सामान्य ज्ञान
मकरान पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान प्रान्त के दक्षिणतम भाग में स्थित है। यह बलूचिस्तान और ईरान के सिस्तान प्रान्त के दक्षिणतम भाग में अरब सागर से लगा शुष्क तथा अर्ध-रेगिस्तानी क्षेत्र है। मकरान का इतिहास में बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान रहा था।
इस क्षेत्र से भारतीय उपमहाद्वीप और ईरान के बीच एक प्रमुख मार्ग गुजऱता है, जिससे कई तीर्थयात्री, खोजयात्री, व्यापारी और आक्रमणकारी इन दोनों भू-भागों के बीच आते-जाते थे। मकरान क्षेत्र वैसे तो भारतीय उपमहाद्वीप का क्षेत्र माना जाता है, किंतु प्राचीन काल में ईरान के हख़ामनी साम्राज्य ने इस पर क़ब्ज़ा करके इसे अपना सात्रापी (प्रांत) बना लिया था। इस सात्रापी का नाम माका रखा गया था, कालांतर में आगे चलकर इसी से इस क्षेत्र का नाम मकरान पड़ा।
बलूच और सिंधी मूल के लोग मकरान में बसते हैं। साथ ही इनसे भिन्न बहुत से अफ्रीकी जाति के लोग भी यहां हैं। यहां के अफ्रीकी मूल के लोगों को मकरानी बुलाया जाता है, जो भारत व पाकिस्तान में मिलने वाले सिदी समुदाय का हिस्सा हैं। मकरान में संगमरमर के समान ही एक बेशकीमती इमारती पत्थर बहुतायत में पाया जाता है, जिसे मकराना कहा जाता है।