सामान्य ज्ञान
महमूद गवां एक ईरानी व्यापारी था, जो 42 वर्ष की आयु में भारत आया था। उस समय बहमनी राज्य में सुल्तान हुमायूं शासन कर रहा था। गवां ने बहमनी राज्य में सरकारी पद ग्रहण कर लिया और शीघ्र ही अपनी योग्यता के बल पर मंत्री बन गया।
मुहम्मद शाह तृतीय के शासनकाल में उसने सेनापति और मंत्री के रूप में कार्य करते हुए बहमनी राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महमूद गवां की उन्नति तथा बढ़ती शक्ति के कारण उसके शत्रुओं ने धीरे-धीरे उसके विरूद्घ षडयंत्र रचा तथा सुल्तान मुहम्मद शाह को यह सूचित किया कि महमूद गवां देशद्रोही है तथ वह विजयनगर राज्य से मिला हुआ है। इसलिए मुहम्मदशाह ने 1481 ई. में उसकी हत्या करवा दी। महमूद गवां के समय में बहमनी राज्य की राजधानी बीदर थी। बीदर में गवां ने एक विद्यालय तथा पुस्तकालय की स्थापना की थी। महमूद गवां विद्वानों का आश्रयदाता भी था।