सामान्य ज्ञान
पश्चिमी यूरोप में स्तन कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके इलाज के लिए नई तकनीक अपनाई जा रही है, जिससे मिनटों में ही कैंसर की कोशिकाओं को ढूंढ कर नष्ट किया जा सकता है। यह तकनीक है मेमोग्राफी।
मैग्नेट रेसोनेंस मैमोग्राफी से स्तन कैंसर का और जल्दी पता लगाया जा सकता है। इस संवेदनशील प्रक्रिया में अल्ट्रासाउंड किरणों और एक्सरे के मुकाबले ज्यादा सटीक तस्वीरें मिलती है और मरीज पर गलत प्रभाव भी नहीं पड़ता। टेस्ट के लिए कॉन्ट्रास्ट एजेंट की जरूरत होती है। यह ऐसे रसायन होते हैं जो टेस्ट के नतीजों को बेहतर तरीके से सामने लाने में मदद करते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया अब भी बहुत महंगी है और डॉक्टर किसी एक तरीके पर सहमत नहीं हो पाए हैं। मैग्नेट रेसोनेंस की मदद से स्तन की एक हजार अलग-अलग तस्वीरें मिलती हैं। एक्सरे के मुकाबले यह ज्यादा जानकारी देती है। एक्सरे में स्तन में घने ऊतकों की छवि साफ नहीं होती। 50 साल से कम उम्र की महिलाओं में ऊतक यानी टिशू और घने होने की वजह से कैंसर पकड़ में नहीं आता।