सामान्य ज्ञान
फोर्ड एक अमरीकी कंपनी है, जो दुनिया में अपने शानदार कारों के उत्पादन के लिए जानी जाती है। हेनरी फोर्ड ने अपने नाम से ही फोर्ड मोटर कम्पनी खोली। वे आधुनिक युग की भारी मात्रा में उत्पादन के लिये प्रयुक्त असेम्ब्ली लाइन के जनक थे। उन्होंने मॉडल टी नामक गाड़ी निकाली जिसने यातायात एवं अमेरिकी उद्योग में क्रांति ला दी। वे महान आविष्कारक भी थे। उन्हें अमेरिका के 161 पेटेन्ट प्राप्त हुए थे। फोर्ड कम्पनी के मालिक के रूप में वे संसार के सबसे धनी एवं विख्यात व्यक्तियों में से थे। उन्होंने अपनी अधिकांश सम्पत्ति फोर्ड फाउन्डेशन के नाम कर दिया और ऐसी व्यवस्था बना दी कि वह स्थायी रूप से उनके ही परिवार के नियंत्रण में बनी रहे।
हेनरी फोर्ड को एक और उपलब्धि के लिए जाना जाता है। कहीं भी काम करने का न्यूनतम वेतन कितना हो, कई कंपनियां और कई सरकारें इस सवाल से जूझ रही हैं, लेकिन हेनरी फोर्ड ने आज से सौ साल पहले ही यह सीमा निर्धारित कर दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश किया। हेनरी फोर्ड ने 5 जनवरी 1914 को एलान किया कि उनकी कंपनी के कर्मचारियों का एक दिन का भत्ता पांच डॉलर होगा। उस जमाने में कंपनी में काम करने वालों को दिन के औसतन ढाई डॉलर से भी कम मिला करते थे। यानी नए नियमों के अनुसार दी जा रही राशि पहले के मुकाबले दुगनी थी। साथ ही दिन में काम करने की सीमा भी नौ घंटे से घटाकर आठ घंटे प्रतिदिन कर दी गई। यह नियम क्योंकि कम तनख्वाह पा रहे कर्मचारियों के लिए ही लागू हुआ था इसलिए इससे उनके जीवन स्तर पर काफी बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस फैसले के पीछे हेनरी फोर्ड का खास मकसद था कर्मचारियों की हालत सुधारना। दुनिया भर के मीडिया में इस बात की खूब चर्चा हुई।
अमेरिकी शहर डेटरॉयट में काम करने के इच्छुक लोगों की भीड़ बढऩे लगी। फोर्ड के रोजगार कार्यालय के बाहर लोगों की लाइन लग गई. कई दूसरी कंपनियों को भी मुकाबले में कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने पड़े, ऐसा न करने पर उन्हें डर था कि वे अपने कर्मचारी खो बैठेंगे। समय सीमा आठ घंटे हो जाने की वजह से दो के बजाय फैक्टरी में तीन शिफ्टों में काम होने लगा जिससे कंपनी की उत्पादकता को भी फायदा मिला। हेनरी का मानना था कि क्योंकि कंपनी कारें ज्यादा संख्या में बना सकती हैं तो कर्मचारियों की तनख्वाह भी इतनी होनी चाहिए कि वे अपने लिए कार खरीद सकें। वेतन बढऩे से अमेरिका में मध्यमवर्ग का जन्म हुआ और इसके साथ ही हेनरी फोर्ड ने औद्योगिक व्यवस्था की सूरत हमेशा के लिए बदल दी।