सामान्य ज्ञान
अमेरिकी थिंकटैंक द्वारा दिसंबर 2014 में जारी काले धन की विश्व सूची में भारत तीसरे स्थान पर है। थिंकटैंक ने अपनी स्टडी रिपोर्ट के हवाले से कहा कि कि विदेशों में जमा हो रहे काले धन के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है और वर्ष 2012 में ही भारत का करीब 94.76 बिलियन यूएस डॉलर (करीब 6 लाख करोड़ रुपए) अवैध धन विदेशों में जमा हुआ।
अमेरिकी थिंकटैंक ने इस सूची को ग्लोबल फाइनैंशल इंटेग्रिटी (जीएफआई) की एक रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया है। जीएफआई के अनुसार, वर्ष 2003 से वर्ष 2012 के बीच भारत का कुल 439.59 बिलियन यूएस डॉलर यानी करीब 28 लाख करोड़ रूपये का काला धन विदेशी बैंकों में जमा हुआ। इस सूची में विदेशों में काला धन जमा होने के मामले में चीन पहले और रूस दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2012 में चीन का 249.57 बिलियन यूएस डॉलर अवैध धन विदेशी बैंकों में जमा हुआ। वहीं, इस दौरान रूस का 122.86 बिलियन यूएस डॉलर काला धन विदेशों में छिपाया गया। इस रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर के विकासशील देशों से वर्ष 2012 में कुल 991.2 बिलियन यूएस डॉलर अवैध धन बाहर भेजा गया, इस कुल धन में अकेले भारत की हिस्सेदारी करीब 10 फीसदी रही।
जीएफआई की रिपोर्ट के अनुसार, विकासशील देशों से वर्ष 2003 से वर्ष 2012 के बीच के दस वर्षों में कुल 6.6 ट्रिलियन यूएस डॉलर काला धन विदेशों में जमा किया गया। वर्ष 2003 से वर्ष 2012 के बीच दस वर्षों में जिन देशों से सबसे अधिक काला धन विदेशों में छिपाया गया, उनमें भारत चौथे स्थान पर है। इस सूची में चीन पहले, रूस दूसरे और मेक्सिको तीसरे स्थान पर है।