सामान्य ज्ञान
पाकिस्तान के रेल हादसों के इतिहास में सबसे भयानक दुर्घटना 4 जनवरी 1990 में सांगी में हुई थी। हादसे में दो ट्रेनों की टक्कर में करीब 307 लोग मारे गए थे और उससे दोगुना घायल हुए थे।
मुल्तान और कराची के बीच चलने वाली जकरिया बहाउद्दीन ट्रेन उस दिन 16 डिब्बों के साथ सरपट दौड़ रही थी। ट्रेन में 2 हजार यात्री सवार थे। ट्रेन जब सिंध प्रांत के सांगी गांव के नजदीक पहुंची तो उसे बिना बताए किनारे वाले पटरियों पर भेज दिया गया। इस नए ट्रैक पर पहले से 67 डिब्बों वाली मालगाड़ी खड़ी थी। ट्रेन की रफ्तार 56 किलोमीटर प्रति घंटे के करीब थी। सबसे पहले ट्रेन के इंजन ने मालगाड़ी को टक्कर मारी। टक्कर के बाद इंजन पटरी से उतर गया। उसके साथ साथ तीन और डिब्बे भी पलट गए। रेल दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों को हवाई मदद से कराची के अस्पताल में पहुंचाया गया। ट्रेन हादसे में जकरिया बहाउद्दीन का इंजीनियर बच गया। उसने बाद में बताया कि सिग्नलमैन की लापरवाही की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ था। सिग्नलमैन को सजा हुई। पाकिस्तान में सालाना साढ़े छह करोड़ लोग रेल से सफर करते हैं।