सामान्य ज्ञान
ब्रिटेन के शाही घराने को द रॉयल हाउस ऑफ विंडसर के नाम से जाना जाता है, और इसके सदस्यों के नाम के साथ विंडसर उपनाम जुड़ा है। लेकिन क्या आप जानते हैं यह उपनाम हमेशा से विंडसर नहीं कुछ और था?
17 जुलाई, 1917 में किंग जॉर्ज पंचम ने परिवार का उपनाम बदल कर विंडसर कर दिया। उससे पहले शाही परिवार को जर्मन शाही घराने ‘साक्से कोबुर्ग एंड गोथा के नाम से जाना जाता था, ब्रिटेन के शाही खानदान की जड़ें वहीं से आई हैं, लेकिन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी के साथ असहज रिश्तों के चलते इसे बदलने का फैसला लिया गया। विंडसर नाम शाही घराने के बर्कशर स्थित सबसे पुराने और भव्य विंडसर कासल के नाम पर पड़ा है। शाही परिवार में पैदा होने वाले सभी लडक़ों के नाम में विंडसर लगता है जबकि लड़कियों को उपनाम उसके पति के परिवार से मिलता है।
क्षुद्रग्रह सायरस पर छायादार क्षेत्रों की पहचान हुई
नासा के डॉन मिशन के वैज्ञानिकों ने क्षुद्रग्रह सायरस पर स्थाई छायादार क्षेत्रों की पहचान की है जिनमें अधिकतर संभवत: इतने ठंडे रहे होंगे कि वहां अरबों सालों तक बर्फ रही होगी और वहां बर्फ हो भी सकती है।
अमेरिका के हवाई यूनिवर्सिटी में डॉन से जुड़े वैज्ञानिकों के अनुसार सायरस में जल अणुओं को समेटे रखने के लिए पर्याप्त द्रव्यमान है और जिन छायादार क्षेत्रों की हमने पहचान की है वे बहुत ज्यादा ठंडे हैं- चंद्रमा और बुध के संबंधित क्षेत्र से भी अधिक ठंडे। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि स्थाई छायादार क्षेत्रों में प्रत्यक्ष सूर्य की किरणें नहीं पहुंचती हैं। वे क्रेटर पर स्थित हैं या क्रेटर की दीवार की उस हिस्से पर जो धु्रव की तरफ हैं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में अप्रत्यक्ष सूर्य की किरणें पहुंचती हैं और यदि तापमान शून्य से 151 डिग्री कम हो तो निश्चित ही स्थाई छायादार क्षेत्र ठंडा होगा - बर्फ के जमा होने और बने रहने के लिए अच्छी जगह।