सामान्य ज्ञान
वायुयान इतने वेग से चलते रहते हैं कि उनको तोप से मार गिराना कठिन ही होता था, परंतु अमरीकी वैज्ञानिकों ने राडार और वायुयान घातक तोपों का ऐसा संबंध जोड़ा कि तोप अपने आप वायुयान पर सधी रहती थी। सन् 1944 के उडऩ बमों पर विजय इसी से मिली, क्योंकि ये राडारयुक्त तोपें लगभग 70 प्रतिशत ऐसे बमों को मार गिराती थीं।
26 फऱवरी वर्ष 1935 को प्राकृतिक विज्ञान के विशेषज्ञ सर अल्बर्ट वाट्सन ने राडार की खोज की। इसी राडार के माध्यम से अंतरिक्ष में मौजूद कोई भी वस्तु, रेडिययाई लहरों की सहायता से किसी कमरे में भी बैठकर देखी जा सकती है।
वाट्सन ने अपने एक मित्र के साथ मिलकर आठ मील की दूरी पर छह हज़ार फुट की ऊंचाई पर उड़ते हुए एक बमबार विमान को देखा। इस आविष्कार के कारण शत्रु के किसी भी विमान से जबकि वह अभी बहुत दूर हो अवगत होना संभव हो गया। वर्तमान समय में रडार विभिन्न उद्देश्यों के लिए प्रयोग होजा है। विशेषकर समुद्री जहाज़ और हवाई जहाज़ इसकी सहायता से अंधेरे और कोहरे में बड़ी सरलता से मार्ग खोज सकते हैं।