सामान्य ज्ञान
विशाखा नक्षत्र
25-Apr-2022 2:02 PM
विशाखा नक्षत्र आकाश मंडल में 16वां नक्षत्र है। इसके तीनों चरण तुला राशि में आते हैं। अर्थ - विभाजित शाखा, देव - इन्द्र व अग्नि
विशाखा नक्षत्र का स्वामी गुरु है। वहीं राशि स्वामी शुक्र है। नक्षत्र स्वामी की दशा 16 वर्ष की होती है। विशाखा नक्षत्र का अंतिम चरण मंगल की वृश्चिक राशि में आता है। इसे तो नाम अक्षर से पहचाना जाता है। जहां नक्षत्र स्वामी गुरु है तो राशि स्वामी मंगल गुरु मंगल का युतियां दृष्टि संबंध उस जातक के लिए उत्तम फलदायी होती हैं।
विशाखा नक्षत्र के देवता वृहस्पति को माना जाता है। विकंकत के पेड़ को विशाखा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और विशाखा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग विकंकत वृक्ष की पूजा करते है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में विकंकत के पेड़ लगाते हंै।