सामान्य ज्ञान
मुमताज महल, मुग़ल सम्राट शाहजहां की रानी थी जिनका निधन 7 जून वर्ष 1631 ईसवी को हुआ जिसकी याद में शाहजहां ने विश्व की सबसे सुन्दर इमारत ताज महल का निर्माण कराया।
मुमताज़ महल मुग़ल सम्राट जहांगीर के महामंत्री आसिफ़ ख़ान की पुत्री और महारानी नूरजहां की भतीजी थी। उनका असली नाम अरजुमंद बानो था। वह बचपन से ही बहुत चतुर थीं। सन 1611 ईसवी में उनकी बुआ नूरजहां का विवाह जहांगीर से हुआ तो उनके पिता दरबार से निकट हुए और 10 मई सन 1612 ईसवी को जहांगीर के पुत्र शहज़ाद ख़ुर्रम से उनका विवाह हुआ। बाद में शहज़ादा ख़ुर्रम शाहजहां के नाम से सिंहासन पर बैठा तो अपनी महारानी अरजुमंद बानो को मुमताज़ महल की उपाधि दी। मुमताज़ महल के देहान्त के बाद शाहजहां ने दूसरा विवाह नहीं किया बल्कि अपना सारा ध्यान उनकी याद में एक भव्य इमारत के निर्माण पर लगाया कि जो आज पूरे विश्व में ताज महल के नाम से प्रसिद्ध है।