सामान्य ज्ञान
देश में ही विकसित अग्नि-1 मिसाइल का ओडिशा के बालेश्वर जिले में स्थित चांदीपुर प्रक्षेपण केंद्र से सफल परीक्षण 8 नवम्बर 2013 को किया गया। डीआरडीओ ने 12 टन की मिसाइल का नए डिजायन किए गए एगुमेटेड सैटेलाइट लांचर व्हीकल (एएसएलवी) के जरिए परीक्षण किया।
मध्यम-दूरी की इस बैलिस्टिक मिसाइल को सैन्य बलों द्वारा नियमित प्रशिक्षण के भाग के रूप में लॉन्च किया गया। मध्यम दूरी की 15 मीटर लंबाई की यह मिसाइल अपने साथ एक हजार किलोग्राम तक परम्परागत और परमाणु हथियार ले जा सकती है। यह मिसाइल सतह से सतह पर 700 से 1200 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एकीकृत निर्देशित प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम (आईजीएमडीआई) के तहत इसका विकास किया गया। अग्नि 1 का विकास डीआरडीओ ने भारत डायनामिक्स लिमिटेड रिसर्च सेंटर, रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) के सहयोग से किया है। इससे पहले 12 दिसम्बर 2012 को भी इसका सफल परीक्षण किया गया था।