सामान्य ज्ञान
कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान या कंचनजंगा (हाइ ऑलटिट्यूड) राष्ट्रीय उद्यान सिक्किम, भारत में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान और एक बायोस्फीयर रिज़र्व है। यूनेस्को ने जुलाई 2016 में चंडीगढ़ के केपीटोल कांप्लेक्स और सिक्किम के कंचनचंघा पार्क को अपने विश्व विरासत स्थलों में शामिल कर इस साल भारत से जुड़े तीनों नामांकनों को मंजूरी दे दी। बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय के पुरातात्विक स्थल को भी इस सूची में शामिल कर लिया गया है।
इस उद्यान को अपना नाम कंचनजंगा पर्वत से मिलता है जो 8 हजार 586 मीटर (28 हजार 169 फ़ीट) ऊंची है और विश्व की तीसरी सबसे ऊंची शिखर है। इस उद्यान का कुल क्षेत्रफल 1784 वर्ग कि.है जो कि सिक्किम के कुल क्षेत्रफल का 25.14 प्रतिशत है। ज़ेमु हिमनद सहित पार्क में कई हिमनद हैं। कस्तूरी मृग, हिम तेंदुए और हिमालय तहर जैसे वन्यजीव उद्यान में रहते हैं। यह उद्यान हिम तेंदुआ, हिमालयी काला भालू, तिब्बती एंटीलोप, जंगली गधा, काकड़, कस्तूरी मृग, फ्लाइंग गिलहरी और लाल पांडा का आवास है जो मैगनोलिया, बुरुंश और देवदार के जंगलों के बीच शरण पाते हैं। यह उद्यान 26 अगस्त 1977 को स्थापित किया गया। इस उद्यान के अन्दर लेपचा जनजाति की कुछ बस्तियां हैं।
यह उद्यान तीन प्रमुख वन परिवेशों में बंटा हुआ है- समशीतोष्ण पतझड़ी वन जो कि 2730 मी. की ऊंचाई तक हैं; मिश्रित शंकुधारी वन जो कि 3650 मी. की ऊंचाई तक हैं; तथा अल्पाइन घास और झाडिय़ां जो कि 3650 मी. से अधिक ऊंचाई पर पाई जाती हैं। इसकी पश्चिमी परिधि में कंचनजंगा पर्वत है।