सामान्य ज्ञान
कादर, केरल राज्य के कोच्चि (भूतपूर्व कोचीन) और तमिलनाडु राज्य के कोयंबत्तूर के बीच की पहाड़ी सीमा पर रहने वाली दक्षिण भारत की एक छोटी जनजाति है। यह आस्ट्रेलियाई से दिखते हैं और नीग्रो उद्भव के हो सकते हैं।
कादर जंगलों में रहते हैं और खेती नहीं करते। ये लोग जहां काम करते हैं, वहां पत्तियों के छप्पर वाली झोपडिय़ां बना लेते हैं और रोजगार की आवश्यकतानुसार जगह बदलते रहते हैं। कादर चावल खाना पसंद करते हैं, जो उन्हें व्यापारिक सौदों के बदले या मजदूरी के रूप मे मिलता है। ये भोजन संग्रह नहीं करते। ये काफी समय से शहद, मोम, साबूदाना, इलायची और अदरक इक_ïा करने वाले विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहे है या छातों की छडिय़ां बनाकर मैदानी व्यापारियों को बेचते हैं। कई कादर पुरुष श्रमिकों के रूप में कार्य करते हैं।
कादर जनजाति की संख्या कुछ हजार अनुमानित की गई है। ये द्रविड़ भाषाएं, तमिल और कन्नड़ बोलते है तथा जंगल की आत्माओं और अपने दयालु सृष्टïा, दंपत्ति व स्थानीय हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। इस जनजाति में चचेरे भाई-बहनों में विवाह की अनुमति है। विशेषकर बुआ की लडक़ीसे विवाह मान्य है।