सामान्य ज्ञान

लामा
04-Nov-2020 8:59 AM
लामा

लामा  ऊंट की एक प्रजाति है, लेकिन इसमें कूबड़ नहीं होता। आकार में भी ये ऊंट से छोटे होते हैं, लेकिन इनकी गर्दन काफी लंबी होती है। ये दक्षिण अमेरिका के एंडीज वन क्षेत्रों और मैदानी इलाको में पाए जाते हैं।   यह ऊंट जैसा दिखने वाला जानवर इसलिए खास है, क्योंकि यह हमलावर से बचने के लिए अपना बदबूदार थूक का एक फव्वारा दूसरों के ऊपर फेंक देता है, जिसे बर्दाश्त न कर पाने के कारण हमलावर भाग जाते हैं।
लामा  आकार में भी ये ऊंट से छोटे होते हैं, लेकिन इनकी गर्दन काफी लंबी होती है। लामा के लंबे और घुमावदार केले के आकार के कान भी उसे ऊंटों से अलग करते हैं। अपने पैर की मोटी त्वचा से ये टेढ़े-मेढ़े चट्टानी या पहाड़ी इलाकों पर आसानी से चढ़ जाते हैं। उनके खून में हीमोग्लोबिन बड़ी मात्रा में पाया जाता है, जिसके कारण वे ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में भी आसानी से सांस ले पाते हैं।
छोटी कद-काठी के बिना कूबड़ वाले लामा दक्षिण अमेरिका के रेडियन क्षेत्र, बोलीविया, पेरू, चिली, इक्वाडोर तथा एंडीज पर्वत और घास के मैदानों में मिलते हैं। ये लामा तीन तरह के होते हैं- ग्वानको, विक्यूना और अल्पका। ग्वानको दक्षिणी अफ्रीका के दक्षिणी मैदानों में मिलते हैं। अल्पका लामा की पालतू जाति है। बोझा ढोने के साथ-साथ इसके फर रेशम बनाने के काम आते हैं। लामा की विक्यूना जाति एंडीज पर्वत पर काफी ऊंचाई पर पाई जाती है। वहां के निवासी इसे राजसी लामा मानते हैं। बोलीविया में तो लामा को नेशनल एनिमल का दर्जा दिया गया है। लामा स्तनधारी जानवर है। आमतौर पर ये 25-30 साल तक जिंदा रहते हैं। एक वयस्क लामा 5.5-6 फीट (1.6- 1.8 मीटर) लंबा और वजन 280-450 पौंड (127- 204 कि.ग्रा.) होता है, जबकि जन्म के समय लामा के बच्चे का वजन 20-30 पौंड (9-14 किग्रा) होता है। नवजात लामा पैदा होने के लगभग एक घंटे बाद चलने लगता है। लामा अपने बच्चों को करीब चार महीने तक पालते हैं।
 

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