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क्रिकेट की दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज
18-Jul-2022 1:02 PM
क्रिकेट की दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज

क्रिकेट  में कई ऐसे तेज गेंदबाज हुए हैं जो सामने वाले बल्लेबाज के आत्मविश्वास में दरार डाल देते हैं। एक नजर क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज गेंदबाजों पर-

 शोएब अख्तर, पाकिस्तान- पिच पर अच्छे अच्छे बल्लेबाजों की हालत खस्ता करने वाले शोएब अख्तर क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज गेंदबाज हैं। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से विख्यात शोएब अचूक यॉर्कर और डेडली बाउंसरों के लिए मशहूर थे। वर्ष  2003 वल्र्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज गेंद फेंकी। गेंद की रफ्तार थी, 161.3 किमी प्रतिघंटा।

ब्रेट ली, ऑस्ट्रेलिया- शोएब के आगाज के कुछ समय बाद सुनहरे बालों वाले ब्रेट ली भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आए। शरीर देखकर किसी को नहीं लगता था कि वो गेंद से आग उगलेंगे। शोएब और उनके बीच लगातार रफ्तार की होड़ भी छिड़ी रही। वर्ष  2005 में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच में ली ने 161.1 किमी की रफ्तार से गेंद फेंकी।

शॉन टैट, ऑस्ट्रेलिया- जब शोएब और ब्रेट ली पर उम्र हावी होने लगी तभी ऑस्ट्रेलिया के शॉन टैट सामने आए। पाकिस्तान के खिलाफ एक मैच में टैट ने 161.1 किलोमीटर की रफ्तार हासिल की। गेंद को स्किड कराने के बावजूद टैट कभी घातक गेंदबाज नहीं माने गए। उनके पास सिर्फ रफ्तार थी, लाइन लेंथ में वह कमजोर साबित हुए।

जेफ थॉमसन, ऑस्ट्रेलिया- जेफ थॉमसन के समय में बॉलिंग स्पीड नापने वाली तकनीक नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद उनके किस्से आज भी सुनाई पड़ते हैं। वर्ष 1976 में उनकी स्पीड नापी गई और थॉमसन ने 160.6 किमी/घंटा की स्पीड से बॉल फेंकी। कई बल्लेबाजों को लगता है कि जेफ, शोएब और ली से ज्यादा तेज थे।

मिचेल स्टार्क, ऑस्ट्रेलिया- नंवबर 2015 में ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंककर इस क्लब में दाखिला लिया। उनकी इस तेज रफ्तार गेंद ने न्यूजीलैंड के ब्रैंडम मैक्कुुलम को भौंचक्का कर दिया।

एंडी रॉबर्ट्स, वेस्ट इंडीज- क्रिकेट में जब वेस्ट इंडीज का स्वर्णकाल चल रहा था, उस वक्त एंडी रॉबर्ट्स कैरेबियाई टीम की पेस बैटरी में थे। रॉबर्ट्स अपने बाकी साथियों के मुकाबले कहीं ज्यादा तेज थे। कैरेबियन की उछाल भरी पिचों पर रॉबर्ट्स की 159.5 किलोमीटर की रफ्तार वाली गेंद खेलना बुरे सपने से कम नहीं था।

फिदेल एडवर्ड्स, वेस्ट इंडीज- एंडी रॉबर्ट्स के बाद वेस्ट इंडीज को अगला तेज रफ्तार बॉलर वर्ष 2003 में मिला। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में फिदेल एडवर्ड्स ने 157.7 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी। फिदेल की रफ्तार ने सनसनी जरूर फैलाई लेकिन लाइन लेंथ के अभाव में वो पिटते चले गए और अंत में टीम से बाहर ही हो गए।

मिचेल जॉनसन, ऑस्ट्रेलिया- बाएं हाथ से घातक बाउंसर फेंकने वाले मिचेल जॉनसन भी इस लिस्ट में हैं। इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सिरीज में मिच ने 156.8 किलोमीटर की रफ्तार से गेंद फेंकी।

मोहम्मद समी, पाकिस्तान- मोहम्मद समी के पाकिस्तानी टीम में आते ही सनसनी फैल गई। शोएब अख्तर और समी की जोड़ी को बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती बताया गया। समी ने शुरुआत शानदार की। जिम्बाब्वे के खिलाफ एक मैच में उन्होंने 156.4 की स्पीड से बॉल फेंकी। अब समी एक बार फिर टीम में लौटे हैं। उम्र ने उनकी रफ्तार पर हल्का ब्रेक लगाया है।

 शेन बॉन्ड, न्यूजीलैंड-   शेन बॉन्ड को पिच पर जेम्स बॉन्ड भी कहा जाता था। वर्ष 2003 के वल्र्ड कप में शेन बॉन्ड ने 156.2 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी। दूसरे तेज गेंदबाजों की तुलना में शेन बॉन्ड काफी कम चोटिल हुए।  इसकी वजह उनका सरल एक्शन था।

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