाशनों ने इस औषधि से संबंधित सुरक्षा से जुड़े मुद्दे उठाये थे जिसके कारण केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया था। पर अब केंद्र सरकार ने औषधि तकनीकी परामर्श बोर्ड (डीएटीबी) के सुझावों के आधार पर यह रोक सशर्त हटाई है। सरकार ने डीएटीबी के सुझाव के आधार पर यह अधिसूचना जारी की है कि प्योग्लिटाजोन का इस्तेमाल मधुमेह के इलाज के लिए प्रथम दवा के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही इस औषधि के डिब्बे पर आवश्यक वैधानिक चेतावनी के साथ बेचा जाना चाहिए। यह चेतावनी लाल रंग के मोटे अक्षरों में अंकित होनी चाहिए।