सामान्य ज्ञान
चीन को सीधे स्पेन से जोडऩे वाली पहली मालगाड़ी 9 दिसंबर को टेस्ट रन पर मैड्रिड पहुंची। इस दौरान इसने 13 हजार किलोमीटर से अधिक दूरी तय की। दोनों राष्ट्रोंं के बीच नियमित रूप से रेल सेवा आरंभ करने की योजना है जिससे पहले यह टेस्ट रन किया गया था। संचालन में आया यह नया रूट दुनिया का सबसे लंबा रूट है। यह रूट रूस की चीन के साथ सीमा के समीप मॉस्को से व्लादिवोस्तोक को जोडऩे वाली विश्वचर्चित ट्रांस साइबेरियन रेलवे से भी अधिक लंबा रूट है। यह ट्रेन स्मॉल कन्जयूमर गुड्स के बहुत बड़े होलसेल सेंटर पूर्वी चीन के यीवू से 18 नवंबर को रवाना हुई थी और 21 दिनों की यात्रा के दौरान कजाकिस्तान, रूस, बेलारूस, पोलैंड, जर्मनी और फ्रांस से होकर गुजरी।
ट्रेन द्वारा जिस सामान को भेजा गया यदि उसे जहाज से भेजा जाता तो यात्रा में दस दिन अधिक लग जाते। इसका एक रूट चीन की मेगासिटी चेंगकिंग को जर्मनी के बहुत ही महत्वपूर्ण परिवहन और वाणिज्यिक केंद्रों में एक और स्टील निर्माता शहर डुइसबर्ग से जोड़ता है। जर्मन फ्रेट ऑपरेटर डी.बी.शंकर रेल की सब्सिडियरी यूरो कारगो रेल महीने में दो फेरे के साथ अगले साले के पहले छह महीने के दौरान चीन और स्पेन के बीच नियमित सर्विस चालू करने की संभावना का अध्ययन कर रहा है।