सामान्य ज्ञान
23 मार्च सन 1962 ईसवी को अंतर्राष्ट्रीय मौसम संगठन-डब्ल्यू एम ओ की स्थापना हुई। यह संगठन संयुक्त राष्ट्र से जुड़ा हुआ है और विश्व के समस्त देशों के मौसम विभाग इससे सहकारिता करते हैं। विश्व मौसम संगठन की स्थापना वर्ष 1873 में आस्ट्रिया की राजधानी वियना में आयोजित पहली अंतरराष्ट्रीय मौसम कांग्रेस में की गई थी । इस संगठन का उद्देश्य मौसम स्टेशन नेटवर्क की स्थापना करना था । यह नेटवर्क टेलीग्राफ लाइन से जोड़ा गया और जहाजरानी सेवा सुरक्षा के लिए मौसम संबंधी जानकारियां उपलब्ध कराई गई।
23 मार्च वर्ष 1950 में इसका नाम बदल कर विश्व मौसम संगठन कर दिया गया और अगले वर्ष से इसने संयुक्त राष्ट्र की मौसम विशेषज्ञ और आपरेशनल हाइड्रोलॉजी तथा भूभौतिक विज्ञानों से संबंधित एजेंसी के रूप में कामकाज प्रारंभ कर दिया ।
इस संगठन के लक्ष्यों में कृषि उड्डयन और समुद्रीय यात्राओं के लिए मौसम की जानकारियां उपलब्ध कराना और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मौसम संबंधी जानकारियों और आंकड़ों को बताना है। 23 मार्च को इस संगठन की स्थापना का दिन होने के कारण अंतर्राष्ट्रीय मौसम दिवस घोषित किया गया है। इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विटजरलैंड में है।
विश्व मौसम संगठन ने मानव सुरक्षा और कल्याण के लिए बहुत योगदान किया है। डब्ल्यू एम ओ, संयुक्त राष्ट्र की विशेषज्ञ एजेंसी है जो पृथ्वी के वातावरण की दशा और व्यवहार, महासागरों के साथ उसका रवैया, उसके द्वारा पैदा किए जाने वाली जलवायु और जल संसाधनों के वितरण के विषय में अध्ययन करती है। डब्ल्यू एम ओ की सदस्य संख्या 189 है।