सामान्य ज्ञान
ईरानी कैलेण्डर के अनुसार 12 फऱवरदीन (1 अप्रैल) को इस्लामी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1 अप्रैल सन 1979, ईरान की इस्लामी क्रांति की सफलता के प्रथम वर्ष में ऐतिहासिक एवं यादगार दिन है।
इस दिन को ईरानी जनता द्वारा अपने भविष्य निर्धारण में भागीदारी का आरंभिक दिन माना जाता है। ईरानी राष्ट्र ने इस दिन एक जनमत संग्रह में भाग लेकर इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था के हित में मतदान किया था और इस्लामी क्रांति रूपी पुस्तक में एक स्वर्णिम अध्याय में वृद्धि हुई जिसे नि:सन्कोच, तत्कालीन इतिहास की अद्वितीय घटना कहा जा सकता है। इस एतिहासिक दिन ईरान की क्रांतिकारी जनता ने देश में इस्लामी लोकतांत्रिक व्यवस्था के हित में 98.2 प्रतिशत मत डाले। इस कार्य से उसने देश में 2500 वर्षों से जारी प्राचीन तानाशाही को सदा के लिए समाप्त कर दिया।
स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी द्वारा इस्लामी क्रांति की सफलता के 50 दिनों के पश्चात जनमत संग्रह कराने की घोषणा ने लोकतंत्र का दावा करने वाले अमरीका और उसके साथियों को अचंभित कर दिया।